.. आखिर क्यों लड़ते हैं इलेक्शन
- किसी भी लोकल और रीजनल पार्टी की नहीं बची जमानत
- कांग्रेस, आप भी नहीं बचा पाए जमानत GORAKHPUR : जब बात जनता से जुड़े मुद्दों की हो, तो जनता के साथ कोई पॉलिटिकल लीडर नहीं दिखता। लेकिन बात जब चुनाव की आती है तो बड़ी पार्टियों के साथ ही रीजनल और इंडिविजुअल कैंडिडेट्स भी खड़े हो जाते हैं। अब सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि ऐसे कैंडिडेट्स आखिर इलेक्शन क्यों लड़ते हैं? जबकि उन्हें पता होता है कि न तो पब्लिक उन्हें सपोर्ट करेगी और न ही उनकी जमानत बचेगी। हर बार की तरह इस बार भी यह बात देखने को मिली है। जहां सपा और बसपा को छोड़ कोई भी पार्टी और कैंडिडेट अपनी जमानत तक नहीं बचा सका है। ख् परसेंट वोट के लिए पड़े रहते हैं लालेइंडिविजुअल और रीजनल कैंडिडेट्स की बात करें तो इन्हें चंद वोट जुटाने में न सिर्फ अपने दिन-रात एक करने पड़ते हैं, बल्कि घर-घर जाकर अपनी प्रेजेंस जनता को दिखानी पड़ती है। बावजूद इसके टोटल पोलिंग का ख् परसेंट वोट भी उन्हें हासिल नहीं हो पाता। ख्00ब्, ख्009 और ख्0क्ब् के इलेक्शन की बात करें तो महज ख् परसेंट वोट पाने में ऐसे सभी कैंडिडेट्स को पसीने छूट गए हैं। मगर उन्हें वोट हासिल नहीं हो सके हैं।
ख्0क्ब् कैंडिडेट वोट पार्टी अच्छेलाल गुप्ता भ्फ्फ्9 इंडिविजुअल फैज अहमद भ्0ब्म् पीस पार्टी राम किशुन ब्फ्87 इंडिविजुअल अशोक ब्क्9ब् इंडिविजुअल मुन्ना ब्0ख्ब् एसपीआई इंद्रदेव यादव ख्फ्98 बीएससीपी सुभाष मौर्या ख्क्ख्फ् आरजेपी वसीम खान ख्0क्म् बीएमपी राजेश क्87फ् सीपीआई रजित मिश्रा क्क्7क् नैतिक पार्टी सन - ख्009 कैंडिडेट वोट पार्टी/इंडिविजुअलअमन फ्007 एएसपी
जोखन प्रसाद क्0म्म् ईकेएसपी दयाशंकर निषाद फ्क्ब्भ् एडी राज बहादुर क्क्8म् आईजेपी राजमनी क्0भ्ब् बीईपी राजेश साहनी क्ब्भ्ब् सीपीआई श्रीनाथ ख्ख्म्क् एसबीएसपी अजय कुमार क्फ्फ्भ् इंडिविजुअल अवधेश सिंह ख्ख्फ्ख् इंडिविजुअल ओमप्रकाश सिंह क्879 इंडिविजुअल गोविंद ब्8ख्9 इंडिविजुअल छेदी लाल 89भ्फ् इंडिविजुअल निरंजन प्रसाद म्भ्क्9 इंडिविजुअल नीरज यादव क्क्88 इंडिविजुअल बृजेश मणि क्ब्ब्7 इंडिविजुअलमनोज तिवारी क्80ख् इंडिविजुअल
राकेश कुमार 8क्क् इंडिविजुअल राजन यादव 8फ्म् इंडिविजुअल रामहित निषाद 8ब्ख् इंडिविजुअल लाल बहादुर भ्म्8 इंडिविजुअल विनोद शुक्ला म्89 इंडिविजुअल हरीश चंद्रा ख्9ब्ब् इंडिविजुअल