--GST के विरोध में कपड़ा कारोबारियों ने छठवें दिन भी बंद रखा फर्म

-बुनकरों के मुर्री बंद का भी दिखा असर, नहीं सुनाई दी खटर-पटर

VARANASI

जीएसटी को लेकर पिछले छह दिन से आंदोलनरत कपड़ा कारोबारियों के प्रतिष्ठान शनिवार को भी बंद रहे। वहीं फुटकर प्रतिष्ठानों पर बंदी का कहीं कोई असर नहीं देखने को मिला। जरी कारोबारियों ने भी प्रतिष्ठान बंद रखे। बुनकर बिरादराना तंजीम की ओर से घोषित मुर्री बंद का भी असर रहा। पावर लूम व हथकरघे शांत रहे। शहर में दो हजार से ज्यादा थोक की दुकानें है। छह दिन बंदी से कारोबार को औसतन पांच सौ करोड़ से ज्यादा की चपत लगी है।

जारी रहेगा संघर्ष

मारवाड़ी युवक संघ में बनारसी वस्त्र उद्योग एसोसिएशन की हुई मीटिंग में वक्ताओं ने कहा कि जब तक कपड़े को जीएसटी के दायरे से बाहर नहीं किया जाएगा, तब तक संघर्ष जारी रहेगा। व्यापारियों का कहना था कि गुजरात के सीएम पद पर रहते हुए नरेंद्र मोदी खुद जीएसटी का विरोध करते रहे थे। मीटिंग में देवेंद्र मोहन पाठक, विजय कपूर, हरिमोहन शाह, हाजी रहीम आदि ने विचार व्यक्त किए।

इन एरिया में सन्नाटा

विरोध के छठवें दिन चौक एरिया के लक्खी चौतरा, रानी कुंआ, नंदन साहू लेन, सत्ती चौतरा, कुंज गली, ठठेरी बाजार में साड़ी की दुकानों के शटर गिरे रहे। बड़ी बाजार, उस्मानपुरा, हनुमान फाटक, छित्तनपुरा, सलारपुरा, मदनपुरा, लोहता आदि इलाकों में दुकानें बंद रहीं।

Posted By: Inextlive