प्रधानमंत्री मोदी के शिक्षक दिवस के मौके पर देश भर में अलग-अलग तरह की प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं. लेकिन इससे अलग केंद्र सरकार पीएम मोदी की स्‍पीच को सक्‍सेसफुल बनाने के लिए अपनी जी-जान लगा रही है.


एचआरडी मिनिस्ट्री ने लगाई पूरी ताकतमोदी के देशभर के बच्चों के साथ संवाद को सक्सेसफुल बनाने के लिए ह्यूमन रिसोर्स मिनिस्ट्री ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है.  इस मामले में मिनिस्ट्री ने स्टेट्स को कार्यक्रमों के लाइव ब्रॉडकास्ट के लिए साफ निर्देश दिए हैं. सूत्रों के अनुसार इस बात की जांच की जाएगी कि कितने स्कूलों ने मोदी के भाषण को लाइव ब्रॉडकास्ट करवाया. हालांकि एचआरडी मिनिस्टर स्मृति ईरानी ने कहा कि इस कार्यक्रम में बच्चों का शामिल होना अनिवार्य नही है. प्रधानमंत्री की स्पीच दोपहर 3:00 बजे से शुरू होकर 4:45 तक चलेगी. स्पीच ब्रॉडकास्टिंग की होगी फोटोग्राफी
इस कार्यक्रम को कितने स्कूलों में प्रसारित किया गया यह जानने के लिए कार्यक्रम की फोटोग्राफी की व्यवस्था की गई है. इसके साथ ही इस प्रसारण पर होने वाला खर्च सरकारी स्कूलों और प्राइमरी स्कूलों को मिलने वाली ग्रांट से निकाला जाएगा. गौरतलब है कि एक स्कूल पर इस स्पीच को ब्रॉडकास्ट करने का खर्चा लगभग 7000 रुपये आएगा. इस तरह देश के 1 लाख 80 हजार स्कूलों में ब्रॉडकास्ट करने पर खर्च 1 अरब 26 करोड़ आएगा. बदला स्कूलों का टाइम


इस स्पीच के चलते स्कूलों ने टीचर्स डे पर स्टूडेंट्स को सुबह 12 बजे बुलाया है. लेकिन इस नए टाइम पर पेरेंट्स को ही अपने बच्चों को स्कूल छोड़ना पड़ेगा और स्कूल से लेकर आना पड़ेगा. रेडियो पर सुना जाएगा पीएम मोदी कोदेश में कई इलाके ऐसे हैं जहां पर बेसिक सुविधाएं तक नही हैं लेकिन पीएम मोदी ने इन इलाकों तक पहुंचने के लिए रेडियो का सहारा लिया है. एचआरडी मिनिस्ट्री ने कहा है कि अगर टीवी नही है तो रेडियो पर सुनाओ और अगर रेडियो भी नही है तो मोबाइल पर सुनाओ.

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Posted By: Prabha Punj Mishra