सेतु निगम ने माना निर्माण में होगी भारी क्षति और दो साल का समय भी लगेगा

-पब्लिक की सहूलियत के लिए सíवस लेन होगा चौड़ा

विनोद शर्मा

एक्सूलिसव

चौकाघाट-लहरतारा फ्लाईओवर पर गाडि़यां सरपट दौड़ रही हैं, लेकिन कैंट से यू टर्न होकर इंग्लिशिया लाइन तक फ्लाईओवर का निर्माण अधूरा रह गया है। इसके निर्माण में तमाम अड़चनें आ रही हैं और काफी धनराशि भी खर्च होगी यह मानना है सेतु निगम का। इन सारी परेशानियों को देखते हुए सेतु निगम ने कैंट से इंग्लिशिया लाइन तक पुल का विस्तार नहीं करने निर्णय लिया है। इसलिए चौकाघाट-लहरतारा फ्लाईओवर पर कोई भी यू टर्न नहीं होगा। चौकाघाट से इंग्लिशिया लाइन होकर सिगरा और बीएचयू जाने वाले वाहनों के लिए सíवस लेन को चौड़ा किया जाएगा।

सीवर की पाइप लाइन बनी बाधक

कैंट से यू टर्न होकर इंग्लिशिया लाइन तक फ्लाईओवर के निर्माण को बीच में अधूरा छोड़कर 16 फरवरी से पीएम नरेंद्र मोदी के लोकार्पण करने के बाद चौकाघाट-लहरतारा फ्लाईओवर को खोल दिया गया है। लोकार्पण के दो दिन पहले निरीक्षण के दौरान नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन ने सेतु निगम के अधिकारियों को 30 जून 2020 तक इसे पूरा करने का टारगेट दिया था। काम शुरू होने से पहले तमाम अड़चनें आने लगीं। पांच पिलर का फाउंडेशन तैयार हो गया, लेकिन 6वें पिलर की फूटिंग सीवर के मैनहोल पर आ रही थी। इसे छोड़कर 7वें पिलर पर काम शुरू किया गया तो सड़क के बीच में पड़ी 9 से 11 मीटर की गहराई तक 2000 एमएम सीवर पाइप लाइन और अन्य पाइप लाइनों की अड़चनें आने लगी।

निरीक्षण में कमियां हुई उजागर

पुल निर्माण में आ रही अड़चनों से कमिश्नर और डीएम को अवगत कराया गया। अधिकारियों के निर्देश पर लोक निर्माण विभाग और सेतु निगम ने निरीक्षण किया तो पाया कि सड़क की चौड़ाई मानक के अनुरूप नहीं है। निर्माण के दौरान सíवस रोड नहीं बन पाएगी। सीवर लाइन ध्वस्त होने से काफी नुकसान होगा। इसके निर्माण में 14 और पिलर लगाने होंगे, जिसके निर्माण में दो साल लगेगा और लागत धनराशि भी बढ़ेगी। यू-टर्न सिर्फ चौकाघाट से आने वालों के लिए फायदेमंद होगा, लेकिन सिगरा से वाहन नहीं जा पाएंगे। ऐसी स्थिति में इस पुल का कोई ज्यादा लाभ आम पब्लिक को नहीं मिलेगी।

प्रशासन को भेजा प्रस्ताव

लोक निर्माण विभाग और सेतु निगम ने सीवर लाइन की पाइप, पर्याप्त सड़क की चौड़ाई, निर्माण में दो साल का समय और लागत धनराशि बढ़ने का जिक्र करते हुए कैंट से इंग्लिशिया लाइन तक पुल का विस्तार नहीं करने प्रस्ताव बनाकर जिला प्रशासन को भेजा है। साथ ही सुझाव दिया है कि लकड़ी मंडी से कैंट तक सíवस लेन को चौड़ा कर चौकाघाट से कैंट, इंगलिशिया लाइन, विद्यापीठ, सिगरा, रथयात्रा, भेलूपुर, लंका, मंडुवाडीह जाने वालों वाहनों को रवाना किया जा सकता है। सíवस लेन में अभी पर्याप्त जगह भी है।

वर्जन

कैंट से यू टर्न होकर इंग्लिशिया लाइन तक पुल निर्माण में तमाम दिक्कतें आ रही हैं। सीवर लाइन ध्वस्त होने से काफी नुकसान होगा। इसके निर्माण काफी धनराशि भी खर्च होगी। इसके निर्माण से पब्लिक को बहुत फायदा भी नहीं होगा। इसलिए विस्तार नहीं करने का प्रस्ताव प्रशासन को भेजा गया है।

-दीपक गोविल, जीएम, सेतु निगम

Posted By: Inextlive