- रोक के बावजूद सिटी में धड़ल्ले से बिक रहा प्रेशर हॉर्न

- दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के रियलिटी चेक में हकीकत आयी सामने

- ऑटोमोबाइल शॉप पर नहीं हो रही कार्रवाई

सिटी में जाम तो आम है। आप भी ट्रैफिक जाम में फंसते ही होंगे। उस वक्त सबसे ज्यादा इरिटेट अगर कुछ करता है तो वो है बेवजह बजने वाला प्रेशर हॉर्न। कानफोड़ू ये हॉर्न कान के लिए किसी बम से कम नहीं लगता। जबकि प्रेशर हॉर्न को गाड़ी में लगाने पर बैन है। सवाल ये है कि आखिर प्रतिबंध के बाद भी लोग अपनी गाडि़यों में ये हॉर्न कहां से लगवा लेते हैं। इसे जानने के लिए दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने बुधवार को सिटी के ऑटोमोबाइल मार्केट की पड़ताल की। इसमें जो बात सामने आयी उसे जानकर आप भी हैरान हो जाएंगे।

आसानी से मिल रहा हॉर्न

हम प्रेशर हॉर्न की हकीकत जानने मोटर पार्टस की दुकानों पर पहुंचे। सबसे पहले फोर व्हीलर मार्केट नदेसर के ऑटोमोबाइल की दुकानों पर गये। यहां हमें इस तरह मिल गया प्रेशर हॉर्न।

रिपोर्टर- भाई साहब मुझे अपनी गाड़ी में प्रेशर हॉर्न लगवाना है।

दुकानदार- कौन सी गाड़ी है।

रिपोर्टर- टाटा सफारी।

दुकानदार- मिल जाएगा।

रिपोर्टर- उसका रेट क्या है।

दुकानदार- अलग-अलग कंपनी के प्रेशर हॉर्न का रेट 1000 से लेकर 3000 रुपए तक है।

रिपोर्टर- ब्रांडेड वाला बताइये

दुकानदार- रुट्स ब्रांड का प्रेशर हार्न ले लीजिए अच्छा है।

रिपोर्टर-ये कितने में मिलेगा।

दुकानदार- दो प्रेशर हॉर्न 2300 में मिलेंगे।

रिपोर्टर- क्या दो लगाना जरूरी है।

दुकानदार- दो प्रेशर हॉर्न ही लगते हैं। जिससे आवाज बुलंद निकलती है।

इस तरह हमें इस दुकान से प्रेशर हॉर्न मिल गया। इसके बाद हम और भी दुकानों में गये। वहां भी हमें प्रेशर हॉर्न लेने में कोई दिक्कत नहीं हुई। बस पैसा दीजिए और मनचाहा और तेज से तेज आवाज वाला हॉर्न ले लीजिए। मसलन ज्यादा तेज साउंड वाले हॉर्न, अलग आवाज में बजने वाले हॉर्न की पूरी रेंज है। इनकी कीमत एक हजार से लेकर करीब पांच हजार तक है।

टू व्हीलर वाले भी कर रहे बिक्री

इसके बाद हम टू व्हीलर मार्केट मलदहिया पहुंचे। यहां हम बारी-बारी से लगभग सभी दुकानों पर गये। सभी जगह हमें प्रेशर हॉर्न मिल गया। इसकी कीमत तीन सौ लेकर पांच सौ के बीच है। जिसे आसानी से खरीदकर गाड़ी में लगवाया जा सकता है।

नहीं हो रही कार्रवाई

ऑटोमोबाइल की दुकानों पर प्रेशर हॉर्न की ब्रिक्री बेरोकटोक की जा रही है। दुकानदार हॉर्न बेच कर मोटी कमाई कर रहे हैं। बावजूद इसके इनपर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। पुलिस हो या एडमिनिस्ट्रेशन कभी जांच के लिए भी इन ऑटोमोबाइल शॉप पर नहीं जाते। इसका नतीजा है कि शहर में धड़ल्ले से प्रेशर हॉर्न लगी गाडि़यां शोर मचा रही हैं।

ये है नियम

गाडि़यों में हॉर्न ऐसा होना चाहिए जिससे शोर न मचे। इसके लिए सेंट्रल मोटर व्हेकिल रुल्स ने नियम बनाये हैं। जिसके तहत 93 से 112 डेसीबल तक हॉर्न की आवाज होनी चाहिए। कंपनी से गाडि़यों में इतने ही डेसीबल के हॉर्न लगाये जाते हैं। लेकिन शौकिया लोग अलग से प्रेशर हॉर्न लगा लेते हैं। जो करीब दो सौ से ढाई सौ डेसीबल का होता है। जो नियम के खिलाफ तो है ही कानों को भी नुकसान पहुंचाता है।

फाइन का भी नहीं डर

शहर में चलने वाली गाडि़यों में प्रेशर हॉर्न का यूज करने पर ट्रैफिक पुलिस फाइन भी करती है। प्रेशर हॉर्न के इस्तेमाल पर दो हजार से लेकर पांच हजार तक जुर्माना लगाया जाता है। चेकिंग अभियान के दौरान अक्सर पुलिस ऐसे वाहनों पर फाइन लगाती है। इसके बाद भी लोग प्रेशर हॉर्न गाडि़यों में धड़ल्ले से लगवा रहे हैं।

एक नजर

1000

हजार से तीन हजार है फोर व्हीलर के प्रेशर हॉर्न की कीमत

300

सौ से पांच सौ है टू व्हीलर के प्रेशर हॉर्न का रेट

93

से लेकर 112 डेसीबल आवाज वाले हॉर्न लगाने का है नियम

200

से ढाई सौ डेसीबल के होते हैं प्रेशर हॉर्न

2000

हजार से पांच हजार तक का है प्रेशर हॉर्न पर जुर्माना

क्या कहते हैं अधिकारी-

- शहर में दो पहिया व चार पहिया गाडि़यों में प्रेशर हॉर्न लगाने और बिक्री पर पूरी तरह से बैन है। यदि कोई ऐसा हॉर्न को बेच रहा है तो उस पर कार्रवाई की जाएगी। साथ ही गाडि़यों में इसे लगाकर चलने वालों का चालान भी किया जाएगा।

श्रवण कुमार सिंह, एसपी ट्रैफिक, वाराणसी सिटी

Posted By: Inextlive