अगर आप अपने ATM कॉर्ड को अनलिमिटेड यूज करते हैं तो फिर अब हो जाइये सावधान. अब आपकी यह अनलिमिटेड फैसेलिटी की जल्‍द ही एक लिमिट बन जायेगी. अब आप अपने ही बैंक के ATM का सीमित इस्‍तेमाल कर पायेंगे.

बैलेंस चेक में भी देना होगा शुल्क
खबरों के मुताबिक इस साल नवंबर से ATM के सभी रूल्स का चेंज किया है. अब आप अपने बैंक के ATM से हर महीने सिर्फ 5 और अन्य बैंक के ATM से सिर्फ 3 ट्रांजैक्शन ही मुफ्त कर सकेंगे. इसके बाद ATM से हर ट्रांजैक्शन पर आपको 20 रुपये की रकम चुकानी होगी. यह रकम आपके एकाउंट से ही काट ली जायेगी. आपको बता दें कि इस ट्रांजैक्शन में सिर्फ रकम निकालना ही शामिल नहीं है, बल्कि एकाउंट की जानकारी, चेक बुक रिक्वेस्ट, पिन बदलना और मोबाइल रिचार्ज करने पर भी शुल्क देना पड़ेगा. यह नया नियम देश के 6 मेट्रो सिटीज में इस साल नवंबर से लागू होगा. गौरतलब है कि रिजर्व बैंक की परमीशन से यह व्यवस्था देश के 6 सिटीज दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, बेंगलुरु, कोलकाता और हैदराबाद में लागू की जायेगी. इसके लिये बैंको के संगठन भारतीय बैंक संघ ने रिजर्व बैंक को ज्ञापन भेजा था.
बेसिक सेविंग एकाउंट को राहत
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने देश के बैंकों से 2005 में गरीब लोगों को बैंक से जोड़ने के लिये 'नो फ्रिल' एकाउंट खोलने के निर्देश दिये थे. इसके तहत बैंक एकाउंट बिना किसी रकम के खोले जा सकते थे. हालांकि बाद में रिजर्व बैंक ने नो फ्रिल एकाउंट को बेसिक सेविंग्स एकाउंट में बदलने के निर्देश दिये थे. बेसिक सेविंग्स एकाउंट होल्डर हर महीने अपने एकाउंट से 4 बार ही रकम निकाल सकते हैं. इसमें ATM ट्रांजैक्शन भी शामिल है. ऐसे एकाउंट्स में रकम कितनी बार भी जमा की जा सकती है. इसके साथ ही बेसिक सेविंग्स एकाउंट में नो फ्रिल एकाउंट की तरह ही न्यूनतम बैलेंस रखने की कोई बंदिश नहीं होती है. इसके अलावा अगर ऐसे एकाउंट को लंबे समय तक ऑपरेट न किया जाये तो भी कोई चार्ज नहीं लगता है. 

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Posted By: Abhishek Kumar Tiwari