- हादसे के समय ओपीडी कक्ष में डॉक्टर और मरीज नहीं थे मौजूद, टला हादसा

- एमएस डॉ। केकेटम्टा ने निर्माण एजेंसी के अफसरों को लगाई फटकार, एजेंसी पर कार्रवाई की मांग

DEHRADUN: दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के नई ओपीडी ब्लॉक में मंडे को दंत रोग विभाग की सीलिंग गिर गई। गनीमत रह रही कि उस समय कोई डॉक्टर या मरीज ओपीडी में मौजूद नहीं था, नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता है। घटना की जानकारी पर अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ। केकेटम्टा मौके पर पहुंचे। उन्होंने निर्माण एजेंसी से जुड़े अधिकारियों को फटकार लगाई। प्राचार्य को पत्र भेजकर एजेंसी पर कार्रवाई का अनुरोध किया गया है।

तेज आवाज के साथ गिरी सीलिंग

दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के नए ओपीडी ब्लॉक की खामियों को लेकर उप्र राजकीय निर्माण निगम फिर एक बार कठघरे में है। मामला निर्माण कार्यो की गुणवत्ता से जुड़ा है। बिल्िडग का उद्घाटन हुए अभी पांच माह भी नहीं बीते हैं और हकीकत सामने है। दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय की नई बिल्डिंग का निर्माण तहसील चौक के समीप हुआ है। इसका ए-ब्लॉक तैयार हो चुका है, जबकि बी-ब्लॉक का निर्माण अभी चल ही रहा है। बिल्डिंग के चतुर्थ तल पर दंत रोग विभाग है। जिसके दो ओपीडी कक्ष हैं। मंडे को ईद का त्योहार होने के कारण मरीजों की भीड़ कम थी, जिस कारण एक कक्ष बंद कर दिया गया। डॉक्टर दूसरे कक्ष में मरीजों को देखने लगे। दोपहर करीब 12 बजे बंद ओपीडी कक्ष की सीलिंग तेज आवाज के साथ गिर गई। सूचना पर चिकित्सा अधीक्षक डॉ। टम्टा मौके पर पहुंचे और निर्माण एजेंसी के अधिकारी व इंजीनियरों को तलब किया। उन्होंने बताया कि पूरी रिपोर्ट प्राचार्य डॉ। आशुतोष सयाना को भेज दी गई है। उधर, प्राचार्य डॉ। आशुतोष सयाना ने बताया कि निर्माण एजेंसी को नोटिस जारी किया जा रहा है।

निर्माण कंपनी पर लापरवाही का आरोप

जानकारी के अनुसार निर्माण एजेंसी ने जहां पर लोहे के हुक लगाने थे, वहां पर वायर लगाकर जुगाड़ कर दिया। जिससे ये हादसा हुआ। अस्पताल सूत्रों के अनुसार, निर्माण कंपनी पर पहले भी लापरवाही का आरोप लगते रहे हैं। इसके अलावा काम में ढिलाई को लेकर स्वास्थ्य सचिव भी यूपीआरएनएन के अधिकारियों को फटकार लगा चुके हैं।