अभिनेता से सांसद बने भोजपुरी सुपरस्‍टार मनोज तिवारी को प्रधानमंत्री मोदी ने सख्‍त लहजे में हिदायत देते हुए कहा कि वह मसाला फिल्‍मों से दूर रहें ताकि पार्टी की छवि पर गलत असर न पड़े. इस संबंध में अभिनेता मनोज तिवारी का कहना है कि वह भोजपुरी को सरकारी भाषा का दर्जा दिलाना चाहते हैं और मोदी ने उन्‍हें फिल्‍मों से दूर रहने के लिए नहीं कहा है बस फिल्‍मों की कहानी पार्टी की विचारधारा से जुड़ी होने वाली हो.

पार्टी की छवि न हो खराब
जानकारी के मुताबिक मोदी ने मनोज तिवारी से कहा है कि वह साफ-सुथरी फिल्में ही करें और मसाला फिल्मों से दूर रहें मनोज तिवारी, उत्तर-पूर्व दिल्ली लोकसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनाव जीते हैं और अगर कोई सांसद मसाला फिल्मों मे काम करेगा तो पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचना तय है. इसलिए अभिनेता अपने पद और पार्टी का ख्याल रखते हुए इनसे दूर रहें. मनोज ने अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत 2009 में की थी. अभिनेता ने समाजवादी पार्टी के टिकट पर गोरखपुर से लोकसभा का चुनाव लड़ा लेकिन यहां पर उनकी हार हुई लेकिन इस बाद आम चुनाव में बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़कर वह सांसद बने हैं.

 

भोजपुरी बने सरकारी भाषा
वही मनोज तिवारी ने बताया प्रधानमंत्री ने भोजपुरी फिल्मों से दूर रहने की सलाह बिल्कुल नहीं दी, बल्िक भोजपुरी फिल्में अपने द्विअर्थी संवादों के लिए जानी जाती हैं, इसलिए उन्होंने कहा है फिल्में ऐसी करो कि जो समाज को संदेश देने वाली हों और जिन्हें वह भी देख सकें. मनोज का कहना है कि भोजपुरी को सरकारी भाषा का दर्जा दिलाना चाहते हैं. अभिनेता मनोज तिवारी की साल 2003 में आई भोजपुरी फिल्म ससुरा बड़ा पैसा वाला न केवल मनोज के करियर, बल्कि भोजपुरी सिनेमा के इतिहास में भी मील का पत्थर साबित हुई. मनोज तिवारी अभिनेता से ज्यादा एक अच्छे गायक के रूप में जाने जाते हैं.

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Posted By: Satyendra Kumar Singh