Allahabad: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी स्टूडेंट यूनियन इलेक्शन को लेकर फ्राइडे को इलाहाबाद हाईकोर्ट में होने जा रही सुनवाई को लेकर सभी के दिलों की धड़कन बढ़ गई है. प्रत्याशी समर्थक स्टूडेंट और टीचर्स की निगाहें इस बात पर टिक गई हैं कि हाईकोर्ट कपिल यादव की याचिका पर क्या फैसला लेगा? प्रत्याशियों के जीत हार के मंथन के बीच चहुंओर कोर्ट के डिसिजन पर कयासबाजी का दौर जारी है. मगर कोई भी यह श्योर नहीं कर पा रहा कि कोर्ट का डिसिजन क्या होगा. कोर्ट के फैसले को लेकर उत्सुकता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि थर्सडे को बारी बारी से बड़ी संख्या में कैंडिडेट्स रिटर्निंग आफिसर से मिलकर कोर्ट के रुख की टोह लेते रहे...


पूरी तैयारी कर रखी है बस कोर्ट के डिसिजन का इंतजार है। एयू एडमिनिस्ट्रेशन ने काउंटिंग और रिजल्ट की पूरी तैयारी कर रखी है। इस बावत रिटर्निंग आफिसर प्रो। रामकृपाल ने बताया कि यदि कोर्ट का डिसिजन उनके फेवर में आता है तो मतगणना और परिणाम 30 नवम्बर को निकाल दिया जाएगा। इसके लिए पूरी तैयारी करके रखी गई है। पुलिस और एडमिनिस्ट्रेशन की ओर से भी कोई दिक्कत नहीं है।  यह है वजह


 बता दें कि एयू ने इलेक्शन के लिए कुल आठ प्रत्याशियों का नामांकन नियम विरुद्ध बताकर खारिज कर दिया था। इसमें प्रेसिडेंट की पोस्ट के लिए नामांकन करने वाले कपिल यादव का भी पर्चा खारिज किया गया था। एयू ने गलत तरीके से एडमिशन के कारण मास्टर इन डेवलपमेंट स्टडीज में उनका एडमिशन भी निरस्त कर दिया था। जिसके अगेंस्ट उन्होंने कोर्ट में गुहार लगाई थी। कपिल यादव की याचिका पर सुनवाई करते हुए चुनाव से पहले 25 नवम्बर को कोर्ट ने आदेश दिया कि एयू वोटिंग तो करवा सकता है। लेकिन काउंटिंग और रिजल्ट का काम अगली सुनवाई तक न निपटाया जाए। जिसके बाद से यह काम रुका हुआ है।  तो तीन घंटे में आ जाएगा परिणाम

 एयू एडमिनिस्ट्रेशन के सोर्सेस का कहना है कि काउंटिंग में बहुत ज्यादा तीन घंटे का समय लगेगा। हालांकि, काउंटिंग इससे पहले भी निपटाई जा सकती है। बता दें कि एयू इलेक्शन में पहली बार किसी परीक्षा की तर्ज पर ओएमआर शीट का प्रयोग किया गया है। ऐसे में स्कैनर से काउंटिंग करने में ज्यादा समय नहीं लगेगा। इसकी एक वजह मात्र 43 परसेंट मतदान होना भी है। जबकि, इससे पहले तक बैलेट पेपर के प्रयोग से पूरी रात हाथ से मतगणना में समय जाया होता था।

Posted By: Inextlive