पेरेंटिंग की कमी शादी और शहरों की चकाचौंध में नाबालिग बच्चे घर छोड़कर भाग रहे हैं. पेरेंट्स अच्छी परवरिश देने में नाकाम हैं तो वहीं नाबालिग लड़कियां ब्वॉयफ्रेंड से शादी रचाने और बड़े शहरों में बसने का ख्वाब संजोए घर छोड़कर भाग रहे हैं.


गोरखपुर (ब्यूरो)।हैरान कर देने वाली बात ये है कि इसमें संपन्न बड़े कारोबारियों के बच्चे भी शामिल हैं। ये हकीकत सेफ सोसाइटी की स्टडी में सामने आई है। बच्चों के भाग जाने के कारणों पर 6 साल तक लगातार स्टडी की है। रेलवे स्टेशन पर किया रिसर्चसेफ सोसाइटी के प्रोग्राम मैनेजर बृजेश चतुर्वेदी ने बताया कि साल 2015 से 2020 तक उनकी टीम ने रेलवे स्टेशन पर नाबालिग बच्चों के भागने के कारणों पर स्टडी की है। इसके लिए डेली टीम रेलवे स्टेशन पर बिना आईकार्ड के पहुंच जाती थी। वहां पर बाहर से आए नाबालिग बच्चों पर नजर दौड़ाती थी। टीम द्वारा रेलवे स्टेशन पर 524 बच्चों का रेस्क्यू किया गया। जिसमें बच्चों से बात करने पर कई चौंका देने वाली हकीकत सामने आई है। हाईलाइट्स - - साल 2015 से 2020 के बीच किया गया रिसर्च।- 524 बच्चों पर हुआ रिसर्च।


- 156 ऐसे बच्चे मिले जिनकी परवरिश ठीक से नहीं कर पा रहे थे पेरेंट्स। - 109 बच्चे पैसे की लालच में घर से निकले हो गए तस्करी के शिकार।- 94 लड़कियों के रिसर्च में पता चला कि ज्यादातर लड़की ब्वॉयफ्रेंड से शादी करने के लिए घर से भागी हैं ।- 59 बच्चे भूले भटके पहुंच गए रेलवे स्टेशन।

- 59 बच्चे काम की तलाश में घर छोड़कर भागे।- 47 बच्चे सिटी अट्रैक्शन के कारण घर से भागे।- इसके अलावा अन्य वजहें भी भागने की आईं सामने।शादी करने भागी सबसे अधिक गोरखपुर लड़कियांरिसर्च में एक बात और हैरान कर देने वाली सामने आई हैं। रेलवे स्टेशन पर घर से भागी 94 लड़कियां मिलीं। जिसमे सबसे अधिक 29 लड़कियां गोरखपुर की थीं। जिनकी एज 15 से 17 के बीच थी। ये नाबालिग लड़कियां ब्वॉयफ्रेंड से शादी रचाने के लिए घर से भागी थीं। इसमें भी सबसे अधिक 5 से 10 वीं क्लास में पढऩे वाली लड़कियां थी। वहीं दसवीं से 12 वीं तक की लड़कियों की सबसे कम संख्या थी। केस - 1घर से भागा लखपती घर का बच्चा

शाहजहांपुर के एक कारोबारी का लड़का जो अपनी आजादी के लिए 9 साल की उम्र में घर से भागा। शाहजहांपुर से भागकर करीब दो साल तक ये लड़का स्टेशन के आस-पास कूड़ा बीनने का काम करता था। अचानक इसकी मुलाकात सेफ सोसाइटी से हुई। तब टीम ने इससे घर से भागने की वजह पूछी। उस लड़के ने बताया कि वो आजादी चाहता है, जबकि उसके घर वाले जबरदस्ती उसे पढ़ाई और बिजनेस में लगाना चाहते हैं। इसलिए वो घर छोड़ दिया। 9 साल गोरखपुर में रहकर अब जाकर वो अपने घर शाहजहांपुर लौटा है।केस-2रेलवे स्टेशन पर मिली कानपुर की लड़कीकानपुर की एक 14 साल की लड़की अकेले रेलवे स्टेशन पर मिली। टीम ने जब उससे पूछा तो उस लड़की ने बताया कि उसे एक लड़के से प्यार हो गया था। जिसके साथ शादी करने घर से भागकर गोरखपुर आई हूं। लड़की ने बताया कि उसके घर वाले शादी नहीं कराते इसलिए हमलोगों ने प्लान बनाया था कि विवाह करके गोरखपुर में ही रहेंगे, लेकिन उसके साथ प्रेमी ने धोखा कर दिया। वो उसे गोरखपुर लाया लेकिन रेलवे स्टेशन छोड़कर भाग गया। सेफ सोसाइटी की टीम ने रेस्क्यू कर उस लड़की को घर पहुंचाया। हमारी टीम ने 6 साल बच्चों के भागने के कारणों पर स्टडी की है। जिसमे कई चौंकाने वाली हकीकत सामने आई। हम लोग सड़क पर घूमने वाले बच्चों की काउंसिलिंग कर उन्हें ट्रेनिंग भी दे रहे हैं। इस समय दो बस्तियों में हमारी टीम काम कर रही है। ब्रजेश चतुर्वेदी, प्रोग्राम मैनेजर, सेफ सोसाइटी

Posted By: Inextlive