थर्सडे को चाइल्ड फ्रेंडली स्कूल एण्ड सिस्टाम पैकेज के लॉन्च के लिए करीना कपूर को बुलाया गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें तो स्कूल जाना पसंद ही नहीं था.


करीना कपूर खान जो यूनिसेफ की सेलिब्रटी एडवोकेट हैं उन्हें टीचर्स डे पर चाइल्ड फ्रेंडली स्कूल एण्ड सिस्टाम पैकेज के लॉन्च के लिए बुलाया गया था. वहां पर अपने स्कूल डेज को याद करते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें स्कूल जाना बिल्कुल पसंद नहीं था. उन्होंने बताया कि क्योंकि वो एक अच्छी स्टूडेंट नहीं थी इसलिए टीचर्स उन पर कुछ खास अटेंशन नहीं देते थे और इसीलिए उन्हें स्कूल जाना पसंद नहीं था.


दिल्ली में इस मौके पर पहुंची करीना ने अपनी बात रखते हुए अपना चाइल्डहुड याद किया और कहा कि उनकी मदर उन्हें सुबह सुबह स्कूल जाने के लिए उठाती थीं ये बात उन्हें अच्छी नहीं लगती थी. करीना कहती हैं कि वो भारी भरकम स्कूल बैग को उठा कर स्कूल जाने की बजाय कुछ और देर सोना चाहती थीं. उन्होंने ये भी कहा कि वो क्लास में भी सो जाती थीं. एक एवरेज स्टूडेंट होने की वजह से टीचर्स उन्हें इग्नोर करते थे और वो स्कूल को इग्नोर करके घर में स्टडी करना और मूवीज देखना पसंद करती थीं.

करीना ये प्वाइंट आउट किया टीचर्स पेरेंटस की तरह होते हैं और हर बच्चे को इक्वल अटेंशन देना चाहिए. उन्हें टीचर्स ओर स्टूडेंटस के बीच कम्युनिकेशन को भी इंर्पोटेंट बताया. करीना ने स्कूलों में बेसिक फेसेलिटी जैसे टॉयलेट्स की कमी पर भी अफसोस जताया और कहा ये नेसेसरी चीजें हैं ओर इन पर ध्यान देना चाहिए.

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Posted By: Molly Seth