केंद्रीय वित्‍त मंत्री अरुण जेटली दिल्‍ली में हुये दामिनी रेप केस को लेकर दिये गये बयान के चलते मुश्किल में फंस गये. जेटली ने एक कार्यक्रम में हिस्‍सा लेते हुये दामिनी रेप केस की तरफ इशारा करते हुये उसे छोटी घटना बता दिया.

क्या था बयान
गौरतलब है कि गुरुवार को वित्त मंत्री अलग-अलग राज्यों के पर्यटन मंत्रियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे. इस बैठक में देश के पर्यटन को बढ़ावा देने पर जोर देते हुये जेटली ने कहा,'दिल्ली में बलात्कार की छोटी घटना की वजह से पर्यटन को बड़ा नुकसान पहुंचता है. रेप की छोटी घटना को दुनिया में प्रचारित किया जाता है. इससे देश के पर्यटन को घाटा हो रहा है'.
बयान को समझा गया गलत
इस मामले में विवाद को बढ़ता देख जेटली फिर सामने आये हैं. जेठली ने कहा है कि उनकी बात का मतलब किसी घटना को छोटा बताना नहीं था. उन्होंने कहा कि वे ऐसे मामलों में बहुत ही संवेदनशील हैं, उनका बयान किसी एक घटना को लेकर नहीं था. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि,'मेरा मकसद किसी को ठेस पहुंचाना नहीं था. मैंने दिल्ली में क्राइम से पर्यटन में नुकसान के बारे में कहा था. इसके बावजूद अगर मेरे बयान से किसी को ठेस पहुंचती है तो मुझे इसके लिये खेद है'. उन्होंने कहा कि मुझे पछतावा है बयान को गलत समझा गया.
विपक्षियों का घेराव
अरुण जेटली के बयान की आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने तीखी आलोचना की है. आप पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर कहा,'मोदी जी रेप की घटना को पूरे देश के लिये शर्मनाक बताते हैं और रेप की घटनाओं से उनका सिर शर्म से झुक जाता है. वहीं एनके मंत्री का रेप के बारे में इस तरह का बयान आना काफी शर्मनाक है. इस पर मोदी जर क्या कहना चाहेंगे?' कांग्रेस ने भी अरुण जेटली के बयान पर कड़ी आपत्ति दर्ज की है. कांग्रेस नेता शोभा ओझा ने कहा है कि वित्त मंत्री को देश की महिलाओं से इस बयान पर माफी मांगनी चाहिये.

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Posted By: Abhishek Kumar Tiwari