रंगों का त्योहार होली लोगों के घरों में खुशियां बिखेर गया. पुराने गले शिकवे भूलकर लोगों ने एक-दूसरे का गले लगा लिया. रंग और गुलाल से महौल का सराबोर कर दिया. लेकिन दो दिन की रंगबाजी कमिश्नरेट पुलिस को बड़ा सिरदर्द दे गई. मुकदमों के बोझ से पहले से परेशान खाकी के पास दो दिन में मुकदमों का ढेर लग गया. क्राइम ग्राफ के हिसाब से देखें तो लगभग तीन गुना पहुंच गया. हुड़दंगियों ने पुलिस के लीकप्रूफ प्लान की धज्जियां उड़ा दीं. छेडख़ानी लूट अश्लीलता नशेबाजी से लेकर शराब पीकर हंगामे की शिकायतों की झड़ी लग गई.

कानपुर (ब्यूरो) रंगों का त्योहार होली लोगों के घरों में खुशियां बिखेर गया। पुराने गले शिकवे भूलकर लोगों ने एक-दूसरे का गले लगा लिया। रंग और गुलाल से महौल का सराबोर कर दिया। लेकिन दो दिन की रंगबाजी कमिश्नरेट पुलिस को बड़ा सिरदर्द दे गई। मुकदमों के बोझ से पहले से परेशान खाकी के पास दो दिन में मुकदमों का ढेर लग गया। क्राइम ग्राफ के हिसाब से देखें तो लगभग तीन गुना पहुंच गया। हुड़दंगियों ने पुलिस के लीकप्रूफ प्लान की धज्जियां उड़ा दीं। छेडख़ानी, लूट, अश्लीलता, नशेबाजी से लेकर शराब पीकर हंगामे की शिकायतों की झड़ी लग गई। दो दिन में कमिश्नरेट के थानों में 509 मुकदमे दर्ज हो गए। इन मामलों की जांच, पूछताछ और चार्जशीट में पुलिसकर्मियों का खासी माथापच्ची करनी पड़ेगी। हालांकि पुलिस अधिकारी इसे अपनी अलर्टनेस और कामयाबी बता रहे हैं।

सेंट्रल जोन रहा सबसे शांत
इस होली कमिश्नरेट का पॉश इलाका यानी सेंट्रल जोन सबसे शांत रहा। हालांकि इस जोन का कुछ इलाका मिश्रित आबादी का है, जिसकी वजह से यहां अतिरिक्त पुलिस बल के साथ लेडी सीआरपीएफ और सीआरपीएफ की कंपनी लगाई गई थी। वहीं क्यूआरटी और थाने की पुलिस की एक्टिविटी भी रही, जिसकी वजह से पूरे सेंट्रल जोन में कुल 87 मामले दर्ज किए गए, जबकि ये वहीं इलाका है, जहां रैश ड्राइविंग की बहुत शिकायतें आती थीं। वहीं अगर सबसे ज्यादा शिकायतों वाले जोन की बात की जाए तो ये साउथ जोन रहा। यहां के हाइपर सेंसिटिव चार थानों में केवल 94 मामले दो दिनों में दर्ज किए गए, जबकि पूरे जोन में 166 मामले दर्ज किए गए। तीसरे नंबर पर वेस्ट जोन रहा जहां 145 मामले दर्ज किए गए।

ये है ट्रैफिक पुलिस की कार्रवाई
दो दिन में ट्रैफिक पुलिस ने भी रैश ड्राइविंग, ड्रिंक एंड ड्राइव और बिना हेलमेट बाइक चलाने वालों से 2 लाख 52 हजार रुपये वसूल किए। सबसे ज्यादा ड्रिंक एंड ड्राइव के मामले सामने आए। दूसरे नंबर पर रैश ड्रइविंग, तीसरे नंबर पर बिना हेलमेट और चौथे नंबर पर बिना नंबर की बाइक चलाने के मामले रहे। इस दौरान कार के सीट बेल्ट के चालान का एक भी मामला सामने नहीं आया। ट्रैफिक विभाग के मुताबिक ये ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह के चालान से आई हुई रकम है। साथ ही कमिश्नरेट इलाके में ओवरलोड वाहनों का चालान भी किया गया था। कुल 22 टू व्हीलर, 9 कार और 10 हैवी व्हीकल सीज किए गए हैैं। 19 ई रिक्शा सीज किए गए हैैं वहीं 13 अ़ॉटो का चालान भी किया गया है।

गंगामेला के लिए स्पेशल प्लान
पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार ने बताया कि शहर में 30 को गंगा मेला का आयोजन है। जिसमें शहर में और हाईवे पर सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैैं। 12 घंटे पहले से पुलिस ऑन द रोड होगी और सिक्योरिटी के सख्त इंतजाम किए जाएंगे। गंगा के घाटों पर जल पुलिस की तैनाती के साथ गोताखोर और पीएसी के तैराक भी तैनात किए जाएंगे। सरसैया घाट पर क्यूआरटी और पीएसी के जवान भी तैनात किए जाएंगे।

Posted By: Inextlive