आरटीई के तहत फॉर्म भरने में हुई गड़बड़ी

-गलत भरा विकल्प तो किसी ने दो-दो किया आवेदन,

राइट-टू-एजुकेशन (आरटीई) के तहत द्वितीय चरण में नगर निजी विद्यालयों में मुफ्त दाखिले के लिए 5362 बच्चों ने आवेदन किया था। सत्यापन में विसंगतियों के चलते 536 आवेदन खारिज कर दिए गए हैं। वहीं लॉटरी के माध्यम से 1298 बच्चों को विद्यालय आवंटित किया गया है। जबकि सीटें फुल हो जाने के कारण 3528 बच्चों को कोई विद्यालय आवंटन नहीं किया जा सका है।

9268 को विद्यालय आवंटित किया

द्वितीय चरण में दाखिले के लिए दस जून से दस जुलाई तक ऑनलाइन आवेदन मांगे गए थे। हालांकि दूसरे चरण में आवंटित बच्चों की सूची अभी जारी नहीं की जा सकी है। डीएम के अनुमोदन के बाद सूची जारी की जाएगी। जिला समन्वयक विमल कुमार केशरी ने बताया कई बच्चों ने दो-दो विद्यालयों से आवेदन कर दिया था। वहीं कुछ बच्चों ने दूसरे वार्ड से आवेदन किया था। जबकि नियमानुसार जिस वार्ड में अभिभावक रहते हैं। उसी वार्ड के विद्यालयों को ही विकल्प के तौर पर भरना था। इसके चलते ऐसे आवेदन निरस्त कर दिए गए हैं। वहीं प्रथम चरण में दो मार्च से दो जून तक ऑनलाइन आवेदन मांगे गए थे। प्रथम चरण में नगर में 13349 बच्चों दाखिले के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था। सत्यापन में विसंगतियों के चलते 395 आवेदन निरस्त कर हुए थे। लॉटरी के माध्यम से 7970 बच्चों को विद्यालय आवंटित किया गया। जबकि सीटें फुल हो जाने के कारण 4984 बच्चों को कोई विद्यालय आवंटन नहीं किया जा सका। इस प्रकार अब तक नगर में 9268 बच्चों को विद्यालय आवंटित किए जा चुके हैं।

अब भी कर सकते हैं आवेदन

राइट-टू-एजुकेशन (आरटीई) के तहत निजी विद्यालयों में मुफ्त दाखिले के लिए अब भी मौका है। तीसरे चरण में 17 जुलाई से दस अगस्त कर आवेदन किए जा सकते हैं। नगर में ऑनलाइन व ग्रामीण विद्यालयों के लिए ऑफलाइन आवेदन भरना है। नगर के विद्यालयों में दाखिले के लिए जहां दूसरी सूची जारी करने की तैयारी है। वहीं ग्रामीण क्षेत्र के निजी विद्यालयों में दाखिले के लिए अब तक एक भी सूची नहीं जारी हो सकी है। जबकि प्रथम चरण में करीब 6300 व द्वितीय चरण में 4000 बच्चों ने आवेदन किया है। इस प्रकार ग्रामीण क्षेत्रों के करीब 10300 बच्चों को अब भी विद्यालय आवंटन का इंतजार है। जिला समन्वयक ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र के विद्यालयों की सूची भी लगभग तैयार है। एक सप्ताह के भीतर जारी कर दी जाएगी।

सितंबर तक एडमिशन

कोविड-19 के प्रकोप को देखते हुए इस वर्ष आरटीई के तहत चयनित बच्चों का निजी स्कूलों में सितंबर तक दाखिला होने की संभावना जताई जा रही है। ऐसे में ऑनलाइन आवेदन करने की तिथि भी बढ़ने की उम्मीद है। नि:शुल्क व अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार-2009 के तहत निजी स्कूलों में प्री-नर्सरी व कक्षा-एक में सीट के सापेक्ष 25 फीसद मुफ्त दाखिला अलाभित समूह व दुर्बल आय वर्ग के बच्चों निर्धारित करने का प्रावधान है।

Posted By: Inextlive