-हर पार्ट से पूछे गए प्रश्न, कम्बाइंड ग्रेजुएट लेवल के फेज टू का आयोजन

-डेढ़ लाख से ज्यादा ने छोड़ दी परीक्षा, इलाहाबाद में भी नहीं आए आधे से ज्यादा

ALLAHABAD: स्टॉफ सेलेक्शन कमीशन (एसएससी) की ओर से कम्बाइंड ग्रेजुएट लेवल (सीजीएलल) एग्जाम 2014 के सेकेंड फेज का आयोजन संडे को किया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में परीक्षार्थी सिटी में परीक्षा देने पहुंचे। हालांकि, इलाहाबाद में परीक्षार्थियों की उपस्थिति बमुश्किल चालीस फीसदी तक ही पहुंच सकी। इस एग्जाम से जुड़ी अच्छी बात यह रही कि कमीशन की पैनी नजर के चलते परीक्षा में कहीं से कोई नकल की सूचना नहीं मिली।

पूरी परीक्षा पर रही पैनी नजर

गौरतलब है कि एसएससी सीजीएल परीक्षा को लेकर विशेष सतर्कता बरत रहा है। यही कारण है कि परीक्षा के दौरान लार्ज स्केल पर परीक्षा केन्द्रों पर जैमर का उपयोग किया जा रहा है, जिससे मोबाइल से जुड़ी किसी भी अनैतिक गतिविधियों को पकड़ा जा सके। यही नहीं पूरी परीक्षा की वीडियोग्राफी भी करवाई जा रही है। पहले चरण में 19 अक्टूबर को हुई परीक्षा में जहां इन तौर तरीकों को आजमाया गया, वहीं इस बार भी परीक्षा केन्द्रों पर जैमर और वीडियोग्राफी तकनीकी को आजमाया गया। एसएससी की इस परीक्षा पर विशेष नजर थी। क्योंकि सीजीएल 2013 परीक्षा में हाईप्रोफाइल नकल रैकेट का पर्दाफाश होने के बाद पूरी परीक्षा का आयोजन दोबारा से करवाना पड़ा था।

56 प्रतिशन ने छोड़ दी परीक्षा

यूपी और बिहार में एसएससी सेंट्रल रीजन की ओर से आठ शहरों के 316 परीक्षा केन्द्रों पर परीक्षा करवाई गई। परीक्षा का आयोजन दो पालियों में दिन में 10 से 12 और दो से चार बजे के बीच किया गया। खास बात यह रही कि दोनों प्रदेश में हुई इस परीक्षा में आधे से ज्यादा परीक्षार्थियों ने परीक्षा छोड़ दी। इस परीक्षा में कुल 2,91,377 परीक्षार्थियों में 1,65,822 (56 प्रतिशतत) ने परीक्षा छोड़ दी और केवल 1,25,554 (44 प्रतिशतत) ने ही परीक्षा दी।

इलाहाबाद में भी 60 फीसदी ने छोड़ा

उधर, बात कुछ प्रमुख शहरों में हुई इस परीक्षा की करें तो इलाहाबाद में परीक्षा का आयोजन 67 परीक्षा केन्द्रों पर किया गया। यहां परीक्षार्थियों की संख्या 60,346 थी। इसमें से 23,999 (40 प्रतिशतत) ने परीक्षा दी और 36,346 (60 प्रतिशतत) ने परीक्षा छोड़ दी। परीक्षा में उपस्थिति का सबसे कम प्रतिशत लखनऊ में रहा है। यहां के 9फ् परीक्षा केन्द्रों पर 90,7ख्ख् परीक्षार्थियों में फ्फ्.09 प्रतिशत ने ही परीक्षा दी। जबकि पटना के भ्7 परीक्षा केन्द्र पर भ्ख्,क्क्म् परीक्षार्थियों में सबसे ज्यादा म्0.भ्ख् प्रतिशत इस परीक्षा में शामिल हुए।

परीक्षा से पहले उधेड़बुन

उधर, दो अलग अलग पालियों में हुई इस परीक्षा में आए प्रश्नों की बात करें तो परीक्षार्थियों के बीच सबसे बड़ी टेंशन इस बात को लेकर थी कि किस पाली में पेपर आसान आएगा और किस पाली में कठिन। क्9 अक्टूबर को हुई परीक्षा में बैठे परीक्षार्थियों की शिकायत इसी बात को लेकर थी कि एक पाली का पेपर आसान कर दिया गया और दूसरी पाली का पेपर कठिन रहा। इससे आसान प्रश्न पत्र वालों के सफलता के चांस बढ़ जाएंगे। फिलहाल तो एक्सपर्ट्स की मानें तो इस बार एसएससी ने परीक्षार्थियों को ऐसा कुछ भी कहने का मौका नहीं दिया।

सहज और सरल रहा प्रश्न पत्र

एक्सप‌र्ट्स का कहना है कि कमीशन ने दोनों ही पालियों के प्रश्न पत्र काफी बैलेंस्ड तरीके से तैयार किए थे। जिसमें सैलेबस में निर्धारित सभी पार्ट से क्वेशचन पूछने की कोशिश की गई। अंग्रेजी में स्पाटिंग एरर, वर्ड मीनिंग, एंटानेम सिनानेम, फिल इन द ब्लैंक्स, पैसेज आदि से सवाल पूछे गए। जनरल स्टडी में हिस्ट्री साइंस, ज्योग्राफी, कम्प्यूटर, करेंट अफेयर्स आदि से प्रश्न पूछे गए। वहीं मैथ में एलजेब्रा, ट्रिकोनमेट्री, ज्योमेट्री, अर्थमैटिक्स, डाटा इंटरप्रेटेशन आदि से सवाल आए। प्रश्न पत्र में रीजनिंग के सवाल भी काफी आसान आए।

इनके तो बढ़ गए सक्सेस के चांस

प्रश्न पत्रों की बावत एसएससी परीक्षाओं की तैयारी कराने वाले वरिष्ठ शिक्षक प्रदीप राय ने कहा कि अच्छी तैयारी करने वालों के सफलता के चांस बढ़ गए हैं। सभी प्रश्न आसान रहे और पेपर काफी बैलेंस्ड बनाया गया था। उन्होंने कहा कि जिन परीक्षार्थियों के क्0भ् से क्क्0 सवाल सही होंगे। उनका क्वालीफाई होना सुनिश्चित है। प्रदीप राय ने कहा कि इस बार कट ऑफ मेरिट लास्ट इयर की अपेक्षा हाई होगी। प्रश्न पत्र में ख्00 नम्बर के ख्00 सवाल थे। इसमें माइनस मार्किंग भी थी।

Posted By: Inextlive