अमृत बनेगा गरीबों का सहारा
- बीआरडी में डॉक्टर्स नहीं लिख सकेंगे बाहर की दवाएं
- अब बीआरडी में उपलब्ध होगी महंगी दवाएं GORAKHPUR: बीआरडी मेडिकल कॉलेज में अमृत मेडिकल स्टोर गरीबों के लिए सहारा बनेगा। मेडिकल कॉलेज में खुलने वाले इस स्टोर में महंगी से महंगी जेनरिक दवाएं उपलब्ध होंगी। जहां पहले मरीजों को दवाइयों के लिए बाहर का रास्ता देखना पड़ता था। अब उन्हें बीआरडी के मेडिकल स्टोर से ही सभी दवाएं मुहैया कराई जाएगी। अब डॉक्टर नहीं लिख पाएंगे ब्रॉड नेम पहले मरीज ओपीडी में अपना इलाज कराने आते थे। उनकी पर्ची पर डॉक्टर्स सिर्फ ब्रांड नेम लिखते थे। इस वजह से उन्हें मेडिकल कॉलेज में दवाएं नहीं मिल पाती थी। साथ ही फार्मासिस्ट भी नहीं समझ पाता था कि यह किस कंपनी की दवा है। जिसके बाद प्रिंसिपल ने डॉक्टरों के ब्रॉड नेम लिखने पर रोक लगा दिया। जेनरिक दवाएं लिखने का दिया आदेशबीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल ने सभी विभागों के एचओडी को फरमान जारी किया है कि वह मरीज की पर्ची पर ब्रांड नेम नहीं जेनरिक दवाइयों का नेम दर्ज करें। वह भी कैपिटल लेटर में।
सेंटर पर ही मिलेगी दवाएंमेडिकल कॉलेज में अमृत मेडिकल स्टोर खुल जाने से गरीब मरीजों के लिए राहत की खबर है। साथ ही जो बेहतर इलाज की उम्मीद लेकर पहुंचते थे। उन्हें बीआरडी में सभी मर्ज की दवाएं उपलब्ध होंगी।
------------------------- -मेडिकल कॉलेज में बेंड की संख्या-- 950 -भर्ती मरीजों की कुल संख्या लगभग----800 -हर रोज ओपीडी में आने वाले मरीजों की संख्या-- 4-5 हजार ------------------- वर्जन शासन स्तर से अमृत मेडिकल स्टोर खोला जा रहा है। स्टोर का काम पूरा हो चुका है। मेडिकल स्टोर खुलते ही मरीजों को दवाएं मिलनी शुरू हो जाएगी। डॉ। गणेश कुमार, प्रिंसिपल मेडिकल कॉलेज