लखनऊ यूनिवर्सिटी से जुड़े चार नए जिलों के डिग्री कॉलेजों में कुछ ऐसे कोर्सेज की पढ़ाई कराई जाती है जो लखनऊ यूनिवर्सिटी में नहीं है। ऐसे में इन कॉलेजों की ओर से यूनिवर्सिटी प्रशासन को जल्द इन कोर्सेज को लेकर निर्णय लेने को कहा गया है ताकि उनके यहां इन कोर्सेज के एडमिशन की प्रक्रिया पूरी हो सके। कॉलेजों का कहना है कि उनको कानपुर यूनिवर्सिटी से जिन कोर्सेज की मान्यता थी उन्हें एलयू को भी मानना है। ऐसे में एलयू जल्द इन कोर्सेज पर निर्णय कर कॉलेजों को राहत देने की तैयारी कर रही है।

लखनऊ (ब्यूरो)। रायबरेली, हरदोई, लखीमपुर-खीरी और सीतापुर के डिग्री कॉलेजों को एलयू से जोड़ा गया है। यहां के कई कॉलेजों ने कानपुर यूनिवर्सिटी से हिंदी भाषा, इंग्लिश भाषा, जैव प्रौद्योगिकी, औद्योगिक सूक्ष्म जैविक, कंप्यूटर एप्लीकेशन और चित्रकला जैसे कोर्स की मंजूरी ली है। ये सब्जेक्ट एलयू में नहीं पढ़ाए जाते हैं। एलयू ने इन सभी कोर्सेज को लेकर संबंधित डिपार्टमेंट के डीन को तैयारी करने को कहा है। जिसे जिन कॉलेजों में यह कोर्स चल रहे है वहां का एकेडमिक सेशन प्रभावित न हो।

तैयार कराया जाएगा सिलेबस
एलयू के प्रवक्ता डॉ। दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि कॉलेजों की ओर से इन कोर्सेज को शुरू करने का प्रस्ताव मिला है। जिसके बाद वीसी ने जिन संकाय से यह कोर्स संबंधित हैं उनको इन कोर्सेज के संचालन की जिम्मेदारी सौंपी है। इन कोर्सेज का सिलेबस तैयार करने के लिए एक्स्पर्ट टीम का पैनल तैयार किया जाएगा। जो न्यू एजुकेशन पॉलिसी के तहत इन सभी कोर्सेज का सिलेबस तैयार करेंगी। मौजूदा समय में इन कोर्सेज को संबंधित संकाय व संबंधित डिपार्टमेंट की निगरानी में शुरू किया जाएगा।

इन कोर्सेज का सिलेबस तैयार करने के लिए एक्स्पर्ट टीम का पैनल तैयार किया जाएगा। जो न्यू एजुकेशन पॉलिसी के तहत इन सभी कोर्सेज का सिलेबस तैयार करेंगी।
डॉ दुर्गेश श्रीवास्तव, प्रवक्ता, लखनऊ यूनिवर्सिटी

Posted By: Inextlive