जेहन में तैरा चौकाघाट फ्लाईओवर हादसा
-शिवपुर में शटरिंग प्लेट गिरने की हुई घटना से लोगों में दिखा खौफ
-पब्लिक बोली, सेफ्टी रूल्स को दरकिनार कर काम करते हैं कर्मचारी व मजदूर -शिवपुर में शटरिंग प्लेट गिरने की हुई घटना से लोगों में दिखा खौफ -पब्लिक बोली, सेफ्टी रूल्स को दरकिनार कर काम करते हैं कर्मचारी व मजदूर VARANASI VARANASIतरना में फ्लाईओवर पर ढलाई के दौरान कंक्रीट शटरिंग प्लेट के गिरने की हुई घटना के बाद पब्लिक की आंखों में खौफ दिखा। उनके जेहन में क्भ् मई को हुए चौकाघाट फ्लाईओवर हादसे की यादें तैर गई। घटनास्थल पर जुटे लोग इस बड़े हादसे की चर्चा करते दिखे। उनका डर इस बात को लेकर भी था कि जिस जगह शटरिंग गिरने की घटना हुई, वहां मंदिर और घना एरिया है। अगर बैरीकेडिंग लगाकर सर्विस लेन बंद नहीं की गई होती तो बड़ा हादसा होना तय था। वहीं लोगों का आक्रोश इस बात को लेकर भी था कि कार्यदायी संस्था के कर्मचारी व मजदूर अक्सर सेफ्टी रूल्स को दरकिनार कर काम करते हैं। एनएचएआई के अफसर भी इस पर ध्यान नहीं देते हैं।
आई नेक्स्ट ने किया था आगाहतरना में सबसे बड़े निर्माणाधीन फ्लाईओवर के निर्माण में कदम-कदम पर लापरवाही दिखती है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने अपने क्7 मई के एडशिन में 'इस फ्लाईओवर को भी है किसी हादसे का इंतजार' शीर्षक से न्यूज पब्लिश कर आगाह किया था। रियलिटी चेक में यह बात सामने आई थी कि सर्विस लेन की चौड़ाई कम है। उस पर गढ्डे बने हैं। सेफ्टी गार्ड तैनात नहीं हैं। रात-दिन धड़ल्ले से क्रेन व हाइड्रा दौड़ते हैं। यही नहीं पांच किलोमीटर लम्बे फ्लाईओवर पर बिना सेफ्टी किट के काम करने के दौरान आए दिन कोई न कोई कर्मचारी जख्मी होता है, लेकिन एजेंसी के लोग चुपके से कर्मचारी का इलाज कराकर उसका मुंह बंद करा देते हैं।
एक नजर 0भ् किमी फ्लाईओवर की है लम्बाई क्ख् मीटर लम्बी थी कंक्रीट शटरिंग प्लेट 0क् टन वजनी होती है प्लेट फ्0 जून तक पूरा होना है निर्माण