प्रयागराज (ब्‍यूरो)। भारतीय जनता पार्टी ने बुधवार को लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की एक और सूची जारी कर दी। इस लिस्ट में प्रयागराज की दोनो लोकसभा सीटों के साथ कौशांबी जिले की एक सीट के लिए प्रत्याशी का नाम शामिल है। खास बात यह है कि प्रयागराज की दोनो सीटें सिटिंग होने के बाद भी भाजपा ने अपने प्रत्याशी बदल दिये हैं। इलाहाबाद संसदीय निर्वाचन क्षेत्र से पूर्व गवर्नर केशरी नाथ त्रिपाठी के बेटे नीरज त्रिपाठी को पार्टी ने अपना प्रत्याशी बनाया है तो फूलपुर संसदीय निर्वाचन सीट पर पार्टी ने फूलपुर के विधायक प्रवीण पटेल पर भरोसा जताया है। उम्मीदवारों की घोषणा होने के साथ ही पार्टी के कार्यकर्ता जोश से भर उठे। वे दोनों प्रत्याशियों को बधाई देने के लिए उनके घर पहुंचे।

केशरी नाथ की विरासत आगे बढ़ाएंगे नीरज
भारतीय जनता पार्टी में केशरी नाथ त्रिपाठी बड़ा नाम और चेहरा दोनो रहा है। वह विधानसभा अध्यक्ष तक रह चुके थे। वह 1977 में जनता पार्टी की सरकार बनने पर संस्थागत वित्त मंत्री बने। फिर 1991, 1993 व 1996 में विधानसभा अध्यक्ष रहे। इलाहाबाद संसदीय क्षेत्र से 2014 का लोकसभा चुनाव लडऩा चाहते थे, लेकिन तब भाजपा ने श्यामाचरण गुप्ता को प्रत्याशी बना दिया था। नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद उन्हें राज्यपाल बनाया गया। उनके निधन के उपरांत नीरज वकालत में व्यस्त हो गए जबकि पत्नी कविता त्रिपाठी भाजपा महिला मोर्चा में सक्रिय रहीं। वर्तमान समय में वह इलाहाबाद हाई कोर्ट में अपर महाधिवक्ता के रूप में काम देख रहे हैं। उनकी पत्नी कविता त्रिपाठी जरूर राजनीति में सक्रिय हैं।

पिछली बार जीतीं थीं रीता जोशी
2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने इलाहाबाद संसदीय सीट से पूर्व मुख्यमंत्री हेमवती नंदन बहुगुणा की पुत्री डा। रीता बहुगुणा जोशी को अपना प्रत्याशी बनाया था। विधानसभा चुनाव 2022 में उनके पुत्र मयंक जोशी ने सपा का दामन थाम लिया था। इसके बाद भी रीता जोशी पूरी तरह से पार्टी के प्रति समर्पित रहीं। इससे उन्हें भी टिकट का दावेदार माना जा रहा था लेकिन इस बार पार्टी ने उन पर दांव नहीं लगाया। टिकट की घोषणा के बाद बुधवार को रीता जोशी ने कहा कि वह भाजपा के साथ हैं।

प्रवीण संभाल रहे पिता की विरासत
फूलपुर संसदीय सीट से प्रत्याशी बनाये गये प्रवीण पटेल वर्तमान समय में फूलपुर विधानसभा सीट से विधायक हैं। प्रवीण अपने पिता महेंद्र प्रताप पटेल की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं। महेंद्र प्रताप झूंसी विधानसभा क्षेत्र से 1984, 1989 व 1991 में विधायक चुने गए थे। वह जनता पार्टी व कांग्रेस से जुड़े रहे। प्रवीण पटेल ने अपना राजनीतिक सफर बहुजन समाज पार्टी के साथ 2007 में शुरू किया। वह फूलपुर सीट से चुनकर पहली बार विधानसभा में पहुंचे थे। बसपा के टिकट पर उन्हें 2012 के विधानसभा चुनाव में हार का मुंह देखना पड़ गया। 2017 में भाजपा में शामिल हो गए और लगातार दो बार विधानसभा पहुंच चुके हैं। फूलपुर संसदीय सीट की निवर्तमान सांसद केशरी देवी पटेल हैं। जिला पंचायत सदस्य के रूप में राजनीतिक सफल शुरू करने वाली श्रीमती पटेल जिला पंचायत की अध्यक्ष रह चुकी हैं। फूलपुर सीट पर उनके बेटे पूर्व विधायक दीपक पटेल का नाम भी रेस में था।

जनता कि सेवा का फल मिला है। प्रत्याशी बनाने के लिए पार्टी आलाकमान के प्रति कृतज्ञ हूं। अधिक ऊर्जा से जनता की सेवा करूंगा।
प्रवीण पटेल, प्रत्याशी भाजपा फूलपुर

जैसे पिता ने जीवनभर जनता की सेवा की है,उसी प्रकार मैं भी सबके सुख दुख को साझा करूंगा। पार्टी ने मुझसे जो अपेक्षा की है मैं उस पर खरा उतरने का पूरा प्रयास करुंगा।
नीरज त्रिपाठी
प्रत्याशी भाजपा इलाहाबाद

कौशांबी में विनोद सोनकर पर भरोसा कायम
विधान परिषद के चुनाव में राजा भैया की पार्टी द्वारा भाजपा प्रत्याशी को समर्थन दिये जाने के बाद यह चर्चा चल पड़ी थी कि भाजपा कौशांबी सीट पर अपना प्रत्याशी बदल सकती है, लेकिन, ऐसा बिल्कुल नहीं हुआ। पार्टी ने एक बार फिर से निवर्तमान सांसद विनोद सोनकर पर ही दांव लगाया है। बता दें कि इस सीट में दो विधानसभा का क्षेत्र प्रतापगढ़ जिले का भी आता है। इन दोनो विधानसभा सीटों पर राजा भैया बेहद प्रभावशाली हैं। दोनो विधायक उन्हीं की पार्टी के हैं। इसी के चलते तरह तरह की चर्चाएं रहीं लेकिन आज इन पर विराम लग गया है।