- अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर हुआ मिशन शक्ति के दूसरे चरण का शुभारंभ

- 13 बालिका छात्रावासों व चार राजकीय बालिका इंटर कालेजों का लोकार्पण

- महिला साइबर क्राइम सेल व पुलिस चौकी परामर्श केंद्रों की भी शुरुआत

LUCKNOW :

शिक्षा ही महिला सशक्तीकरण का सबसे बड़ा आधार बन सकती है। महिलाओं की सुरक्षा व सम्मान के लिए हर व्यक्ति के जागरूक होने की भी आवश्यकता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को अंतरराष्ट्रीय दिवस के अवसर पर नारी की सुरक्षा, सम्मान व स्वावलंबन के अपने संकल्पों को दोहराया। कहा कि अभी इसके लिए लंबी दूरी तय करनी है। इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित समारोह में योगी ने मिशन शक्ति के दूसरे चरण का शुभारंभ किया।

कई तोहफे भी दिए

योगी ने इस अवसर पर महिलाओं के लिए शुरू की गई योजनाओं का लोकार्पण मुख्य अतिथि उच्चतम न्यायालय की सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति ज्ञान सुधा मिश्रा व इंडियन बैंक की सीइओ/एमडी पद्मजा चुन्दुरू के हाथों कराया। ज्ञान सुधा मिश्रा ने प्रदेश के 18 परिक्षेत्रीय साइबर थानों में महिला साइबर क्राइम सेल व एक-एक महिला पुलिस चौकी परामर्श केंद्र के साथ ही 13 बालिका छात्रावासों व चार राजकीय बालिका इंटर कालेजों का लोकार्पण किया। साथ ही पद्मजा चुन्दुरू ने लखनऊ में सेफ सिटी परियोजना के तहत 45 ¨पक बूथ, 18 ¨पक शौचालय व 660 स्ट्रीट लाइट का लोकार्पण किया। इस अवसर पर मिशन शक्ति के तहत सराहनीय कार्य करने वाली 15 महिलाओं को पुरस्कृत भी किया गया।

ऑपरेशन कायाकल्प

योगी ने कहा कि सरकार ने विविधता को ध्यान में रखते हुए अपने कदम बढ़ाए हैं। जब वह मुख्यमंत्री बनने के बाद बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में गए थे, तब वहां बालिकाओं की उपस्थिति अधिक देखकर हैरान हुए थे। बाद में कारण पता चला कि अभिभावक बेटों को पब्लिक स्कूल में भेज रहे हैं, पर धन के अभाव में बेटियों के साथ अन्याय हो रहा है। इसके बाद ही आपरेशन कायाकल्प की नींव रखी गई और सूबे के 93 हजार विद्यालयों को कान्वेंट व पब्लिक स्कूल की तर्ज पर आगे बढ़ाया गया। योगी ने कहा कि तीन वर्षों में बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में 54 लाख बच्चे बढ़े हैं।

एंटी रोमियो स्क्वायड का गठन

उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था की स्थिति से निपटने के लिए थाना स्तर पर एंटी रोमियो स्क्वाड का गठन किया गया। इसके बाद मिशन शक्ति के तहत 1535 थानों में महिला हेल्प डेस्क के गठन के साथ महिला सुरक्षा से जुड़ी अन्य योजनाओं के कदम भी बढ़े। योगी ने कन्या सुमंगला योजना, सामूहिक कन्या विवाह, महिला साम‌र्थ्य योजना, बैं¨कग सखी व महिला कल्याण से जुड़ी अन्य योजनाओं का भी जिक्र किया। कहा कि सूबे में 93 हजार से अधिक स्वयं सहायता समूहों के जरिये 45 लाख से अधिक परिवारों की सूरत बदली है।

कार्यक्रम में मुख्य रूप से उप मुख्यमंत्री डा.दिनेश शर्मा, माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री गुलाब देवी, मुख्य सचिव राजेंद्र तिवारी, डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल व अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन आइजी रेंज, लखनऊ लक्ष्मी सिंह ने किया।

माता के समान कोई नहीं

योगी ने अपने उद्बोधन की शुरुआत 'नास्ति मातृसमा छाया, नास्ति मातृसमा गति :। नास्ति मातृसमं त्राण, नास्ति मातृसमा प्रिया.' श्लोक से की। कहा कि माता के समान कोई छाया नहीं। कोई आश्रय नहीं। कोई सुरक्षा नहीं और माता के समान इस विश्व में कोई जीवनदाता नहीं।

गड़बड़ी हुई तो महिला स्वयंसेवी संगठन करेंगे संचालन

योगी ने कहा कि सूबे में खाद्यान्न वितरण की 80 हजार दुकानें संचालित हो रही हैं। इनमें कहीं कोई गड़बड़ी सामने आने पर कोटेदार का लाइसेंस निरस्त कर उनका संचालन महिला स्वयंसेवा संगठनों के हाथों में सौंपा जाएगा। इसी तरह बाल पुष्टाहार के वितरण में अनियमितता पर उसका काम भी महिला स्वयंसेवा संगठनों को दिया जाएगा।

Posted By: Inextlive