- पंद्रह दिनों से ठप है टीबी की जांच, केमिकल खत्म होने से बढ़ी दिक्कत

-मरीजों की सुधि नहीं ले रहा मेडिकल कॉलेज प्रशासन

GORAKHPUR: मेडिकल कॉलेज की व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। करीब 15 दिनों से केमिकल खत्म है। जिसकी वजह से टीबी की जांच ठप पड़ गई है। मगर इस मामले में जिम्मेदार भी मौन धारण किए हुए हैं। जांच न होने की वजह से मरीजों को बैरंग वापस लौटना पड़ रहा है। जबकि सरकार की ओर से स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के तमाम दावे किए जा रहे हैं। फिर भी व्यवस्था सुधरने का नाम नहीं ले रही है।

कुछ नहीं बोल रहे जिम्मेदार

पूर्वाचल में टीबी बीमारी से ग्रसित करीब 6000 हजार मरीज है। वहीं एमडीआर के कुल 141 मरीज पाए गए हैं। टीबी के आंकड़ों में यह दर्ज है। मेडिकल कॉलेज के 12 बेड वाले टीबी अस्पताल की हालिया स्थिति काफी दयनीय है। हर रोज 50 से 100 मरीज उपचार के लिए पहुंचते हैं, लेकिन जांच ठप होने की वजह से मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

नहीं उबर पा रहा प्रशासन

मेडिकल कॉलेज हर रोज किसी न किसी समस्या से जूझ रहा है। कभी एक्स-रे प्लेट का खत्म होना तो कभी मशीन का खराब। इतना ही नहीं हेपेटाइटिस व एचआईवी किट के लिए भी या तो मरीजों को अपनी जेब ढीली करनी पड़ रही है या उन्हें वापस लौटना पड़ रहा है। जिसकी वजह से जांच की समस्या उत्पन्न हो गई है। वहीं हेल्थ एंप्लाइज की लापरवाही की वजह से होली के दिन ट्रामा सेंटर का सेंट्रल पैथालॉजी 8 बजे से 2 बजे तक ठप रही थी।

केमिकल और जांच किट के लिए डिमांड भेज दी गई है। जल्द ही जांच शुरू कर दी जाएगी।

डॉ। एमक्यू बेग, एसआईसी, नेहरू चिकित्सालय

Posted By: Inextlive