अगर आपकी गाड़ी में डबल लॉक है आप अपनी गाड़ी के लॉक को हर छह माह और एक साल में चेंज करवा रहे हैं और कहीं भी गाड़ी खड़ी करके पांच से दस मिनट तक वॉच कर रहे हैं. तब उस गाड़ी को चोर नहीं उड़ा सकता है. ये बातें हम नहीं खुद बाइक चोरों ने बयां की है.


गोरखपुर (ब्यूरो)।गोरखपुर पुलिस ने कई बाइक चोरों की गैंग का भांडाफोड़ किया है। पकड़े जाने के बाद पुलिस को बाइक चोरों ने अपने चोरी करने का तरीका बताया है। पुरानी चाभी से खुली बाइक तो खतराबेलघाट थाने की पुलिस और स्वॉट टीम ने 21 दिसंबर को 6 बाइक चोरों को अरेस्ट किया। उनके पास से 11 चोरी की बाइक भी बरामद की। इसमे शामिल चोरों के सरगना ने बताया कि वह मौज मस्ती के लिए बाइक लूट करते थे। उनके पास एक पुरानी सीडी डिलक्स बाइक की चाभी है। जिसे वो किसी भी बाइक में लगाकर ट्राई करता है। अगर वो बाइक चाभी से एक बार में खुल जाती है तो उसे वो लेकर चलते बनते हैं।पांच से दस हजार में बेच देते हैं बाइक


अधिकतर बाइक चोर मौज-मस्ती और जेब खर्च के लिए बाइक की चोरी करते हैं। ऐसे चोरों का कहना है कि बाइक चोरी करने के बाद उसे जल्द से जल्द किसी को बेच देते हैं। इसके लिए वे बाइक की कीमत 15 हजार तक लगाते हैं, लेकिन पांच हजार रुपए मिलते तब भी उसे बेच देते हैं। इसलिए नई गाड़ी नहीं छुते चोर

बाइक चोरों ने बताया कि गाड़ी नई हो या पुरानी बेचना औने-पौने दाम ही रहता है। नई बाइक का लॉक खोलने में काफी समय लगता है। झटपट काम करना उनके लिए सुरक्षित और आसान होता है, इसलिए वे अधिकतर ऐसी बाइक जिनके लॉक घिस चुके होते हैं, उनपर हाथ साफ करते हैं। ऐसे करते हैं चोरी- पुरानी चाभी लगाते ही खुल गया लॉक तो ऐसी बाइक उड़ाते चोर- गाड़ी खड़ी करने के पांच से दस मिनट के अंदर ही चोरी करते बाइक- डबल लॉक वाली गाडिय़ों पर नहीं हाथ आजमाते चोरकेस 1गमी में गए थे चोरी हो गई बाइकदिसंबर माह में बरगदवां इलाके के रवि राजघाट में एक गमी में गए थे। वहां पर अंतिम संस्कार में परिवार को संतावना देकर वापस जाने के लिए निकले। तब उन्हें पता चला कि जिस बाइक से वो गए थे, उसे चोरों ने पार कर दी है। रवि ने बताया कि कई लोगों ने कहा था कि लॉक बदलवा लो, लेकिन मैंने ध्यान नहीं दिया। केस 2शॉपिंग करने गए और चोरी हो गई बाइककैंट इलाके में राजेश शॉपिंग करने गए थे। दुकान से शॉपिंग करके निकले तो उनकी बाइक चोरी हो गई थी। इसके बाद काफी खोजबीन की। वे यातायात कार्यालय भी गए, लेकिन उनकी बाइक नहीं मिली। इसके बाद उन्होंने कानूनी कार्रवाई की।

बहुत से लोग गाड़ी पुरानी होने पर उसका लॉक एक साल या छह माह में बदलवाने आते हैं। बाइक सुरक्षित रहे इसके लिए ये जरूरी भी है। जब बाइक के लॉक से चाभी निकलने लगती है तब आप समझ लीजिए कि अब किसी भी चाभी से वो गाड़ी खुल जाएगी। - आकाश श्रीवास्तव, शॉपकीपरबाइक चोर झटपट कम समय में चोरी की घटना को अंजाम देते हैं। उनके निशाने पर ऐसी बाइक होती है, जिसका लॉक घिस चुका होता है। ऐसे में समय-समय पर लॉक चेंज करवा कर भी गाड़ी की सुरक्षा पब्लिक कर सकती है।मनोज कुमार अवस्थी, एसपी नॉर्थ

Posted By: Inextlive