- इज्जतनगर के व्यक्ति ने भतीजे और गांव के कैंसर पीडि़त युवक पर लगाया था बेटी से दुष्कर्म का आरोप

- सीओ सेंकेंड की जांच में झूठे पाए गए मामले तो व्यक्ति पर किला थाने में दर्ज की गई दो रिपोर्ट

बरेली। कहीं मेढ़ की जमीन का लालच को कहीं पारिवारिक जमीनी विवाद, इसके लालच कुछ लोग इस कदर नीचे गिर जाते हैं कि अपने बच्चों तक का अनैतिक रूप से इस्तेमाल कर लेते हैं। ऐसे ही एक मामले में एक व्यक्ति ने अपनी बेटी को ढाल बनाकर पारिवारिक रंजिश निकालने के लिए अपने सगे भतीजे और जमीन के लालच में अपने गांव के ही एक कैंसर पीडि़त युवक के खिलाफ नाबालिग बेटी के साथ दुष्कर्म करने की रिपोर्ट दर्ज करा दी। लेकिन सच्चाई तो एक ना एक दिन सामने आ ही जाती है। दोनों मामलों की जांच की गई तो वह फर्जी निकले। अब सीओ सेकेंड के आदेश पर फर्जी रिपोर्ट लिखाने के आरोप में व्यक्ति पर किला थाने में एक साथ दो एफआईआर दर्ज की गई हैं।

एक ही दिन और एक ही समय

बिशारतगंज के गांव रहमानपुर के बन्ने अली के बेटे अकबर अली और वहीं के रहने वाले राजेंद्र पाल के बेटे बब्लू के खिलाफ फरवरी के पहले हफ्ते में इज्जतनगर थाने में दुष्कर्म की एफआईआर दर्ज की गई थी। दोनों एफआईआर उनके गांव के ही रहने वाले असगर अली ने दर्ज कराई थी। असगर अली बन्ने अली का ही सगा भाई है। जोकि पिछले कुछ समय से इज्जतनगर के सैदपुर हाकिंस इलाके में रह रहा है। दोनों ही मामले में असगर ने नाबालिग बेटी के साथ दुष्कर्म होने की बात कही थी। लेकिन दोनों मामलों में घटना का वक्त और दिन एक ही था। इस तथ्य को पहले तो नजरअंदाज किया गया लेकिन बाद में इसकी सच्चाई सामने आ गई। वहीं दोनों पीडि़तों की घटना के वक्त की लोकेशन भी उनके घरों पर ही पाई गई।

कैंसर पीडि़त है बब्लू

बब्लू के पिता राजेंद्र पाल ने बताया कि उनका बेटा कैंसर पीडि़त है। डायग्नोस होने के बाद पिछले साल तीन जनवरी से उनके बेटे का कैंसर का इलाज चल रहा है। उनके मुताबिक उनके खेत और असगर अली के खेत की मेढ़ मिली हुई है। इसके चलते अक्सर उनसे झगड़ा चलता रहता है। वहीं बन्ने अली ने बताया कि दोनों में पारिवारिक कारणों औैर संपत्ति को लेकर झगड़ा हुआ था। इसके चलते रंजिशन उनके बेटे पर गंभीर आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज करा दी।

पहले भी हुई थी रिपोर्ट, मांगी रंगदारी

राजेंद्र पाल ने बताया कि वर्ष 2018 में भी असगर अली उनके बेटे के खिलाफ इज्जतनगर थाने में बेटी के साथ छेड़छाड़ करने का आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज करा चुका है। लेकिन पुलिस की जांच में उसके आरोप झूठे पाए गए थे। जिसके बाद पुलिस ने मामले में एफआर लगा दी थी। वहीं बताया कि असगर अली मामलों में समझौता करने के लिए दोनों ही परिवारों से दो-दो लाख रुपये की रंगदारी भी मांग रहा है। अब वह परेशान हुए तो उन्होंने सीओ सेकेंड साद मियां से मामले की शिकायत की। अब जांच में यह मामले भी झूठे पाए गए।

यह भी निकले थे फर्र्जी

युवती ने कराई थी दुकान मालिक पर रिपोर्ट

कोतवाली क्षेत्र में गारमेंट्स की दुकान चलाने वाले एक युवक पर करीब दो साल पहले उन्हीं की दुकान पर काम करने वाली एक युवती ने शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करने का आरोप लगाया था। पुलिस अधिकारियों के आदेश के बाद कोतवाली पुलिस ने मामले में रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी। लेकिन जांच के युवती के आरोप झूठे पाए गए थे।

डॉक्टर और उनके दोस्त पर हुई थी रिपोर्ट

सुभाषनगर क्षेत्र के रहने वाले एक डॉक्टर और उनके एक दोस्त पर करीब ढाई साल पहले कोतवाली क्षेत्र की उनकी एक मिलने वाली महिला ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। आरोप लगाया था कि दोनों ने मिलने के बहाने उसके साथ दुष्कर्म किया। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद जांच में मामला फर्जी पाया गया था।

गैंगरेप की क्रॉस रिपोर्ट

सुभाषनगर थाने में एक नेता पर कुछ समय पहले दुष्कर्म की एक रिपोर्ट एक युवती ने दर्ज कराई थी। नेता ने उसको झांसे में फंसाकर उसके साथ दुष्कर्म किया था। वहीं मामले में नेता और उसके साथियों ने मिलकर गैंग रेप की एक क्रॉस रिपोर्ट युवती व उसके कुछ संबंधियों के खिलाफ करा दी थी। लेकिन जांच में मामला झूठा पाया गया। इसके बाद दुष्कर्म के मामले में पुलिस ने नेता को जेल भेजा था। मामले में चार्जशीट भी दाखिल हो चुकी है।

वर्ष दर्ज मामले खारिज मामले नामजद गलत पाए गए

2020 79 6 143 63

2019 156 22 324 157

Posted By: Inextlive