रुक नहीं रहा सिलसिला
08 नवंबर
जॉर्जटाउन एरिया के अल्लापुर संजय नगर झोपड़पट्टी में पांच साल के मासूम दीपक के सिर पर वार व गला काटकर हत्या।
09 नवंबर
कौंधियारा के ढोढरी गांव में बेचई लाल पटेल की हत्या कर शव को पेड़ से लटकाया गया।
09 नवंबर
थरवई के मौहरिया गांव में तीन तारीख को दबंगों द्वारा की गई पिटाई से घायल महिला रीता देवी की हॉस्पिटल में मौत।
06 नवंबर
धूमनगंज में पति द्वारा नाटकीय ढंग से एयरगन के जरिए की गई पत्नी बेबी की हत्या।
04
धूमनगंज के राजरूपपुर स्थित धूसा जंगल में मिला सर्राफा कारोबारी का शव, परिजन जताए हत्या की आशंका।
31 अक्टूबर
को जमीन को लेकर हुए विवाद में अधेड़ मांडा एरिया के बरहाकला गांव में अधेड़ राधेश्याम बिंद की पीट-पीटकर हत्या।
29 अक्टूबर
करेली के गौसनगर में किराए पर रहने वाले अधिवक्ता मो। इदरीस की हत्या दरवाजे पर कातिल भाग निकले।
-हत्या में गुजरात का चाकू व धारदार हथियार के प्रयोग का तेजी से बढ़ रहा ट्रेंड
-कत्ल के बाद शव इधर-उधर फेंक सुरक्षित भागने में कामयाब हो जा रहे कातिल
PRAYAGRAJ: जिले के शातिर अपराधी गुजरात व महाराष्ट्र की तर्ज पर साइलेंट किलिंग के रास्ते चल पड़े हैं। पिस्टल व तमंचा के बजाए मर्डर में चाकू जैसे धारदार हथियार का प्रयोग बढ़ता जा रहा है। शहर से गांव तक धारदार हथियार से मर्डर के कई वारदात हो चुके हैं। घटना को अंजाम देने के बाद किलर आराम से बगैर शोर-शराबा हुए बचकर निकल जाते हैं। साइलेंट किलर के बढ़ते कदम को रोक पाने में जिले के पुलिस नाकाम साबित हो रही है।
रात्रि गश्त और चेकिंग पर उठ रहे सवाल
शहर से गांव तक बढ़ते अपराध पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। कातिल आराम से हत्या के बाद शव को फेंककर भाग जा रहे हैं। अब तक जगह-जगह मिले लोगों के शव व पोस्टमार्टम रिपोर्ट इस बात के जिंदा सुबूत हैं। मिलने वाले ज्यादातर शव पर धारदार हथियार या फिर गला घोंटने के निशान मिले हैं। इससे यह जाहिर होता है कि साइलेंट किलर जिले में अपना कदम जमाते जा रहे हैं। यह स्थिति पुलिस की चुस्त गश्त पर भी गंभीर सवाल खड़ा कर रही है।