यात्रीगण कृपया ध्यान दें

-स्टेट गवर्नमेंट से कानपुर मेट्रो की डीपीआर पास होने में हुई देरी का सिलसिला जारी

-अभी तक डीपीआर को न तो सेंट्रल गवर्नमेंट से इनप्रिंसिपल और न ही फाइनल अप्रूवल मिली

-लखनऊ मेट्रो का प्रॉयोरिटी सेक्शन में हुआ ट्रायल, कानपुर मेट्रो का प्रॉयोरिटी सेक्शन में नहीं शुरू हुआ काम

-अभी तक एसपीवी का गठन तक नहीं हो सका, फ्राईडे को चीफ सेक्रेटरी की मीटिंग में गूंजा मामला

KANPUR: सपनों की रेल मेट्रो ट्रेन लखनऊ में तो पटरी पर दौड़ने लगी है। रिकॉर्ड समय में काम पूरा करने के बाद ट्रायल रन भी हो गया है। ऐसे में कानपुराइट्स के मन में सवाल दौड़ने लगे हैं कि उनके शहर में मेट्रो आखिर कब दौड़ेगी। तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कानपुर मेट्रो प्रोजेक्ट लेट हो चुका है। अभी तक सेंट्रल गवर्नमेंट से कानपुर मेट्रो को न तो इनप्रिंसिपल अप्रूवल और न ही फाइनल अप्रूवल मिला है। इसके साथ कानपुर मेट्रो के प्रॉयोरिटी सेक्शन आईआईटी से मोतीझील के बीच सिविल व‌र्क्स भी शुरू नहीं हो सका है। ये जरूर है कि कानपुर मेट्रो का शिलान्यास हो गया है और पॉलीटेक्निक में बाउन्ड्रीवॉल बनाने का काम चल रहा है.

शुरूआत में खूब तेज दौड़ी मेट्रो

कानपुर मेट्रो प्रोजेक्ट की डिटेल रिपोर्ट रिकार्ड समय में बनकर तैयार हुई। पिछले साल 21 जनवरी को शासन ने केडीए को नोडल एजेंसी बनाया। केडीए अफसरों ने तेजी बरतते हुए राइट्स के साथ एग्रीमेंट और डिटेल प्रोजेक्ट तैयार करने में पूरा सहयोग किया। इसका ये फायदा कि 31 जुलाई को राइट्स ने मेट्रो की ड्राफ्ट रिपोर्ट सौंप दी है। ड्राफ्ट रिपोर्ट पर अफसरों के साथ मीटिंग में मिले सजेशनंस को शामिल करते हुए राइट्स ने इसी साल 26 अक्टूबर को फाइनल डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट सौंप दी। आनन-फानन केडीए बोर्ड ने 9 नवंबर को डीपीआर अप्रूव्ड करते हुए प्रिंसिपल सेक्रेटरी को लेटर भेज दिया.हालांकि इसके बाद कानपुर मेट्रो लेट होने लगी। कैबिनेट से इस प्रोजेक्ट को हरी झंडी मिलने में करीब महीने लग गए। 14 मार्च 2016 को कैबिनेट से कानपुर मेट्रो प्रोजेक्ट पास हो सका। जबकि राइट्स के इम्प्लीमेंटेशन शेड्यूल के मुताबिक स्टेट गवर्नमेंट से दिसंबर 2015 में अप्रूवल मिल जाना चाहिए था। यही नहीं शेड्यूल के मुताबिक मार्च,2016 में सेंट्रल गवर्नमेंट से इनप्रिसिंपल अप्रूवल हो जाना चाहिए। इसी तरह सितंबर,2016 में फाइनल अप्रूवल की टाइमलाइन रखी गई थी। पर अभी तक न तो सेंट्रल गवर्नमेंट ने इनप्रिंसिपल और न ही फाइनल अप्रूवल दिया है। इसी तरह लखनऊ मेट्रो के प्रॉयोरिटी सेक्शन अमौसी से चारबाग की तरह कानपुर में सिंतबर,2016 में काम शुरू होना था। पर कानपुर मेट्रो के प्रॉयोरिटी सेक्शन आईआईटी से मोतीझील के बीच सिविल व‌र्क्स शुरू नहीं हो सके हैं। यह प्रॉयोरिटी सेक्शन सितंबर,2019 में कम्प्लीट किए जाने का टारगेट रखा गया है। जिससे कानपुर मेट्रो के लेट होने का सहज ही अन्दाजा लगाया जा सकता है।

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सीएम के पास पहुंचा एसपीवी गठन का प्रपोजल

कानपुर मेट्रो के लिए स्पेशल परपज वेहिकल का गठन तक नहीं हो सका है। फ्राईडे को चीफ सेक्रेटरी राहुल भटनागर की अध्यक्षता में हुई मीटिंग में यह मामला गूंजा। इस मीटिंग में केडीए वीसी जयश्री भोज सहित के अलावा प्रमुख सचिव वित्त, प्रमुख सचिव नगर विकास, प्रमुख सचिव आवास विकास आदि शामिल हुए। मीटिंग में चीफ सेक्रेटरी ने बताया कि एसपीवी गठन का प्रपोजल चीफ सेक्रेटरी अखिलेश यादव को भेजा जा चुका है। गौरतलब केपीएमआरसी (कानपुर मेट्रो रेल कार्पोरेशन) के नाम से एसपीवी गठित होनी है। इसी एसपीवी की देखरेख में ही कानपुर मेट्रो का काम होना है और इस कम्पनी के एकाउंट में स्टेट व सेंट्रल गवर्नमेंट की ग्रांट जाएगी।

प्रोजेक्ट इम्प्लीमेंटेंशन शेड्यूल

टॉस्क -- टाइम लाइन

फाइनल डीपीआर- अक्टूबर, 2015

स्टेट गवर्नमेंट अप्रूवल ऑफ डीपीआर- दिसंबर,2015

इन प्रिंसिपल अप्रूवल बॉय गवर्नमेंट ऑफ इंडिया- मार्च,2016

एप्वॉयमेंट ऑफ इंटरिम कंसलटेंट- अप्रैल,2016

एप्वॉयमेंट ऑफ डीडीसी फॉर सिविल व‌र्क्स- अप्रैल, 2016

पैकेजिंग एंड इनविटीशन ऑफ बिड्स फॉर प्रॉयोरिटी सेक्शन- जून,2016

फाइनल अप्रूवल ऑफ गवर्नमेंट ऑफ इंडिया इंडिया- सितंबर,2016

कमेंसमेंट ऑफ सिविल व‌र्क्स ऑन प्रॉयोरिटी सेक्शन- सितंबर,2016

कम्प्लीशन ऑफ प्रॉयोरिटी सेक्शन- सितंबर, 2019

(डिटेल राइट्स की डीपीआर के मुताबिक है)

कानपुर मेट्रो का सफरनामा

7 जनवरी 2015- हाउसिंग एंड अरबन प्लानिंग डिपार्टमेंट, यूपी ने राइट्स को कानपुर सहित चार शहरों में मेट्रो प्रोजेक्ट की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी।

21 जनवरी 2015- केडीए को नोडल बनाया और लखनऊ मेट्रो रेल कार्पोरेशन को क्वार्डिनेटिंग एजेंसी बनाया गया।

23 मार्च 2015- राइट्स के साथ केडीए ने मेमोरेंडम ऑफ एग्रीमेंट साइन किया

31 जुलाई 2015- राइट्स ने मेट्रो की ड्राफ्ट रिपोर्ट सौंपी

26 अक्टूबर 2015- सभी के सजेशन को शामिल करते हुए राइट्स ने फाइनल डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट सौंपी

9 नवंबर 2015- केडीए बोर्ड ने मेट्रो की डीपीआर को अप्रूव्ड करते हुए प्रिंसिपल सेक्रेटरी को लेटर भेजा

14 मार्च 2016---कैबिनेट से मिली कानपुर प्रोजेक्ट को मंजूरी

29 मार्च,2016- मेट्रो की डिटेल प्रोजेक्ट अप्रूवल के लिए सेंट्रल गवर्नमेंट भेजी गई

17 मई, 11 जुलाई, 8 अगस्त और 12 नवंबर को सेंट्रल गवर्नमेंट को क्वेरीज के जवाब भेजे गए

4 अक्टूबर,2014- कानपुर मेट्रो वर्क

Posted By: Inextlive