- एलयू के ग‌र्ल्स हॉस्टल में हुए ब्लड टेस्ट में हीमोग्लोबिन की कमी मिली

- अब एलयू ग‌र्ल्स को देगा बेहतरीन डाइट

LUCKNOW : एलयू के ग‌र्ल्स हॉस्टल की एक तिहाई ग‌र्ल्स में हीमोग्लोबिन की कमी पाई गई है। एलयू को इसकी जानकारी मेडिकल कैंप के दौरान ब्ल्ड टेस्ट की रिपोर्ट से हुई है। ऐसे में एलयू प्रशासन अब इन ग‌र्ल्स की हेल्थ रिपोर्ट तैयार कर रहा है। साथ ही इसकी डिटेल स्टूडेंट्स के पैरेंट्स को भी भेजा। मालूम हो कि गवर्नर आनंदीबेन पटेल ने प्रदेश के सभी शिक्षण संस्थाओं में ग‌र्ल्स की मेडिकल जांच के आदेश दिये थे, जिससे कि ग‌र्ल्स में होने वाली समस्याओं को समय से पहले दूर किया जा सके।

डाइट पर विशेष ध्यान देगा एलयू

लखनऊ यूनिवर्सिटी छात्राओं के लिए कैलाश हॉस्टल, मैनेजमेंट हॉस्टल, तिलक हॉस्टल का संचालन करता है। इन सभी हॉस्टलों की छात्राओं का मेडिकल हेल्थ चेकअप यूनिवर्सिटी की ओर से किया गया। चेकअप में सभी हॉस्टल की एक तिहाई ग‌र्ल्स में खून की कमी पाई गई। यूनिवर्सिटी अब इन छात्राओं की सेहत पर विशेष ध्यान देने के लिए अपने हॉस्टल के मैन्यू में विशेष तौर पर बदलाव करेगा। छात्राओं की डाइट में ऐसी चीजें शामिल की जाएंगी, जिससे उनके स्वास्थ्य को बेहतर बनाया जा सके।

डिग्री कॉलेजों में भी होगा चेकअप

वहीं अगले चरण में एलयू कैंपस की ग‌र्ल्स की हेल्थ की जांच करेगा। उनकी रिपोर्ट तैयार करेगा। इसके बाद जिन छात्राओं में खून की कमी होगी, उनके अभिभावकों को इसी सूचना देगा। इसके साथ ही सभी डिग्री कॉलेजों में भी यह अभियान शुरू करना होगा।

बॉक्स

नजर आने लगते हैं लक्षण

केजीएमयू की डॉ। तुलिका चंद्रा के मुताबिक हीमोग्लोबिन कम होने पर ऐसा जरूरी नहीं है कि आपको किसी तरह की कोई बीमारी ही हो। ये समस्या गर्भवती महिलाओं में आमतौर पर पाई जाती है। इतना ही नहीं महिलाओं में पीरियड्स के समय ज्यादा ब्लीडिंग, हृदय संबंधी बीमारियां, पेट से संबंधित बीमारियां, कैंसर, विटामिन बी12 की कमी और शरीर में फोलिक एसिड की कमी की वजह से हीमोग्लोबिन की कमी होने के साथ शरीर में खून की कमी होने लगती है। इसके अलावा हीमोग्लोबिन कम होने पर कई लक्षण भी नजर आने लगते हैं। पुरुषों में हीमोग्लोबिन का स्तर 13.5 ग्राम 100 मिली से कम होता है और महिलाओं में जब हीमोग्लोबिन का लेवल 12.0 ग्राम 100 मिली से कम होता है तो ऐसे में उनके शरीर में खून की कमी होने के साथ ही कई तरह की बीमारियां अपना शिकार बनाने लगती हैं।

हीमोग्लोबिन कम होने की वजह

- रेड ब्लड सेल्स की संख्या कम होना

- शरीर में आयरन की कमी होना

- रेड ब्लड सेल्स का जल्दी से नष्ट होना

- किसी बीमारी या एक्सीडेंट होने के दौरान ज्यादा खून बह जाना

हीमोग्लोबिन कम होने के लक्षण

- हर समय थकान महसूस होना।

- एनीमिक रोगियों में थकान महसूस होने वाली ये समस्या आम समस्या है

घबराहट।

- जब शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी होती है तो वो हर समय तेज दिल की धड़कन का एहसास करता है और उसे घबराहट जैसी समस्या होने लगती है

डिप्रेशन की समस्या

शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी होने पर डिप्रेशन, धड़कन अनियंत्रित होना और हार्ट फेल होने की समस्या हो सकती है

स्किन में पीलापन

रेड ब्लड सेल्स स्किन को गुलाबी चमक देती है, लेकिन जब शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी होने लगती है तो त्वचा पीली होनी शुरू हो जाती है

सांस लेने में समस्या।

हीमोग्लोबिन का कार्य शरीर में ऑक्सीजनयुक्त खून पहुंचाने का है। ऐसे में जब शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी होने लगती है तो व्यक्ति को श्वसन समस्याएं होने लगती हैं, जिसके कारण उसे घबराहट भी महसूस होने लगती है।

टिनिटस

हीमोग्लोबिन की कमी के लक्षणों में सबसे आम लक्षण टिनिटस है। इस दौरान व्यक्ति शरीर के अंदर उत्पन्न ध्वनि को सुन सकता है, लेकिन बाहर की आवाज को वो सुन नहीं सकता है। साथ ही खुजली, सिरदर्द, स्वाद में बदलाव, असामान्य तौर पर चिकनी या उभरी हुई जीभ महसूस होना, बालों का झड़ना, मिट्टी, कागज, चॉक और बर्फ को खाना या फिर नाखून चबाने जैसी आदतें लग सकती हैं।

कोट

छात्राओं के स्वास्थ्य की जांच सभी ग‌र्ल्स हॉस्टलों में हो रही है। हम इसकी रिपोर्ट इनके अभिभावकों को भेजने के साथ ही हॉस्टल में भी सेहतमंद भोजन देने की तैयारी कर रहे हैं।

- डॉ। दुर्गेश श्रीवास्तव, प्रवक्ता, एलयू

Posted By: Inextlive