आरुषि केस: किस तरह बदल गई कुछ लोगों की जिंदगी
हेमराज की पत्नी45 वर्षीय हेमराज की हत्या के बाद नेपाल स्थित अपने गांव में तंगहाल जीवन बिता रही उसकी पत्नी खुम काला बंजादे ने अदालत के फैसले पर निराशा जताई है. उसने तलवार दंपति को फांसी की सजा देने की मांग की है. उसने कहा कि डॉ दंपति ने उसके पति पर झूठा आरोप लगाया. हेमराज का इस मामले से कोई लेना-देना नहीं था. वह ईमानदार आदमी था. बंजादे ने मांग की है कि उसे पति की मौत का उचित मुआवजा दिया जाए. आरुषि-हेमराज मर्डर केस कब, कैसे और कहां हुआ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें बयान देने को लेकर भिड़े अधिवक्ता
मीडिया में बयान देने को लेकर सीबीआइ अदालत के बाहर अधिवक्ताओं के दो गुट आपस में भिड़ गए. अदालत के बाहर मौजूद पुलिसकर्मियों ने बीच-बचाव कर मामला शांत कराया. तलवार दंपति को सजा सुनाए जाने के बाद अदालत के बाहर अधिवक्ता नरेश यादव मीडियाकर्मियों को बयान दे रहे थे. अधिवक्ता संजय त्यागी भी इसी मामले में मीडियाकर्मियों को बयान दे रहे थे. इस दौरान त्यागी के साथ खड़े अधिवक्ताओं और नरेश यादव के बीच कहासुनी होने लगी. दोनों पक्ष के अधिवक्ता एक दूसरे पर मीडिया के सामने गलत तथ्य रखने का आरोप लगाने लगे. बात बढऩे पर दोनों पक्षों के बीच हाथापाई होने लगी. आखिर तलवार दंपत्ति ने क्यों किया अपनी बेटी और नौकर का खून पढ़ने के लिए यहां क्लिक करेंपड़ोसियों ने बदला आशियानाडॉ राजेश तलवार के जलवायु विहार स्थित फ्लैट (एल-32) के आसपास रहने वाले अधिकतर लोगों ने अपना आशियाना बदल लिया है. किसी ने अपना फ्लैट किराये पर लगा दिया है तो किसी के रिश्तेदार वहां रहते हैं. सोसाइटी के एल ब्लॉक की सब-बिल्डिंग में आठ फ्लैट हैं. 15 मई, 2008 की वारदात के बाद अब पड़ोस के छह फ्लैट में नए लोग रहते हैं. एल-31 में रहने वाली मोनिका मल्होत्रा का कहना है कि जब हम लोगों ने यहां शिफ्ट किया तब आसपास लोगों से इस बारे में बात की थी. सभी लोगों ने बताया कि तलवार दंपती ही दोषी हैं. एल-85 में रहने वाली शोभा शर्मा का कहना है कि जब आरुषि की हत्या हुई थी, तभी उसके मां-बाप को भगवान से दंड मिल गया था. डॉ दंपति को उम्रकैद की सजा सुनाए जाने के बाद सोसाइटी में सन्नाटा पसरा रहा.
Hindi news from National news desk, inextlive