'ब्रेकअॅप' कर रही जिंदगी, फिर भी नहीं मान रहे रूल्स
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गाडि़यों का जनवरी माह में कुल हुआ चालान 2853 लोगों का ट्रैफिक पुलिस ने किया नो-हेलमेट में चालान 554 लोगों का जनवरी में नो-डीएल पर हुआ चालान 531 लोगों का नो-सीट बेल्ट में किया गया है चालान चालकों द्वारा बताए जा रहे बहाने को कोट कर प्रमुख चौराहों पर लगवाए जाएंगे बोर्डPRAYAGRAJ: सिटी से गांव तक एक्सीडेंट की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। ट्रैफिक नियमों का पालन न किया जाना एक्सीडेंट की बड़ी वजह है। हालात में सुधार को लेकर एक्टिव शीर्ष अफसरों द्वारा अभियान चलाए जा रहे हैं। लोग अवेयर किए जा रहे हैं कि वह सीट बेल्ट लगाएं और हेलमेट पहनें और डीएल साथ रखें। बावजूद इसके ज्यादातर वाहन चालक सुधरने का नाम नहीं ले रहे। नवंबर में नये ट्रैफिक रूल्स लागू होने के साथ जुर्माने की राशि बढ़ा दिये जाने के बाद पुलिस और परिवहन विभाग दोनों एक्टिव हुए थे तब रोड एक्सिडेंट की घटनाएं कम हुई थीं। इधर, पुलिस और परिवहन दोनों विभागों ने थोड़ी ढील दी तो फिर से पुराने हालात बन गये हैं। एक सप्ताह के भीतर जिले में डेढ़ दर्जन से अधिक की मौत इसकी पुष्टि करती है।
90 गाडि़यों की चेकिंग बुधवार दोपहर सिविल लाइंस में हुई 20 चालकों ने बताया घर पर भूल गए हैं हेलमेट10
चालकों ने कहा साहब हेलमेट था मगर चोरी हो गया
30 चालकों ने बताई इमरजेंसी व जल्दबाजी में हेलमेट/डीएल भूलने की बात 15 लोगों ने चेकिंग में बताया कि पास में ही घर है, चौराहे तक आए थे 15 चालकों मिले ट्रैफिक नियम पालन करने में अपडेट जनवरी में जिले के अंदर 137 रोड एक्सीडेंट हुए इन हादसों में मरने वालों की संख्या 52 काउंट की गई रोड एक्सीडेंट की चपेट में आए 85 लोग घायल हुए फरवरी माह में जिले के अंदर अब तक 69 एक्सीडेंट हुए इस एक्सीडेंट में मरने वालों की संख्या मात्र 25 बताई गई सूत्रों की मानें तो विभाग के पास हादसे में घायलों की संख्या सिर्फ 35 है एक तो नियम का पालन नहीं करते, ऊपर से चेकिंग में पकड़े जाने पर तमाम तरह के चालक बहाने बताते हैं। इसी को देखते हुए यह प्लान अफसरों की ओर से तैयार किया गया है। रत्नेश सिंह, सीओ बैरहना/ट्रैफिक