साफ हुए नालों के शिल्ट को ककरमत्ता स्थित पोखरी में गिरा रहे हैं नगर निगम के कर्मचारी जनसुनवाई में स्थानीय निवासियों ने दर्ज कराई आपत्ति

वाराणसी (ब्यूरो)जहां प्रदेश सरकार के आह्वïान पर गांवों में अमृत सरोवर तैयार कराया जा रहा है, वहीं शहर में नगर निगम के कर्मचारियों द्वारा ही पोखरी को पाटा जा रहा है। ककरमत्ता स्थित पोखरी का मामला मंगलवार को जनसुनवाई के दौरान अपर नगर आयुक्त दुष्यंत कुमार के सामने आया। इसके विरोध में क्षेत्र से एक साथ दर्जनभर लोग नगर निगम के आफिस पहुंचे और आरोप लगाया कि नगर निगम के कर्मचारी ही प्रकृति के साथ खिलवाड़ कर रहे हंै.

सालों से डाल रहे कूड़ा

नगर निगम के कर्मचारियों द्वारा ककरमत्ता के आराजी नं 411 की पोखरी को शहर के कूड़े और शिल्ट से पाटा जा रहा है। क्षेत्र के लोगों ने आरोप लगाया कि यह सालों से चल रहा है। निगम के कर्मचारी पूरे शहर का मलबा और कूड़ा लेकर आते हैं और इसी पोखरी में डाल कर चले जाते हैं। इसकी वजह से इस पोखरी का अब अस्तित्व खतरे में पड़ता चला जा रहा है.

कई बार शिकायत पर कार्रवाई नहीं

मोहम्मद वकील अंसारी ने बताया कि पोखरी की पटाई निगम के कर्मचारी लगातार कर रहे हैं, जिसका हम लोगों ने कई बार विरोध किया। इसके बाद भी कर्मचारी नहीं माने तो निगम कार्यालय में कई बार शिकायत की गई लेकिन अब तक कोई भी कार्रवाई नहीं हुई है। लोगों ने बताया कि इसके विरोध में निगम कार्यालय में 10 जून व 3 जुलाई 2021 को और 16 जून व 21 जून 2022 को शिकायत की गई लेकिन कार्रवाई नहीं हुई.

गंदगी से परेशान हंै क्षेत्र के लोग

क्षेत्र के लोगों का आरोप है कि इस पोखरी में शिल्ट एवं कूड़ा डालने से पूरे क्षेत्र में गंदगी फैल गई है। इस पोखरी से इतनी भयंकर दुर्गंध आती है कि सांस लेना दूभर हो जा रहा है। इस गंदगी की वजह से अब हमारे इलाके में बीमारियां भी तेजी से फैलनी शुरू हो गई है। लोगों को साफ हवा एवं शुद्ध पानी मयस्सर नहीं हो पा रहा है.

बारिश में होती है सडऩ

लोगो का कहना था कि पोखरी की वजह से पूरे बारिश का पानी उसी में निकल जाता था, जिससे घरों की गलियां साफ रहती थी और आवागमन भी आसानी से हो जाता था। जबसे ये पोखरी पट गई है तबसे सारा बारिश का पानी इसमें जा नहीं पाता है। जब बरसात होती है तो इन कूड़े के ढेरों में और भयंकर दुर्गंध शुरू हो जाती है जिससे तमाम तरीके की संक्रामक बीमारियां शुरू हो जाती है.

लोगों का यह है कहना

नगर आयुक्त को कई बार इस समस्या से अवगत करा दिया गया है। पिछली जनसुनवाई में नगर आयुक्त ने कहा था कि सबूत लेकर आइए, फिर हम कार्रवाई करेंगे। इस बार हम सबूत लेकर आये हैैं.

मोहम्मद वकील अंसारी, महासचिव, महानगर कांग्रेस कमेटी

पोखरी के बगल में ही मेरा घर है। यहीं पर नगर निगम के कर्मचारी हर रोज सुबह मलबा एवं कूड़ा गिराते हंै। जीना दूभर हो गया है.

हासिम, क्षेत्रवासी

पोखरी के बगल वाली गली में मेरा घर है। इसी के पास रोज कूड़ा नगर निगम के कर्मचारी गिरा रहे हैं। दुर्गंध के साथ बीमारी इलाके में फैल रही है.

कैलाश मौर्या, क्षेत्रवासी

पोखरी में कूड़ा पाटने की वजह से दुर्गंध बढ़ गई है। हम लोगों ने कई बार विरोध भी किया लेकिन कर्मचारी नहीं मानते हंै। कहते हैैं कि ऊपर से आदेश हैै.

राजेश यादव, क्षेत्रवासी

वर्जन

आराजी नंबर 411, ककरमत्ता में स्थित भूमि पर मलबा और कूड़ा डालकर पाटे जाने की शिकायत संभव जनसुनवाई के अंतर्गत प्राप्त हुई है। इस संबध में नगर आयुक्त द्वारा राजस्व विभाग को शीघ्र ही जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने हेतु कहा गया है। रिपोर्ट प्राप्त होते ही तत्काल आवश्यक कार्रवाई की जायेगी.

संदीप श्रीवास्तव, पीआरओ, नगर निगम

Posted By: Inextlive