इस्‍लामिक स्‍टेट के बढ़ते खतरों को देखते हुए अमेरिका समेत विश्‍व के कई देश आतंकवाद के खिलाफ सामुहिक लड़ाई में शामिल हो गए हैं. इस मिशन में अमेरिका हवाई हमलों के साथ ही कुर्दि‍श लड़ाकों को हथियार और गोला-बारूद से लैस कर रहा है. लेकिन एक वरिष्‍ठ कुर्दि‍श लड़ाके ने दावा किया कि आईएस की ताकत अमेरिकी आकलन से कहीं ज्‍यादा है.


सीआईए के आकलन से बड़ा है आईएससीरिया में इस्लामिक स्टेट के आतंकियों से लोहा लेते एक वरिष्ठ कुर्दिश नेता ने अमेरिकी जांच एजेंसी सीआईए के आकलन को गलत बताया है. वरिष्ठ कुर्दिश नेता के अनुसार आईएस ने हजारों लड़ाकों को रिक्रूट किया है. कुर्दिश नेता के मुताबिक जिस तरह आईएस एक बार में इराक से लेकर सीरीया तक कई ठिकानों पर आतंकी हमले कर रहा है. इसके हिसाब से आईएस के पास कम से कम दो लाख लड़ाके हैं. गौरतलब है कि अमेरिकी जांच एजेंसी सीआईए के मुताबिक आईएस के पास सिर्फ 31500 लड़ाके हैं. नए लड़ाकों के लिए पर्याप्त संसाधन


कुर्दिश नेता फौद हुसैन के अनुसार इस्लामिक स्टेट अपने कब्जे में रहने वाले हजारों युवाओं को अपनी लड़ाई में लड़ने के निए प्रेरित करने में सक्षम है. कुर्दिश नेता के अनुसार आईएस इस समय इराक और सीरिया के एक तिहाई हिस्से पर राज कर रहा है. गौरतलब है कि आईएस के कब्जे वाला क्षेत्र ग्रेट ब्रिटेन के बराबर है ऐसे में आईएस आंतकी नए लड़ाकों को रिक्रूट करने में सक्षम है. बढ़ रहा है हमलों का दायरा

कुर्दिश नेता ने आईएस द्वारा सात अलग-अलग स्थानों पर किए गए हमलों का जिक्र किया. कुर्दिश नेता ने कहा कि आईएस के आतंकी सीरियन शहर कोबानी में लड़ रहे हैं. इसके साथ ही वह एक समय में इराक के बगदाद, रामाडी(अनबर प्रांत की राजधानी), जालावला (ईरानी बॉर्डर) पर हमला करने में सक्षम है. इसलिए यह असंभव है कि आईएस के पास सिर्फ 20 हजार लड़ाके हों. इसके साथ ही अमेरिकी हवाई हमलों के बावजूद आईएस के हमलों को रोकने में कोई मदद नही मिली है. बल्कि अमेरिकी हवाई हमलों के बावजूद आईएस ने देखते-देखते सीरिया के कोबानी शहर पर अपना अधिपत्य जमा लिया.

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Posted By: Prabha Punj Mishra