मलेशियाई विमान MH-17 पर विद्रोहियों ने हमला कर दिया. इस हादसे में विमान में मौजूद सभी 298 लोगों की मौत हो गई.


15 किमी दूर तक फैली लाशें33,000 हजार फिट पर आग के गोले में तब्दील होकर एक विमान सीधे जमीन पर आ गिरा. विमान में सवार 298 जिंदगियां ण्क झटके में खत्म हो गई. विदेशी न्यूज एजेंसी के मुताबिक यह हमला इतना खतरनाक था कि 15 किमी तक लाशें बिखर गईं. नीदरलैंड्स के एम्सटर्डम से कुआलालंपूर लौट रहा मलेशियाई विमान MH-17 का संपर्क अचानक टूट गया. उस वक्त विमान यूक्रेन के वार जोन से गुजर रहा था. जब तक संपर्क टूटने की वजह का पता लगाया जाता, ये बुरी खबर सामने आ गई. पूर्वी यूक्रेन की सीमा पर मलेशियाई विमान का मलबा दूर-दूर तक बिखरा मिला. बक मिसाइल से बनाया निशाना


इस हादसे ने पूरी दुनिया को हैरान कर दिया. लेकिन हादसे की वजह और भी चौंकाने वाली है. समाचार एजेंसी एपी ने यूक्रेन के गृह मंत्रालय के सलाहकार एंटन हेराशेको के हवाले से दावा किया है कि प्लेन को पूर्वी यूक्रेन के ऊपर अलगाववादियों ने बक मिसाइल से निशाना बनाया. निशाने के वक्त विमान 33,000 फीट की ऊंचाई पर था. बक मिसाइल से हमले की बात सच के करीब दिख रही है. बक एक रूसी मिसाइल है और सरकार विरोधी यूक्रेनियन विद्रोहियों को रूस का समर्थन हासिल है. इसके साथ ही बक मिसाइल की मारक क्षमता भी 12 हजार मी की है. पूर्वी यूक्रेन का इलाका वार जोन में बदला हुआ है. यहां यूक्रेन सरकार और रूसी समर्थक विद्रोहियों में जुग छिड़ी हुई है. यूरोपियन एविएशन एंड सेफ्टी एजेंसी अप्रैल से ही अलर्ट जारी करती रही है कि इस वार जोन के ऊपर उड़ान न भरें. अमेरिकन, ब्रिटिश और यूरोप के कुछ एयरलाइंस इन इलाकों में उड़ने पर बैन लगा रखा है. लेकिन मलेशियाई एयरलांइस के पायलट फ्यूल बचाने के लिये इसकी अनदेखी करते रहे हैं. विद्रोही गुट ने ली जिम्मेदारी

रूसी समर्थक के एक यूक्रेनियन विद्रोही नेता ने इस हैवानियत भरे हमले की जिम्मेदारी ली है. पहले अलगाववादी नेता एलेक्जेंडर बोडरेई ने आरोप लगाया कि ये यूक्रेन सरकार की करतूत है, लेकिन यूक्रेन की सिक्योरिटी एजेंसी ने एक फोन कॉल का रिकॉर्डिंग जारी कर एनकी पोल खोल दी. इसमें रूसी मिलिट्री इंटेलिजेंस और यूक्रेनी विद्रोही के बीच बातचीत है. मिसाइल अटैक के 20 मिनट बाद की इस बातचीत में विद्रोही मान रहे हैं कि उसने कार्गो विमान समझकर मार दिया. अमेरिकी खुफिया एजेंसी ने भी इस बात की पुष्टि करी कि विमान को मिसाइल दागकर गिराया गया. इससे पहले यूक्रेन सरकार ने साफ कर दिया था कि उनकी सेना ने हवा में किसी को भी टारगेट नहीं किया है. नरेंद्र मोदी ने जताया शोकइस बीच पीएम नरेंद्र मोदी ने मलेशिया एयरलाइंस विमान हादसे पर शोक जताया है. उन्होंने ट्वीट करके लिखा,'विमान हादसे में मारे गये सभी लोगों के परिजनों के लिये प्रार्थना करता हूं. दुख की इस घड़ी में हम उनके साथ हैं. यूक्रेन के राष्ट्रपति पेट्रो पोरोशेंको ने कहा कि उनकी सेना ने हवा में किसी लक्ष्य को नहीं भेदा है. लेकिन हमले की जांच के बाद जिम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जायेगा. इस सनसनीखेज हमले के बाद रूस के राष्ट्रपहत व्लादीमिर पुतिन ने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा से फोन पर बात की. ओबामा ने वरिष्ठ अधिकारियों से यूक्रेन सरकार के संपर्क में रहने को कहा. दूनिया के ज्यादातर देशों ने पूर्वी यूक्रेन के वारजोन के ऊपर से विमान ले जाने पर बैन लगा दिया है. एयर इंडिया और जेट एयरवेज ने साफ कर दिया कि वो पहले ही इस रूट पर विमान नहीं उड़ाते हैं.

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari