पहली बाधा हुई 'ध्वस्त'
- गरजा रेलवे का बुल्डोजर, उजड़ गई मलाकराज बस्ती
-वर्षो से आबाद थी अवैध बस्ती, कई बार की नोटिस के बाद भी नहीं हट रहे थे गरजा रेलवे का बुल्डोजर, उजड़ गई मलाकराज बस्ती -वर्षो से आबाद थी अवैध बस्ती, कई बार की नोटिस के बाद भी नहीं हट रहे थे ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in ALLAHABAD: रामबाग रेलवे क्रांसिग पर जाम का झाम खत्म करने के लिए रेलवे ने वेडनेसडे को पहली बाधा पार कर ली। यहां रेलवे लाइन के किनारे वर्षो से आबाद मलाकराज बस्ती को बुल्डोजर ने धवस्त कर दिया। अवैध रूप से रह रहे बस्ती वासियों को हटने के लिए रेलवे ने कई बार नोटिस दिया था, लेकिन वे हट नहीं रहे थे। इसके चलते यह सख्त कदम उठाना पड़ा। पहुंची टीम तो मचा हड़कंपरेलवे लाइन के बगल बसी मलाकराज बस्ती को उजाड़ने पहुंची टीम देख यहां हड़कंप मच गया। लोग रोने-विलखने लगे। पूरी बस्ती में रोना-पीटना शुरू हो गया। महिलाएं रोने लगी वहीं पुरुष अपनी गृहस्थी बचाने में लग गए, ताकि उनके घर का सामान बच जाए।
पहले ही दी गई थी नोटिसमलाकराज बस्ती रामबाग रेलवे स्टेशन के पास एस्केलेटर ब्रिज निर्माण में रोड़ा बनी हुई थी। इसे लेकर अधिकारियों ने बस्ती वालों को कई बार नोटिस दी थी। लेकिन वे हट नहीं रहे थे। चुनाव प्रक्रिया संपन्न होने और आचार संहिता खत्म होते ही वेडनेसडे को टीम ने अपना काम किया और करीब एक दर्जन घरों को ढहा दिया गया।
इसलिए हुई कार्रवाई - रामबाग रेलवे क्रासिंग की वजह से यहां भीषण जाम लगता है। - जाम के झाम को खत्म करने के लिए यहां एस्केलेटर ब्रिज प्रस्तावित है - तत्कालीन सपा सांसद यहां स्केलेटर ब्रिज का शिलान्यास भी कर चुके हैं - अवैध रूप से बसी बस्ती इस प्लानिंग में रोड़ा बनी हुई थी - कई बार नोटिस के बाद भी नहीं खाली की बस्ती - चुनाव आचार संहिता के चलते चुप थे अधिकारी - आचार संहिता खत्म होते ही अधिकारियों ने पहली बाधा पार की