रोवानिएमी, यहीं नाम है उस जगह का जहां सांता का छोटा सा गांव है. इस गांव को 'सांता  विलेज' के नाम से जाना जाता है. और यहीं रहता है लम्बीं सफेद दाढ़ी वाला सांता. सांता के  इस गांव तक पहुंचने के लिए सबसे पहले तो हमें फिनलैंड तक का सफर तय करना पड़ा इसके बाद वहीं से सांता एक्सप्रेस पर सवार हो हम जा पहुंचे सांता के गांव. एक अनोखा गांव.  जिसे बर्फ की चादर ने अपने आगोश में समेट रखा था. ऐसा लग रहा था जैसे मैजिकल लैंड में हो. लकड़ी की बनी मध्यम कद की इमारतों से घिरे इस गांव में एक हट  सांता की थी. जहां प्रवेश करते ही बचपन में सुनी सांता क्लॉस की सारी कहानियों ने हकीकत का जामा ओढ़ लिया.

चलो चलें सांता क्‍लॉस के गांव

मेरे सामने लम्बी सफेद दाढ़ी वाला सांता क्लॉस अपने रेड आउटफिट में मौजूद था. विश्वास नहीं हो रहा था कि वाकई सांता क्लॉस होते हैं. इस बात पर जब तक यकीन होता उससे पहले ही सांता की वाईफ जेसिका मेरी क्लॉस से भी आंखें रू-ब-रू हो गईं. उस हट में बस 
सांता और सांता की वाइफ ही रहती हैं. रेड और व्हाइट कलर से डेकोरेट सांता की हट में हर जगह बस एक ही चीज नजर आती है और वो हैं बच्चों के खत. जिसे सांता और उनकी वाइफ बहुत ही संभाल कर रखते हैं. सांता हट में एक हिस्सा  ऐसा भी जहां सांता क्लॉस उससे 
मिलने आए लोगों से बात करता है और लोगों की इच्छा पर तस्वीर भी खिंचवाता है. वैसे सांता हट में घुसने का कोई चार्ज नहीं होता लेकिन वहां खिंची फोटो सांता के पोस्टा ऑफिस से कुछ पैसे देकर खरीदनी पड़ती है.

 

चलो चलें सांता क्‍लॉस के गांव

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सफर यहीं खत्म नहीं होता सांता हट के अलावा भी इस विलेज में बहुत कुछ देखने लायक हैं. अब सांता पोस्ट ऑफिस को ही ले लीजिए. यहां दुनिया भर से साल भर लोगों के खत आते हैं. जिन्हें  पढ़ कर उनका जवाब देना ही सांता का प्रमुख कार्य होता है. पोस्ट ऑफिस के बाद सांता की वर्कशॉप भी बेमिसाल है. यहां साल भर बच्चों के लिए खिलौने बनाए जाते हैं और क्रिसमस पर इन खिलौनों को डिलिवर कर दिया जाता है. इस वर्कशॉप में हजारों एल्वेस काम करते हैं. हर साल विशेष मोहर लगा कर एल्वेस के बनाए हुए खिलौनों को दुनिया भर के बच्चों को क्रिसमस पर गिफ्ट कर दिया जाता है.

चलो चलें सांता क्‍लॉस के गांव

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वैसे सांता विलेज में कुछ एम्यूजमेंट पार्क भी तैयार किए गए हैं. इनमें से कुछ इस प्रकार हैं-

चलो चलें सांता क्‍लॉस के गांव


सांता आईस पार्क-  यह पार्क सांता के कमरे से कुछ ही दूरी पर है. इस पार्क में घुसने के लिए एंट्री फीस देनी पड़ती है जिसके बाद पूरे दिन कितनी ही बार इस पार्क में जाया जा सकता है. दिन खत्म  होने के साथ ही टिकट की वेलेडिटी भी समाप्त हो जाती है. इस पार्क में तीन मेन ऐरिया हैं एक जहां बर्फ के झूले हैं और दूसरा जहां छोटा सा आईस हाउस लोगों के बैठने के लिए तैयार किया गया है. एक खास हिस्सा बॉर्नफायर के लिए भी तैयार किया गया है.

चलो चलें सांता क्‍लॉस के गांव

हस्की पार्क- इस पार्क तक पहुंचने के लिए एक मील पैदल चलना पड़ता है. पार्क की खासियत है स्लेइघ राइड. जिसके लिए एक जोन तैयार किया गया है. सांता विलेज का यह भाग काफी ठंडा होता है. इस लिए यहां आने वाले लोगों को मुफ्त में चाय भी पीने को 
मिलती है ताकी शरीर में थोड़ी गर्मी आ जाए.

चलो चलें सांता क्‍लॉस के गांव

रेनडियर जोन- इस जोन में सबसे खास बात यह है कि यहां पर लोग लैपलैंड कॉस्ट्यूम यानी  सांता विलेज में पहने जाने वाली पारम्परिक परिधानों में दिखाई देते हैं. इस जोन में कुछ पैसे देकर आप रेनडियर स्लेइघ राइड कर सकते हैं.

Reported by Anuradha Gupta