आईआरबी की परीक्षा में पकड़े गए मुन्ना भाइयों ने पुलिस के सामने बड़ा खुलासा किया है।

RANCHI:  जब गैंग के एजेंट को एडवांस पैसे दिए तो कहा कि क्वेशन पेपर भिड़ेगा न, इस पर एजेंट ने कहा कि बटन कैमरा से ही प्रश्न पत्र की तस्वीर खींची जाती है और फिर एक्सपर्ट को देकर उनसे उलर लिखवाए जाते हैं। इसके बाद ब्लूटूथ के जरिए परीक्षार्थियों को क्वेश्चन का आंसर बताया जाता था। पकड़े गए अभ्यर्थियों ने बताया है कि उक्त प्रश्न पत्र परीक्षा केंद्रों से ही लीक हुआ है। इन्हें यह भी पता होता है कि किस परीक्षार्थी को कौन-सा प्रश्न पत्र सेट मिला है। उसी के अनुसार, हेडक्वार्टर में बैठे एक्सपर्ट अपने-अपने अभ्यर्थियों को पहले कनेक्ट करते हैं।

 

जेल भेजे गए पांचों मुन्नाभाई

झारखंड कर्मचारी चयन आयोग की ओर से आयोजित इंडियन रिजर्व बटालियन (आइआरबी) परीक्षा के तीसरे चरण में हाइटेक चोरी करते पकड़े गए पांचों मुन्ना भाइयों को पुलिस ने जेल भेज दिया है। सभी माइक्रो ब्लूटूथ लगाकर परीक्षा देते पकड़े गए थे। चार को गोंदा पुलिस ने जेल भेजा, वहीं एक को ¨हदपीढ़ी थाने की पुलिस ने जेल भेजा है। दोनों थानों में एक-एक मामला दर्ज किया गया है। अभ्यर्थियों ने बताया कि उन्हें आंसर बताने के लिए पटना में हेडक्वार्टर बना था। जहां एक्सपर्ट प्रोफेसर बैठकर सभी अभ्यर्थियों को उलर बता रहे थे। हालांकि, पुलिस को यह जानकारी मिली है कि इसका लिंक इलाहाबाद से भी है।

 

दो अभ्यर्थी लाओ, खुद फ्री आंसर पाओ

अभ्यर्थियों ने बताया कि उनकी पहचान हाइटेक चोरी करवाने वाले गिरोह के एजेंटों से है। दो अभ्यर्थी लाओ और खुद फ्री आंसर पाओ का झांसा देते थे। परीक्षार्थियों के एक समूह को हजारीबाग के इचाक निवासी शशिकांत उर्फ सुनील और अन्नू ने उपलब्ध करवाया था। दूसरे गिरोह को चतरा निवासी ब्रजेश सिंह ने उपलब्ध करवाया था। जो रांची में रहकर परीक्षार्थियों को झांसे में लेकर पास करवाने, दाखिला करवाने के नाम पर ठगी करता था। पुलिस गिरोह के तीनों एजेंटों व सरगना की तलाश में छापेमारी कर रही है।

 

परीक्षा में धांधली के लिए बड़ा नेटवर्क

परीक्षा में धांधली के लिए एक बड़ा नेटवर्क काम कर रहा है, जिसमें एक्सपर्ट प्रोफेसर से लेकर तकनीकी जानकारों की पूरी टीम है। पुलिस पकड़े गए अभ्यर्थियों के नंबर मिलाने वालों के सीडीआर से गिरोह का पता लगाने में जुटी है।

 

 

इन्हें भेजा गया जेल

गोंदा क्षेत्र के डीएवी गांधीनगर स्कूल स्थित में बने सेंटर से हजारीबाग इचाक निवासी राकेश कुमार मेहता, उसका बड़ा भाई विकास कुमार मेहता, सिकंदर कुमार व हरमू विद्यापति नगर निवासी मो। हबीब के अलावा ¨हदपीढ़ी ग्वालाटोली चौक के समीप स्थित इदरीसिया तंजीम स्कूल से पकड़े गए चतरा के अरगड्डा निवासी ज्वाला कुमार सिंह को जेल भेजा गया है। रकीब और ज्वाला के पास से वायरलेस ब्लूटूथ डिवाइस बरामद हुई थी। अन्य आरोपियों की तलाश में छापेमारी की जा रही है।

 

 

परीक्षा में धांधली कराने वाले गिरोह के सरगना की तलाश में पुलिस की टीम जुट गई है। जल्द ही गिरोह के सरगना को पकड़ लिया जाएगा।

-विकास चंद्र श्रीवास्तव, डीएसपी, सदर

Posted By: Inextlive