गोवा के सीएम मनोहर पार्रिकर को बहुत जल्‍द देश का रक्षा मंत्री बनाया जा सकता है. फिलहाल यह मंत्रालय वित्त मंत्री अरुण जेटली के पास है. सूत्रों के मुताबिक 9 नवंबर को यह विस्तार किया जा सकता है. इस फेरबदल में कुछ नये मंत्रियों को सरकार में शामिल किए जाने की बात कही जा रही है. वहीं राजनीतिक गलियारों में एक चर्चा यह भी है कि रेल मंत्री सदानंद गौड़ा सरकार से हट सकते हैं.

पार्रिकर ने किया इंकार  
गोवा के मुख्यमंत्री पार्रिकर द्वारा बुधवार को राज्य मंत्रिमंडल की प्रस्तावित बैठक रद कर दिल्ली के लिए उड़ान भरने के साथ ही मोदी सरकार में विस्तार की चर्चा शुरू हो गई. दिल्ली पहुंचकर पार्रिकर ने सीधे भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात की. इसके बाद वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने उनके आवास सात रेसकोर्स रोड पर गए. पीएम मोदी से मिलने के बाद पार्रिकर ने कहा कि इस मुलाकात में उनके केंद्र में मंत्री बनने को लेकर कोई बात नहीं हुई. इस तरह यह मामला ही खत्म है. मैंने अपने राज्य से संबंधित मुद्दों पर बातचीत के लिए पीएम से समय मांगा था और हमारी बातचीत इसी पर केंद्रित रही. यह पूछे जाने पर कि क्या वे गोवा के मुख्यमंत्री बने रहेंगे? पार्रिकर ने कहा, बिल्कुल.
कौन मंत्री होंगे शामिल
सूत्रों के मुताबिक मंत्रिमंडल विस्तार में मुख्तार अब्बास नकवी को कार्यक्रम क्रियान्वयन और सांख्यिकी विभाग का कैबिनेट मंत्री बनाया जा सकता है. हरियाणा के प्रमुख जाट नेता बीरेंद्र सिंह और युवा सांसद अनुराग ठाकुर को स्वतंत्र प्रभार का राज्यमंत्री बनाए जाने की चर्चा है. हंसराज अहीर को ग्रामीण विकास विभाग का कैबिनेट मंत्री बनाया जा सकता है. पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा के बेटे जयंत सिन्हा को रक्षा या वित्त मंत्रालय में राज्य मंत्री का दर्जा दिया जा सकता है. निर्मला सीतारमण से वित्त विभाग की जिम्मेदारी ली जा सकती है. इसके साथ ही सुरेश प्रभु और गिरिराज सिंह के नाम भी संभावित मंत्रियों के तौर पर लिए जा रहे हैं.
गोवा को संभालेगा कौन
मनोहर पार्रिकर के दिल्ली जाने की स्थिति में श्रीपद नाइक गोवा के अगले मुख्यमंत्री हो सकते हैं. नाइक इस समय केंद्र में पर्यटन और संस्कृति राज्यमंत्री हैं. इसके साथ ही मोदी अपने कुछ मंत्रियों का कद और बढ़ा सकते हैं. सूचना प्रसारण राज्यमंत्री प्रकाश जावड़ेकर और वाणिज्य राज्यमंत्री निर्मला सीतारमण को कैबिनेट मंत्री बनाया जा सकता है. वहीं दूसरी ओर अरुण जेटली, नितिन गडकरी और रविशंकर प्रसाद जैसे मंत्रियों के पास इस समय कई मंत्रालय हैं. उनका भार हल्का किया जा सकता है.
45 मंत्रियों के साथ शुरुआत  
आपको बताते चलें कि पीएम नरेंद्र मोदी ने 45 मंत्रियों के साथ 26 मई 2014 को शपथ ली थी. अभी यह आजाद भारत का अब तक का सबसे छोटा मंत्रिमंडल है. मोदी ने सिर्फ 23 कैबिनेट मंत्री बनाए, जबकि 10 स्वतंत्र प्रभार के राज्यमंत्री हैं और 12 राज्य मंत्री हैं. पिछली सरकार में 80 मंत्री थे. मोदी अपने मंत्रिमंडल में 81 मंत्री बना सकते हैं. सूत्रों के अनुसार, पीएम नरेंद्र मोदी ईमानदार छवि के मनोहर पार्रिकर को रक्षा मंत्रालय की जिम्मेदारी देना चाहते हैं. पार्रिकर आइआइटी मुंबई से मेटलर्जिकल इंजीनियङ्क्षरग में स्नातक हैं.

Hindi News from India News Desk

 

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari