फूलपुर के कैथवली मोड़ के पास मुठभेड़ में एसटीएफ ने दबोचा

स्पेशल टास्क फोर्स की स्थानीय इकाई ने शुक्रवार को फूलपुर के कैथवली मोड़ के पास हल्की मुठभेड़ में 25 हजार इनामी सुभाष यादव उर्फ धीरज व उसके अंतरजनपदीय गिरोह के चार शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया। सभी के खिलाफ विभिन्न थानों में हत्या व लूट के संगीन मामले दर्ज हैं। इनके कब्जे से नाइन एमएम की एक पिस्टल, पांच कारतूस, दो खोखा, 315 बोर का एक तमंचा, एक टाटा इंडिगो कार, दो बाइक, छह मोबाइल फोन, 1300 नकद व पांच कूटरचित परिचय पत्र बरामद किए गए।

ऐसे मिली कामयाबी

एसटीएफ को पिछले दिनों से उत्तर प्रदेश के जनपदों में वांछित पुरस्कार घोषित अपराधियों के सक्रिय होकर आपराधिक घटनाओं को अंजाम दिए जाने की सूचनाएं प्राप्त हो रही थीं। एसटीएफ की विभिन्न इकाइयों को सूचना संकलन एवं कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया था। इस क्रम में स्थानीय एसटीएफ फील्ड इकाई को विश्वस्त सूत्रों से सूचना प्राप्त हुई कि हत्या व लूट करने वाले अंतरजनपदीय गिरोह के 25 हजार के इनामी अपराधी सुभाष यादव उर्फ धीरज उर्फ नेता अपने गिरोह के साथ किसी संगीन घटना को अंजाम देने के लिए ¨पडरा की तरफ आने वाला है। निरीक्षक अमित श्रीवास्तव के नेतृत्व में टीम ने घेराबंदी की और हल्की मुठभेड़ में इनामी समेत उसके साथियों को दबोच लिया। इस दौरान मौके से दो अपराधी फरार हो गए। गिरफ्तार बदमाशों की पहचान जौनपुर के केराकत थानांतर्गत बंभावन गांव निवासी सुभाष, अतरौरा निवासी सुरेश यादव, उमरवार निवासी सूरज यादव, जंसा थाना क्षेत्र के लक्षीपुर गोगवा निवासी वीरेंद्र कुमार पाल व शिवपूजन पटेल के रूप में हुई।

वारदात की फिराक में थे बदमाश

पूछताछ में गिरफ्तार सुभाष यादव ने बताया कि वर्ष 2012 में अपने गांव के ही रहने वाले हरि यादव के कहने पर उसने जौनपुर के केराकत के ग्राम छितौनी के रहने वाले अच्छे लाल मौर्या की हत्या कर दी थी। इस मामले में वह जेल गया था। जमानत पर छूटने के बाद उसने अपने साथियों के साथ मिलकर वर्ष 2016 में मुखबिरी करने का शक होने के कारण उदय विश्वकर्मा व राजू सेठ को वाराणसी से ले जाकर जौनपुर के चंदवक थानांतर्गत गोबरा गांव में हत्या कर दी थी। इसके बाद केराकत के गोलाबाजार में सराफा व्यापारी से लूट की वारदात को अंजाम दिया था। इन दोनों मामलों में गिरफ्तार होकर जेल चला गया। मेरे गांव के पास के ही गांव बेहड़ा के रहने वाले आदर्श सिंह से मेरी दोस्ती हो गई। आदर्श के गैंग में पहले से ही बहुत से लूट करने वाले अपराधी मौजूद थे, जिनसे हम लोगों ने अपना एक मजबूत गिरोह बना लिया था।

रेकी करने थे निकले

सुभाष यादव ने बताया कि गिरोह को साथ लेकर संजय सिंह बेहड़ा की रेकी करने निकले थे। मौका मिलते ही उसकी हत्या कर देते। इसके बाद वे आजमगढ़ के बूढनपुर के निकट कोयलसा बाजार में सराफा व्यवसायी के यहां लूट करते और इसके बाद मुंबई भाग जाते। फरार बदमाशों में आदर्श सिंह एवं गोरखपाल शामिल हैं। गिरफ्तार बदमाशों के खिलाफ फूलपुर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है।

Posted By: Inextlive