GORAKHPUR : डीडीयू गोरखपुर यूनिवर्सिटी की बेपटरी हुई गाड़ी को ट्रैक पर लाने की कोशिश जारी है. इसके लिए यूनिवर्सिटी में तरह-तरह के फेरबदल भी किए जा रहे हैं. लगभग 98 परसेंट रिजल्ट्स कंप्लीट करने के बाद अब यूनिवर्सिटी के सामने एक तरफ जहां नए सेशन को कंप्लीट करने का सबसे बड़ा चैलेंज है वहीं दूसरी ओर अगले सेशन को नॉर्मल वे में लाने की मजबूरी. इसको देखते हुए इसी सेशन में यूनिवर्सिटी में कई बड़े फेरबदल होने जा रहे हैं.


एचओडी के जिम्मे होंगे सेमेस्टर एग्जामगोरखपुर यूनिवर्सिटी में नेक्स्ट सेशन से सेमेस्टर एग्जाम कंडक्ट कराने का जिम्मा एचओडीज के खाते में आ सकता है। इसके लिए यूनिवर्सिटी में प्रोपोजल भी तैयार किए जा रहे हैं। सोर्सेज की मानें तो नेक्स्ट एग्जामिनेशन कमेटी की बैठक में इस पर फाइनल फैसला भी हो सकता है, जिसके बाद नेक्स्ट सेशन से यह रूल लागू हो जाएगा और एग्जामिनेशन टाइमली कंडक्ट होने के साथ ही रिजल्ट्स भी टाइमली आने की उम्मीद बढ़ जाएगी।फाइनल रिजल्ट्स डिक्लेयर करेंगे कंट्रोलर
सोर्सेज की मानें तो यूनिवर्सिटी में नेक्स्ट सेशन से होने वाले इस बदलाव का फायदा स्टूडेंट्स को मिलेगा। 6 मंथली बेसिस पर कंडक्ट होने वाले एग्जाम एचओडी अपने लेवल पर कंडक्ट कराएंगे। इसके बाद कॉपी चेकिंग और रिजल्ट प्रिपेयर करने की जिम्मेदारी भी हेड ऑफ द डिपार्टमेंट्स के पास होगी। जब सभी रिजल्ट्स फाइनल हो जाएंगे तो उसके बाद फाइनल रिजल्ट्स एग्जामिनेशन कंट्रोलर डिक्लेयर करेंगे।


एनुअल रिजल्ट्स में मिलेगा फायदा

यूनिवर्सिटी में निजाम बदलने के बाद इसका फायदा एनुअल रिजल्ट्स में भी दिखाई देगा। अब तक एनुअल के साथ-साथ सेमेस्टर रिजल्ट्स का जिम्मा भी एग्जामिनेशन सेक्शन के पास होता है। इसकी वजह से डिपार्टमेंट साल भर एग्जाम, कॉपी चेकिंग और रिजल्ट्स के पेंच में ही फंसा रहता था, लेकिन इस रूल के लागू होने के बाद सेमेस्टर एग्जाम का बोझ कुछ हल्का हो जाएगा, जिससे एनुअल रिजल्ट्स टाइमली और इजली डिक्लेयर हो सकेंगे।सेमेस्टर एग्जाम को एचओडीज के जिम्मे करने का प्रपोजल है। इसके लिए एग्जामिनेशन कमेटी की बैठक में फैसला लिया जाएगा।- अखिलेश पाल, एग्जामिनेशन कंट्रोलर, गोरखपुर यूनिवर्सिटी

Posted By: Inextlive