कानून व्यवस्था के लिए होती रही कप्तान की अदला-बदली, आसान नहीं सीएम सिटी की राह
- साढ़े चार साल के भीतर आठवें एसएसपी के रूप में कार्यभार संभालेंगे विपिन टाडा
GORAKHPUR: सीएम सिटी में एक बार फिर पुलिस कप्तान बदल गए हैं। करीब पांच माह का कार्यकाल पूरा करने वाले एसएसपी दिनेश कुमार प्रभु का तबादला सोमवार को हो गया। उन्हें पीलीभीत जिले का एसपी बनाया गया है। उनकी जगह जिले के नए कप्तान की कमान विपिन टाडा को सौंपी गई है। बलिया में तैनात रहे विपिन टाडा वर्ष 2012 बैच के आईपीएस अफसर हैं। निर्वतमान एसएसपी के तबादले को लेकर सोमवार को दिनभर चर्चा रही। क्राइम कंट्रोल से लेकर हाफ एनकाउंटर तक दिनेश प्रभु ने अपनी जिम्मेदारी का बखूबी निर्वहन किया। उनके ट्रांसफर की वजह यूनिवर्सिटी के होमसाइंस डिपार्टमेंट में छात्रा के सुसाइड प्रकरण को लेकर चल रही राजनीति से जोड़ा जा रहा है। लोग इसी बात के कयास लगाते रहे कि माहौल को न संभाल पाने की वजह से उन्हें गोरखपुर से हटा दिया गया। वर्ष 2017 के बाद करीब साढ़े चार साल के भीतर आठवें एसएसपी के रूप में विपिन टाडा कार्यभार संभालेंगे। उनके आने की संभावना में सोमवार की शाम से विभागीय तैयारी शुरू हो गई थीं।
ऑपरेशन 15 व ऑपरेशन न्याय के लिए याद किए जाएंगे दिनेश कुमार पीजिले की कमान संभालने के बाद एसएसपी दिनेश कुमार प्रभु ने कानून-व्यवस्था पर काफी जोर दिया। पंचायत चुनाव की सकुशल जिम्मेदारी निभाने के बाद उन्होंने 15 साल के भीतर सक्रिय रह रहे अपराधियों का डोजियर तैयार कराने पर ध्यान दिया। उनके सुपरविजन में थाना स्तर से लेकर जिला स्तर तक डोजियर तैयार कराया गया। इस डोजियर में सक्रिय अपराधियों का नाम, पता, मोबाइल नंबर, उनके मददगार, आय के स्रोत, जमानतदार, मुकदमों की लिस्ट, वर्तमान और पुरानी सभी तरह की जानकारी सहित अन्य सूचनाएं दर्ज की गई हैं। डोजियर को पढ़ने के बाद किसी भी क्रिमिनल के बारे में पूरी डिटेल तत्काल मिल जा रही है। नए थानेदारों और पुलिस अधिकारियों को इससे काफी जानकारी मिल रही है।
कप्तान की सीआईडी से पहुंचेगी गोपनीय जानकारीजिले में कहां पर क्या चल रहा है। किस तरह से क्रिमिनल सक्रिय हैं। समाज में क्या हो रहा है। पुलिस कर्मचारी कहां पर किस तरह की गड़बड़ी कर रहे हैं। इन सभी बिंदुओं पर जानकारी जुटाने के लिए एसएसपी दिनेश कुमार प्रभु ने सीआईडी - कांफिडेसिंयल इनफार्मेशन डेस्क का निर्माण कराया। एसएसपी कैंप आफिस में पुलिस कर्मचारियों की तैनाती करके एसएसपी ने इसके लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए। ताकि पब्लिक भी अपनी सूचनाएं सीधे एसएसपी तक पहुंचा सके। इसके लिए दो हेल्पलाइन नंबर 7839865841 और 7839865843 जारी किया। सोमवार को ही नई व्यवस्था का इनॉगरेशन प्रभारी एसएसपी ने किया। हालांकि अब उनके तबादले के बाद यह व्यवस्था आगे जारी रहेगी या कुछ बदलाव होगा। यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।
इन सूचनाओं के लिए बनाई सीआईडी - पुलिस की निष्क्रियता और अंसवेदनशीलता। - अवैध ढंग से हिरासत में लेने, धन उगाही करने। - अवैध गतिविधियों का संचालन। - संदिग्ध व्यक्तियों और उनके क्रियाकलाप की जानकारी देने। - संगठित अपराध और वांछित अपराधियों के बारे में सूचना देने। - नशीले पदार्थ, अवैध शराब की बिक्री, आवश्यक वस्तुओं की कालाबाजारी के संबंध में सूचना। - महिलाओं से संबंधित अपराध और किसी क्राइम के संबंध में आवश्यक सूचना देने के लिए। क्राइम कंट्रोल और कानून-व्यवस्था बड़ी चुनौतीविधानसभा चुनाव नजदीक आने की वजह से जिले में राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई है। यूनिवर्सिटी में छात्रा के सुसाइड करने और गोला में पंचायत सचिव मर्डर कांड को लेकर सरगर्मी बढ़ गई है। चुनावी सीजन होने से अन्य राजनीतिक दल भी सक्रिय हो गए हैं। हर छोटे-बड़े मुद्दे पर शासन के खिलाफ विरोध के स्वर उठने लगे हैं। इसको देखते हुए नए एसएसपी के सामने क्राइम कंट्रोल से लेकर काननू व्यवस्था तक को संभालने की चुनौती बढ़ गई है। सीएम सिटी होने से गोरखपुर की हर छोटी-बड़ी गतिविधि पर दिल्ली और लखनऊ से नेताओं की निगाहें टिकी हैं। ऐसे में नए एसएसपी के सामने कड़ी चुनौती होगी।
एक नजर में कप्तान की आवाजाही विपिन टाडा 09 अगस्त 2021 -------- दिनेश कुमार पी 27 मार्च 2021 से 09 अगस्त 2021 जोगेंद्र कुमार 18 अगस्त 2020 से 26 मार्च 2021 सुनील गुप्ता 29 नवंबर 2018 से 17 अगस्त 2020 शलभ माथुर 19 मार्च 2018 से 29 नवंबर 2018 एसए पंकज 08 जुलाई 2017 से 18 मार्च 2018आरपी पांडेय 28 अप्रैल 2017 से 06 जुलाई 2017
रामलाल वर्मा 20 जून 2016 से 28 अप्रैल 2017 वर्जन गोरखपुर में कार्यकाल अच्छा रहा। सभी का सहयोग मिला। शासन की मंशा के अनुरूप काम किया। ऑपरेशन 15 के तहत बदमाशों के खिलाफ जमकर कार्रवाई हुई। डोजियर तैयार कराया गया है। इसका लाभ सभी थानेदारों को मिलेगा। इसके अलावा गोपनीय सूचना देने के लिए सीआईडी बनी। पब्लिक से सीधे जुड़ने में मदद मिलेगी। दिनेश कुमार प्रभु, निर्वतमान एसएसपी