- चौक स्थित ज्योतिबा फुले पार्क मल्टी लेवल पार्किंग में अनाप-शनाप मासिक पास शुल्क से लोगों में नाराजगी

- हलकान लोगों ने रोड किनारे शुरू की कारों की पार्किंग, व्यापारी विरोध पर उतरे

फैक्ट फाइल

- 3400 स्क्वायर मीटर में बनी है दो मंजिला अंडरग्राउंड पार्किंग

- 396 कारें पार्क करने की जगह

- 266 बाइक हो सकती हैं पार्क

- 3500 रुपये में बन रहा मासिक कार पार्किंग पास

- 24 घंटे कार पार्क कर सकते हैं मासिक पास बनवाने वाले

pankaj.awasthi@inext.co.in

LUCKNOW: राजधानी में सड़क किनारे गाडि़यों की पार्किंग से निजात दिलाने के लिये सरकार मल्टी लेवल पार्किंग बनवा रही है लेकिन, ठेकेदार मोटी कमाई के लालच में सरकार की मंशा पर ही पलीता लगाने में जुट गए हैं। हम बात कर रहे हैं चौक स्थित ज्योतिबा फुले मल्टीलेवल पार्किंग की। जहां ठेकेदार ने खुद ही मासिक पार्किंग शुल्क को तीन गुना से ज्यादा कर दिया है। ठेकेदार की इस मनमानी से परेशान लोगों ने मजबूरन रोड किनारे पार्किंग शुरू कर दी है। नतीजतन, चौक में जाम के हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं।

दिनभर लगता था जाम

चौक में पार्किग न होने की वजह से गोल दरवाजे से कोनेश्वर चौराहे तक सड़क के बीच और किनारों पर गाडि़यां पार्क करते थे। नतीजतन, 30 फुट चौड़ी सड़क पर 15 फुट तक अतिक्रमण रहता था। जिसके चलते इलाके में दिनभर जाम लगा रहता था। अवैध पार्किंग के चलते इस जाम की समस्या को देखते हुए एलडीए ने ज्योतिबा फुले पार्क में मल्टी लेवल पार्किंग का निर्माण कराया था। इसी वर्ष 19 फरवरी को राजधानी के सांसद और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने इस पार्किंग का लोकार्पण किया था।

बताया कुछ, हो गया कुछ

3400 वर्गमीटर में दो मंजिला अंडरग्राउंड मल्टी लेवल पार्किंग में 396 कार व 266 बाइक खड़ी करने का इंतजाम है। पार्किंग के लोकार्पण के वक्त एलडीए की ओर से बताया गया था कि कार की पार्किंग के लिये मासिक पास का शुल्क 1000 रुपये होगा। पार्किंग के शुभारंभ के बाद लोगों ने इस पार्किंग में अपनी कारें पार्क करना शुरू कर दिया। पर, बीते दिनों एलडीए ने पार्किंग का ठेका उठा दिया। जिसके बाद एक नवंबर से ठेकेदार ने कार पार्किंग के मासिक पास का शुल्क 3500 रुपये कर दिया। जिसके बाद स्थानीय लोगों ने पार्किंग से कार हटा लीं और उसे फिर से रोड किनारे पार्क कर दिया।

व्यापारी बोले:

पार्किंग शुरू होते वक्त कार का मासिक पास के लिये 1000 रुपये शुल्क तय किया गया था। बीती एक नवंबर से पार्किंग शुल्क में बेतहाशा बढ़ोत्तरी कर दी गई। मजबूरन हमें कार निकालनी पड़ीं।

- निलय धवन

मेरे पास तीन कार हैं। तीनों कार इसी पार्किंग में पार्क करता था, जिसमें तीन हजार रुपये प्रतिमाह का खर्च आता था। लेकिन, अब यह खर्च बढ़कर 10,500 रुपये हो गया है। लिहाजा मैने मजबूरन कार रोड किनारे पार्क करना शुरू किया है।

-संजीव महेंद्रू

एलडीए ने पार्किंग का ठेका तो उठा दिया लेकिन, उसका ठेकेदार पर कोई नियंत्रण नहीं है। मासिक पास शुल्क में इतना इजाफा एलडीए कर्मियों की मिलीभगत के बिना संभव नहीं है। बढ़े हुए शुल्क को तुरंत वापस लिया जाए।

- आदीश जैन

एलडीए को लोगों को प्रोत्साहित करने के लिये पार्किंग शुल्क वाजिब रखना चाहिये। लेकिन, इसे धंधा बना लिया गया और मनमाफिक ठेकेदार के जरिए उगाही कराई जा रही है। सांसद राजनाथ सिंह और सीएम योगी आदित्यनाथ को इस ओर ध्यान देना चाहिये।

- ऋद्धि किशोर गौड़

वर्जन।

अभी यह प्रकरण अभी मेरी जानकारी में नहीं है। इसकी जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।

पीएन सिंह, वीसी, एलडीए

Posted By: Inextlive