अयोध्या (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर स्थल पर भगवान हनुमान की एक नई मूर्ति स्थापित की गई है। इस संबंध में मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया कि हनुमान जी की पुरानी मूर्ति क्षतिग्रस्त हो गई थी लेकिन राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद पर लंबित मामले के कारण 'यथास्थिति' बनाए रखने के सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के कारण पुरानी क्षतिग्रस्त मूर्ति को अब तक बदला नहीं जा सका था। यह भी सच है कि एक क्षतिग्रस्त मूर्ति की पूजा करना हिंदू धर्म में निषिद्ध है, लेकिन इसके बारे में हम कुछ भी नहीं कर सकते थे। हालांकि जब पिछले महीने राम लल्ला की मूर्ति को नए मंदिर में स्थानांतरित किया गया था, तो मैंने मंदिर ट्रस्ट के सदस्यों को सूचित किया कि हनुमान जी की मूर्ति काफी पुरानी होने की वजह से क्षतिग्रस्त है जो हिंदू धर्म के हिसाब से बिल्कुल ठीक नही।

नई मूर्ति की 'प्राण प्रतिष्ठा' करा दी गई

ट्रस्ट के सदस्यों ने उनकी बात को गंभीरता से लेते हुए यहां नई मूर्ति की स्थापना की योजना तैयार की। ऐसे में पुरानी मूर्ति को सरयू नदी में विसर्जित कर दिया गया है और नई मूर्ति की 'प्राण प्रतिष्ठा' करा दी गई है। वहीं राम जन्मभूमि स्थल पर से अस्थाई तंबू को हटा दिया गया जिसमें रामलला की मूर्ति रखी हुई थी। लॉकडाउन हटते ही काम शुरू हो जाएगा। बता दें कि कोरोना वायरस के बढते मामलों को देखते हुए पीएम मोदी ने 25 मार्च से 14 अप्रैल तक देश में लाॅकडाउन का ऐलान किया हैं। हालांकि हातातों देखते है कि कल फिर 15 दिन के लिए देश में लाॅकडाउन बढ़ जाएगा।

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