मणि‍पुर की मानवाध‍िकार कार्यकर्ता इरोम शर्म‍िला को कल फ‍िर एक बार गिरफ्तार कर ल‍िया गया. दो द‍िन पहले जेल से र‍िहा होने के बाद भी इरोम शर्म‍िला की भूख हड़ताल जारी है. ऐसे में बेमियादी अनशन करने के कारण शर्मिला को खुदकुशी करने की कोशिश के आरोप में पुल‍िस ने फ‍िर गिरफ्तार क‍िया है. आर्म्ड फोर्सेस स्पेशल पावर्स एक्ट के विरोध में इरोम शर्मिला 14 सालों से अधिक समय से भूख हड़ताल‍ पर हैं.

बाजार परिसर में ही रात भर अनशन
इंफाल पश्चिम के पुलिस अधीक्षक झलजीत के मुताबिक इरोम शर्मिला अपनी भूख हड़ताल अभी भी जारी रखे हैं. जब कि दो दिन पहले उन्हें जेल से रिहा किया गया है. इरोम शर्मिला को  खुदकुशी की कोशिश के आरोप में शर्मिला को आईपीसी की धारा 309 के तहत गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने कहा यह नया मामला है. पुराने मामले में इंफाल की एक अदालत ने शर्मिला के खिलाफ लगे खुदकुशी की कोशिश के आरोप को खारिज कर दिया था. उसके बाद भी वह अपना अनशन तोड़ने को तैयार नहीं हैं. रिहा होने के बाद वह इंफाल बाजार परिसर में ही रात भर अनशन पर बैठी रही. शमिला को जीवित रखने के लिए उन्हें नाक के जरिए तरल पदार्थ का सेवन जबरन कराया जाता है.

दोबारा गिरफ्तार कर लिया जाता
मणिपुर की मानवाधिकार कार्यकर्ता इरोम शर्मिला आयरन लेडी के नाम से जानी जाती है. वह पूर्वोत्तर राज्यों में लागू आर्म्ड फोर्सेस स्पेशल पावर्स एक्ट को हटाने के लिए 5 नवंबर 2000 से आमरण अनशन पर हैं. इस कानून के तहत सुरक्षा बलों को किसी को भी देखते ही गोली मारने या बिना वारंट के गिरफ्तार करने का अधिकार है. सरकार ने उन्हें इसी कारण से गिरफ्तार किया था. लंबे समय से  भूख हड़ताल पर होने के बाद भी इरोम शर्मिला कमजोर नहीं पड़ी. नाक से लगी एक नली के जरिए उन्हें खाना दिया जाता है. सरकार ने शर्मिला को आत्महत्या के प्रयास में गिरफ्तार कर ती है. हालांकि हर साल उन्हें रिहा करते ही दोबारा गिरफ्तार कर लिया जाता है, क्योंकि यह गिरफ्तारी एक साल से अधिक नहीं हो सकती.

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Posted By: Satyendra Kumar Singh