सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर राज्य सरकार ने शाहजहांपुर मामले की जांच के लिए आईजी लोक शिकायत नवीन अरोड़ा के नेतृत्व में विशेष जांच दल एसआईटी का गठन कर दिया है।


- सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर शासन ने आईजी को सौंपी जांच - स्वामी चिन्मयानंद पर लगे आरोपों व रंगदारी मांगे जाने की करेगी पड़ताल- पीडि़त छात्रा व भाई का रूहेलखंड यूनिवर्सिटी या संबद्ध कॉलेज में दाखिला कराने का आदेश लखनऊ (ब्यूरो)। चीफ सेक्रेटरी राजेंद्र कुमार तिवारी ने पीडि़त विधि छात्रा व उसके भाई का रूहेलखंड यूनिवर्सिटी या उससे संबद्ध दूसरे कॉलेज में दाखिला कराने और छात्रा व परिवार को सुरक्षा देने का भी निर्देश दिया है। वीडियो वायरल कर लगाए थे आरोप


पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री व मुमुक्षु आश्रम के पीठाधीश्वर स्वामी चिन्मयानंद पर एक विधि छात्रा को अगवा कराने समेत अन्य संगीन आरोप हैं। बीते दिनों छात्रा ने एक वीडियो वायरल कर शारीरिक शोषण व दुष्कर्म के गंभीर आरोप लगाए थे, जिसके बाद छात्रा लापता हो गई थी। परिवारीजन ने शाहजहांपुर में स्वामी चिन्मयानंद के खिलाफ बेटी को अगवा कराने की एफआईआर दर्ज कराई थी। बाद में पुलिस ने छात्रा को राजस्थान से बरामद किया था। इससे पहले  22 अगस्त को स्वामी चिन्मयानंद के वाट्सएप नंबर पर एक मैसेज आया था, जिसमें उनसे पांच करोड़ की रंगदारी मांगी गई थी। इस मामले में शाहजहांपुर में ही अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था।

चिन्मयानंद केस : नहीं चाहते 'उन्नाव रिटर्न'! सुप्रीम कोर्ट में चिन्मयानंद के खिलाफ याचिका दायरभारतीय सिंह को बनाया सदस्यचीफ सेक्रेटरी ने बताया कि शाहजहांपुर प्रकरण की जांच के लिए आईजी लोक शिकायत नवीन अरोड़ा के अध्यक्षता में एसआइटी गठित की गई है। जिसमें 41वीं वाहिनी पीएसी गाजियाबाद की सेनानायक भारती सिंह को सदस्य बनाया गया है। जरूरत के मुताबिक आईजी एसआइटी में साफ-सुथरी छवि के विशेषज्ञ पुलिसकर्मियों को शामिल करेंगे। चीफ सेक्रेटरी ने कमिश्नर बरेली और महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय, बरेली के कुलपति को पीडि़त विधि छात्रा व उसके भाई का दाखिला विश्वविद्यालय या उससे संबद्ध किसी कॉलेज में कराने के निर्देश दिए हैं। एसपी शाहजहांपुर को पीडि़त छात्रा, उसके माता-पिता व परिवार के अन्य सदस्यों की सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित कराने का निर्देश भी दिया है। lucknow@inext.co.in

Posted By: Shweta Mishra