राजधानी में लेसा का 560 करोड़ रुपये बकाया
- अभियान के बावजूद नहीं अदा कर रहे बिल
LUCKNOW: बिजली चोरी रोकने व बकाया वसूली के लिए शहर में जोरों से अभियान तो चल रहा है लेकिन लेसा प्रशासन बकाया वसूली उम्मीद के मुताबिक नहीं कर पा रहा है। दर्जनों की संख्या में टीमें भेजने व बकाएदारों की बिजली काटने के बावजूद राजधानी के विद्युत उपभोक्ताओं पर विभाग भ्म्0 करोड़ रुपये बकाया है। एक माह बाद कनेक्शन काटने का नियम यह हाल तब है जबकि बिल एक बार न जमा करने पर कनेक्श तुरंत काटने का नियम है। फिर लोगों का बिल भ् लाख रुपये से ऊपर और बहुत से कस्टमर्स का क्0 लाख रुपये को भी क्रॉस कर चुका है। फिर भी लेसा अधिकारी बड़े बकाएदारों पर कोई कार्रवाई नहीं करते। इस कारण ही लगातार बकाए का बोझ बढ़ता जा रहा है। बकाया बढ़ने के कई कारणसिर्फ लेसा ही नहीं, सभी जोन में बकाया बढ़ने के कई कारण हैं। कभी गलत बिलिंग तो कभी बिल वसूली में लापरवाही। लेसा के अभियंताओं और कर्मचारियों की मनमानी से भी उपभोक्ता काफी त्रस्त रहते हैं। बिल ठीक करने के नाम पर की जाने वाली धन उगाही किसी से छिपी नहीं है।
बकाए पर भी जारी होते हैं कनेक्शनलेसा का इतिहास बताता है कि कर्मचारियों ने पैसे लेकर कई बार बकाए पर कनेक्शन जारी किए। कभी मकान नम्बर में हेराफेरी करके तो कभी पुराने बकाएदार को फरार दिखाकर कनेक्शन जारी किए जाते हैं। अमीनाबाद से लेकर चौक, ठाकुरगंज, हुसैनगंज, ऐशबाग, रेजीडेंसी, आलमबाग व कानपुर रोड में ऐसे कई मामले उजागर हो चुके हैं।
क्या कहतें हैं लेसा के आंकड़े वितरण खंड बकाया लाख में अमीनाबाद 7ब्भ्8 लाख चौक 878फ् लाख अपट्रॉन ख्ख्ख्8 लाख ऐशबाग फ्70फ् लाख सेस प्रथम 79फ्भ् लाख सेस द्वितीय म्ब्ब्म् लाख सेस तृतीय क्9क्म् लाख हुसैनगंज 7फ्म्0 लाख राजभवन ब्ख्0 लाख चिनहट क्म्फ्7 लाख गोमतीनगर भ्क्9 लाख राजाजीपुरम फ्0भ् लाख महानगर 997 लाख लखनऊ विश्विद्यालय म्ब्7 लाख कानपुर रोड भ्90 लाख वृंदावन ब्म्भ् लाख रेजीडेंसी 8ब्क्क् लाख ठाकुरगंज भ्ख्भ्9 लाख इंदिरानगर म्क् लाख मुंशीपुलिया भ्भ्भ् लाख ब शी का तालाब 98क् लाख डालीगंज फ्क्म् लाख रहीमनगर 7ख्भ् लाख सरकारी विभागों पर ज्यादा है बकायालेसा का यह अभियान भले ही आम उपभोक्ताओं तक ही सीमित है लेकिन ज्यादा बड़े बकाएदार सरकारी विभाग हैं। सरकारी विभागों पर भी करोड़ों का बकाया है जिनकी वसूली के लिए विभाग ने कोई ठोस योजना नहीं बनाई है। अब तक सिर्फ पीडब्ल्यूडी में ही कनेक्शन को लेकर कैम्प लगा है और लगभग फ्00 अधिकारियों के घर में मीटर लग सके हैं। शेष सरकारी इमारतों में अभी भी बड़े बड़े अधिकारी फ्री की बिजली का लुत्फ उठा रहे हैं।
सरकारी विभागों पर बकाया विभाग बिल (करोड़ रुपये) स्वास्थ्य विभाग क्00.0म् नगर निगम ब्ब्.भ्0 प्रशासनिक विभाग क्फ्9.फ्फ् लोक निर्माण विभाग 8ख्.ब्0 लखनऊ विकास प्राधिकरण क्ख्9.ब्क्पुलिस विभाग फ्क्ख्.क्7
सबसे ज्यादा चोरी वाले इलाके -एटी एंड सी लॉस का प्रतिशत -अमीनाबाद- फ्फ्.फ्8 - अपट्रॉन, नूरबाड़ी- भ्9.भ्7 - सेसक् सरोजनी नगर- फ्ब्.0क् - सेसख् फतेहगंज- भ्9.फ्म् - सेसफ् मोहनलालगंज- ब्क्.8म् - यूनिवर्सिटी - फ्0.8म् - चौक- ब्ब्.ब्भ् - ठाकुरगंज- भ्क्.फ्भ् - बीकेटी- ब्7.भ्म् यहां पर सबसे ज्यादा मैकेनिकल मीटर चौक 78भ्भ् रेजीडेंसी फ्97ब् अमीनाबाद ब्708 हुसैनगंज फ्ख्9ब् राजभवन 8ख्क् ऐशबाग 77क् अपट्रॉन म्म्8 महानगर 8ख्8फ् यूनिवर्सिटी 8क्ब्क्ख् जनवरी से ख्8 फरवरी के बीच चलाए जाने वाले बिजली रोको अभियान के दौरान वसूली की जा रही है। किसी को छोड़ा नहीं जाएगा। क्0 हजार से ऊपर के सभी बकाएदारों की बिजली काट दी जाएगी।
-एसके वर्मा चीफ इंजीनियर, लेसा।