बांग्लादेश में खेले जा रहे ट्वेंटी-20 विश्वकप टूर्नामेंट का असली रोमांच शुक्रवार से शुरू होने जा रहा है.


शुक्रवार से ही इस विश्व कप के सुपर-10 के मुक़ाबले भी शुरू होने जा रहे है. सुपर-10 के पहले मैच में भारत का मुक़ाबला परंपरागत प्रतिद्वंदी पाकिस्तान से होगा. इससे पहले दोनों ही टीमें एक-एक बार क्रिकेट के इस सबसे छोटे प्रारूप में चैम्पियन रह चुकी हैं.भारत ने साल 2007 में पहला ट्वेंटी-20 विश्वकप फ़ाइनल में पाकिस्तान को पाँच रन से हराकर अपने नाम किया था जबकि पाकिस्तान ने साल 2009 में श्रीलंका को आठ विकेट से हराकर यह ख़िताब जीता था.इस विश्वकप का यह सबसे महत्वपूर्ण मुक़ाबला है क्योंकि भारत और पाकिस्तान जब भी कहीं आमने सामने होते हैं तो जैसे एक बार तो वक़्त भी थम जाता है.इस मुक़ाबले से पहले पिछले दिनों पाकिस्तान ने भारत को एशिया कप में मात दी थी. उस हार का मनोवैज्ञानिक असर ज़रूर भारतीय क्रिकेट टीम पर होगा.


इसके अलावा दोनों टीमें जीत के साथ अपने अभियान की शुरुआत करना चाहेंगी. पाकिस्तान भारत को आज तक किसी भी विश्वकप में हरा नहीं सका है.ताक़तवर टीमें

उन्होंने कहा कि धोनी की कप्तानी में भारत ने पिछले कुछ सालों में शानदार खेल दिखाया है लेकिन हम ऐसी सोच लेकर मैच में नहीं जा रहे हैं कि धोनी नहीं थे तो हमने एशिया कप में भारत को हराया और धोनी टीम में आ गए हैं तो हमें मुश्किल होगी. वैसे भी इतने बड़े टूर्नामेंट में किसी भी टीम को आसानी से नहीं लिया जा सकता है.ख़ासकर तब जब ग्रुप में ऑस्ट्रेलिया और वैस्टइंडीज़ जैसी टीम भी हो. भारत के रोहित शर्मा पाकिस्तान के ख़िलाफ होने वाले मैच को लेकर मानते हैं कि अगर पहला ही मैच चैलेंजिंग हो तो सबसे अच्छा है. अगर टीम उस मैच को जीते तो लय पाने में आसानी हो जाती है.उन्होंने कहा, "हम टीम को ध्यान में ना रखकर अच्छा खेलकर जीत हासिल करने को कोशिश करेंगे क्योंकि पहली जीत बेहद आवश्यक होती है."वहीं पाकिस्तान के तेज़ गेंदबाज़ सोहेल तनवीर का मानना है कि धोनी, युवराज सिंह और सुरेश रैना के टीम में वापस आने से भारत की बल्लेबाज़ी मज़बूत हुई है. दूसरी तरफ भारत के मुक़ाबले पाकिस्तान का गेंदबाज़ी आक्रमण बेहतर है. दबाव तो होगा लेकिन इन दिनों केवल बड़े खिलाड़ियों पर टीमें निर्भर नहीं रहतीं. जिस दिन जो टीम अच्छा खेलती है जीत जाती है और अब तो छोटी टीमें भी बड़ी टीमों को हराकर उलटफेर कर रही है.शानदार क्रिकेट

भारतीय टीम की बल्लेबाज़ी की सबसे बड़ी ताक़त बन चुके विराट कोहली का मानना है कि एशिया कप में भारतीय टीम ने अच्छा खेल दिखाया था लेकिन वह जीत नहीं सकी. इसके बावजूद खिलाड़ियों को बहुत अनुभव मिला. ख़ासकर यहां कि परिस्थितियों और विकेट का अनुभव जिसका लाभ विश्वकप में मिलेगा.पाकिस्तान के उमर अकमल अपनी बल्लेबाज़ी से किसी भी मैच का पासा पलटने का दम रखते हैं. अकमल का मानना है कि भारत स्कोर का पीछा करने में माहिर है लेकिन उसकी कमज़ोर गेदबाज़ी को निशाना बनाया जा सकता है.कुल मिलाकर इस बात की गारंटी है कि यह मैच बेहद शानदार होगा. इस दौरान भावनाओं का ज्वार चरम पर होगा और क्रिकेट के चाहने वाले इसका पूरा लुत्फ उठाएंगे.जब दोनों टीमों के एक से बढ़कर एक धुरंधर खिलाड़ी परिणाम की भविष्यवाणी करने से बच रहे हैं तो ऐसे में हम भी कहेंगे कि नतीजे के लिए क्यों ना थोड़ा सा इंतज़ार ही कर लिया जाए.

Posted By: Subhesh Sharma