-आईएमए में 2 और एल-3 हॉस्पिटल में 9 लोगों ने प्लाज्मा किया डोनेट

बरेली- कोरोना के सीरियस पेशेंट के इलाज लिए प्लाज्मा थेरेपी काफी कामयाब है। ऐसे मरीजों की प्लाज्मा थेरेपी के इस्तेमाल के प्रयास करीब दो महीने से चल रहे थे। सीएम और अपर मुख्य सचिव की सख्ती के बाद करीब 20 दिन पहले आईएमए और प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में प्लाज्मा बैंक बनाए गए थे लेकिन कोरोना से ठीक हो चुके मरीज प्लाज्मा डोनेट ही नहीं करने आ रहे हैं। अब तक सिर्फ 11 लोगों ने ही प्लाजा डोनेट किया है, जो चिंता की बात है, जबकि 4 हजार से अधिक मरीज कोरोना से ठीक हो चुके हैं। प्रशासन और हेल्थ डिपार्टमेंट की कोरोना से ठीक हो चुके मरीजों को प्लाज्मा डोनेट करने के आगे आने की अपील की है।

डॉक्टर्स ने ही किया डोनेट

हेल्थ डिपार्टमेंट के मुताबिक आईएम ब्लड बैंक और भोजीपुरा स्थित प्राइवेट मेडिकल कॉलेज की ब्लड बैंक में प्लाज्मा बैंक बनाया गया है। जानकारी के मुताबिक अभी तक आईएमए ब्लड बैंक में सिर्फ दो लोगों ने ही ब्लड डोनेट किया है। यह दोनों डॉक्टर ही हैं। जबकि प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में 9 लोगों ने प्लाजा डोनेट किया है। 6 लोगों की प्लाज्मा थेरेपी भी की जा चुकी है। प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में 3 लोग और प्लाजा डोनेट करेंगे लेकिन इसके बावजूद भी यह संख्या काफी कम है। प्लाज्मा डोनेट करने वालों में ज्यादातर डॉक्टर या फिर व्यापारी ही हैं, जबकि कोरोना से ठीक कई लोग हो चुके हैं।

लोग नहीं आ रहे आगे

प्लाज्मा डोनेट करने से कोई प्रॉब्लम नहीं होती है, इसके बावजूद भी लोग आगे नहीं आ रहे हैं। हेल्थ डिपार्टमेंट ने बरेली के कोरोना से ठीक हुए पहले मरीज से बात की थी तो उसने भी इनकार कर दिया था, जबकि हेल्थ डिपार्टमेंट कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज और उनकी जान बचाने के हर संभव प्रयास कर रहा है। सीरियस पेशेंट की जान बचाने के लिए ही कोरोना थैरेपी से इलाज की व्यवस्था की गई है।

सिर्फ 1826 एक्टिव मरीज

बरेली जिले की बात करें तो 110 मरीजों की कोरोना से मौत हो चुकी है। कोरोना पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा 6 हजार को पार कर गया है। कोरोना मरीजों के ठीक होने का आंकड़ा भी लगातार बढ़ रहा है। अब तक 18 सौ से अधिक मरीज कोविड हॉस्पिटल से ठीक होने पर डिस्चार्ज किए जा चुके हैं। इसके अलावा 26 सौ से अधिक मरीज होम आइसोलेशन में ठीक हो चुके हैं। दोनों की संख्या साढ़े 4 हजार पहुंच चुकी है लेकिन सिर्फ 11 लोगों के द्वारा प्लाज्मा डोनेट करना काफी कम है।

57 हजार लोगों की कांटेक्ट ट्रेसिंग

अधिक से अधिक कोरोना मरीजों की पहचान के लिए पॉजिटिव पेशेंट के संपर्क में आए लोगों की कांटेक्ट ट्रेसिंग की जाती है। अभी तक हेल्थ डिपार्टमेंट की टीमें 57 हजार से अधिक लोगों की कांटेक्ट ट्रेसिंग कर चुकी हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी अधिक से अधिक सैंपलिंग व कांटेक्ट ट्रेसिंग के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा करीब 12 लाख हाउसहोल्ड का सर्विलांस भी किया जा चुका है। इस दौरान 12 हजार सस्पेक्ट कोरोना मिले हैं।

Posted By: Inextlive