: भीषण ठंड और कोहरे में लोगों की फ्लाइट उडऩे से पहले कैंसिल हो रही है. ऐसे हजारों लोग हैं जो कई जरूरी कामों से दूसरे शहर से प्रयागराज आ रहे थे लेकिन उड़ान कैंसिल हो जाने से नहीं पहुंच सके और अब नुकसान होने का डर उन्हे सता रहा है. बता दें कि शुक्रवार को लखनऊ गोरखपुर देहरादून रायपुर व इंदौर से आने वाले फ्लाइट कोहरे के चलते रद कर दी गई है. दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट के सामने ऐसे तमाम केसेस आए. जिसमें यात्रियों का कोर्ट व कचहरी में डेट लगी थी तो कोई मकान की रजिस्ट्री कराने से चूक गया. अब ये यात्री नेक्स्ट डे आने का प्लान फिर से बनाने लगे हैं.

प्रयागराज ब्यूरो । मऊआइमा के रहने अधिवक्ता प्रियांशु शुक्ला जिला कचहरी में प्रैक्टिस करते हैं।
रोजाना की तरह वह शुक्रवार को कचहरी पहुंचे थे। तभी उनके पास लखनऊ से आने वाले एक क्लाइंट का फोन आता है कि आज वह नहीं आ पाएंगे। क्योंकि ठंड व कोहरे के चलते फ्लाइट्स कैंसिल हो गई है। ऐसे में वह अगली डेट ले लें। वहीं अधिवक्ता ने कोर्ट में बहस के लिए पूरी तैयारी कर रखी थी। ऐसे में मजबूरन उन्हें कोर्ट में अनुपस्थित का कारण बताते हुये जवाब लगाना पड़ा। कोर्ट ने अगली डेट 18 जनवरी की दी है। क्लाइंट इसबार फ्लाइट्स से आने से कतरा रहा है।


समय बचत के लिए आदमी फ्लाइट्स का सहारा लेता है। ताकि उसी दिन काम कर वापस लौट जाये। लेकिन फ्लाइट्स भी उनकी उम्मीदों पर पानी फेर रही है। अधिवक्ता श्रीकांत पांडेय बताते है कि उनके परिचित के एक व्यक्ति गोरखपुर में रहते है। उन्होंने सिटी के अंदर एक मकान खरीदा था। लेकिन बच्चों की शादी के बाद परिवार गोरखपुर में ही शिफ्ट हो गया। ऐसे में अब वह मकान को सेल कर रहे हैं। उसी मकान की रजिस्ट्री के लिए उनको गोरखपुर से प्रयागराज आना था। समय बचत के लिए उन्होंने फ्लाइट्स का टिकट बुक कराया था। लेकिन फ्लाइट के कैंसिल हो जाने के चलते नहीं पहुंच पाए। दूसरे पार्टी को समझाना पड़ा। रजिस्ट्री मंडे को होगी।


मुझे छह जनवरी को ही प्रयागराज पहुंचना था। लेकिन फ्लाइट कैंसिल होने के चलते नहीं पहुंच सका। सात जनवरी को आया हूं, यह कहना इंदौर के रहने वाले वैभव तिवारी का था। वह बताते है कि ठंड के चलते फ्लाइट कैंसिल हो जाने का मैसेज उनके मोबाइल पर आया। मैसेज देखने के बाद पूरा मूड ऑफ हो गया। लेकिन डाक्टर से जरूरी दिखाने का मामला था। इसलिए प्राइवेट गाड़ी करके
आना पड़ा। अगर शनिवार तक नहीं पहुंचते तो अगले दिन रविवार हो जाता और रविवार को डाक्टर नहीं देखते है। ऑफिस से छुट्टी भी मात्र तीन दिन की मिली थी।


फ्लाइट ही नहीं ट्रेन की भी स्थिति काफी खराब है। हर हफ्ते दो-चार क्लाइंट ऐसे मिल ही जाते है। जिनकी ट्रेन लेट होने के चलते समय और डेट पर नहीं पहुंच पाते है। अचानक से क्लाइंट का फोन आता है कि ट्रेन चार से पांच घंटा लेट है। फ्लाइट कैंसिल हो गई है। यह कहना जिला कचहरी के सीनियर अधिवक्ता दीपक मिश्रा का है। वह बताते है कि क्लाइंट इन्हीं सब डर के चलते एक दिन पहले से आकर होटल में रुक जाते है। ताकि उनका काम समय पर हो जाये। ठंड व कोहरे के चलते ट्रेनों और फ्लाइट की कंडीशन खराब है। दूरदराज से आने वाले क्लाइंट सबसे ज्यादा परेशान हो रहे हैं।

Posted By: Inextlive