-आय, जाति और निवास प्रमाण पत्र के लिए तहसील के आसपास के एरिया में जमकर हो रहा खेल

-स्टांप विक्रेता से लेकर लेखपाल तक हैं इस चेन का पार्ट

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यूं तो आय, जाति और निवास प्रमाण पत्र बनवाने के लिए जनसेवा केंद्रों पर रेट सिर्फ तीस रुपए है। लेकिन, अगर यह तीनों सर्टिफिकेट फटाफट चाहिए तो फिर मोटी रकम खर्च करनी पड़ती है। 450 रुपए देने के बाद एक सप्ताह की यह प्रॉसेस महज दो से तीन दिन में पूरी हो जाती है। हर सप्ताह सैकड़ों की संख्या में आय, जाति और निवास प्रमाण पत्र के आवेदन आते हैं, ऐसे में यह बड़ा खेल साबित हो रहा है और इसमें स्टांप विक्रेता से लेकर लेखपाल तक संलिप्त हैं।

पूछताछ से मिली जानकारी

इन दिनों तमाम नौकरी, भर्ती, इंटरव्यू, एडमिशन आदि को में सरकार आय, जाति और निवास प्रमाण पत्र की मांग कर रही है। यही वजह है कि रोजाना बड़ी संख्या में इन तीनों सर्टिफिकेट के लिए आवेदन हो रहे हैं। दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट रिपोर्टर को पता चला कि साधारण तरीके से यह सर्टिफिकेट लेने के लिए छह से सात दिन इंतजार करना होता है। लेकिन दो से तीन दिन में चाहिए तो पैसे खर्च करने पड़ते हैं। यह जानने के लिए हमने सदर तहसील में पूछताछ की तो बताया गया कि किसी भी स्टांप विक्रेता से मिल लीजिए। वहां आपकी समस्या का समाधान हो जाएगा। इस पर रिपोर्टर ने एक-एक करके तीन स्टांप विक्रेता से बात की तो हकीकत सामने आ गई।

पहले वेंडर से बात

रिपोर्टर: भइया, आय, जाति और निवास प्रमाण पत्र बनवाना है?

स्टांप विक्रेता: बन जाएगा। फोटो और आईडी दे दीजिए।

रिपोर्टर: कितना पैसा लगेगा?

स्टांप विक्रेता: एक सर्टिफिकेट का 150 रुपए दाम है। तीनों का मिलाकर 450 रुपए लग जाएगा।

रिपोर्टर: बहुत ज्यादा है यह दाम। कुछ कम कर दीजिए।

स्टांप विक्रेता: इससे कम नहीं हो पाएगा। इस पैसे में साइबर कैफे वाले को देना होगा। फिर तुरंत रिपोर्ट लगवाने के लिए लेखपाल को भी पैसे देने होते हैं।

रिपोर्टर: कितने दिन में मिल जाएगा?

स्टांप विक्रेता: अभी डाक्यूमेंट दीजिए और कल-परसों में ले लीजिए। ऑनलाइन भी उपलब्ध हो जाएगा।

(इसके बाद रिपोर्टर पैसे अधिक होने का बहाना बनाकर दूसरे स्टांप वेंडर के पास चला गया.)

दूसरे वेंडर से बात

रिपेार्टर: आय, जाति और निवास प्रमाण पत्र बनवाना है। कितने पैसे लगेंगे और कब मिलेगा?

स्टांप विक्रेता: तीनों सर्टिफिकेट के लिए 450 रुपए लग जाएगा।

रिपोर्टर: पैसे अधिक ले रहे हैं आप, इससे कुछ कम कर दीजिए।

स्टांप विक्रेता: ज्यादा सस्ते में काम कराना चाहते हैं तो थोड़ा समय लगेगा।

रिपोर्टर: अच्छा कितने में काम हो जाएगा?

स्टांप विक्रेता: बस तीस रुपए लगेंगे। थोड़ा ज्यादा हुआ तो पचास मान लीजिए।

रिपोर्टर: अच्छा। और समय कितना लगेगा?

स्टांप विक्रेता: समय मान लीजिए कि हफ्ते-दस दिन तक का लग जाएगा।

रिपोर्टर: अरे, इतना टाइम नहीं है। जल्दी से चाहिए। फॉर्म भरना है।

स्टांप विक्रेता: तो भइया, 450 रुपए से एक पैसा कम नहीं होगा। तीन दिन में काम ओके।

औसतन 500 से 1000 आवेदन

-केवल शहर की बात करें तो हर सप्ताह औसतन आय, जाति और निवास प्रमाण पत्र में प्रत्येक का 500 से 1000 तक ऑनलाइन आवेदन होता है।

-पूर्व में इनकी आड़ में होने वाली पैसे की बंदरबांट को खत्म करने के लिए सरकार ने आवेदन प्रक्रिया ऑनलाइन कर दी थी।

-लेकिन कमाने वालों ने नया जरिया निकाल लिया। क्योंकि ऑनलाइन में एक सप्ताह तक समय लगता है।

-पैसे ले देकर महज दो से तीन में यह सर्टिफिकेट ऑनलाइन जारी कर दिया जाता है।

इंतजार नहीं करना चाहते लोग

लोगों की ब्रेसब्री और जल्दबाजी की वजह से अवैध कमाई का जरिया फल-फूल रहा है। लोग ऑनलाइन सर्टिफिकेट जारी होने का इंतजार नहीं करना चाहते। उन्हें फटाफट तीनों सर्टिफिकेट चाहिए होता है। सरकार भी नौकरी भर्ती, इंटरव्यू, स्कालरशिप, एडमिशन, सहायता योजना आदि प्रॉसेस में इन सर्ठिफिकेट को अनिवार्य कर चुकी है। ऐसे में लोग चाहते हैं कि उनके प्रमाण पत्र बनने में कोई अड़चन पेश नही आए। इसके लिए वह मोटी रकम आसानी से खर्च कर देते हैं।

यह तो ऑनलाइन प्रॉसेस है। फिर भी अगर किसी के साथ ऐसा हुआ है तो हमें साक्ष्य दे। हम दोषी के खिलाफ जरूर एक्शन लेंगे।

-एके कन्नौजिया,

एडीएम सिटी

Posted By: Inextlive