- जनरल कोच में इल्लीगल वेंडिंग का हो रहा ठेका

- दैनिक जागरण आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने किया सफर, तो सामने आई हकीकत

balajikesharwani@inext.co.in

PRAYAGRAJ:

ट्रेन में जर्नी के दौरान पैसेंजर्स को बेस्ट से बेस्ट सुविधाएं मिल सके, इसके लिए ऑनलाइन मॉनिटरिंग सिस्टम के साथ ही कई अन्य टै्रकिंग सिस्टम रेलमंत्री द्वारा जेनरेट किया जा रहा है। आरपीएफ, जीआरपी के साथ ही रेलवे आफिसर्स को भी एक्टिव किया गया है। इसके बाद भी रेलवे में एक ऐसा नेक्सस आज भी हावी है, जो रेलवे के तमाम ट्रैकिंग प्वाइंट और सिस्टम को पूरी तरह से फेल्योर करते हुए दिल्ली-हावड़ा रूट पर चलने वाली ट्रेनों के जनरल कोचों को ही बेच दे रहा है। यही नहीं ये नेक्सस जनरल कोचों में इल्लीगल वेंडिंग करने वालों का पूरा गैंग ऑपरेट कर रहा है। जिनसे पर-डे 500 से एक हजार रुपये वसूला जा रहा है।

पड़ताल में सामने आयी हकीकत

हकीकत जानने के लिए दैनिक जागरण आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने इलाहाबाद से मिर्जापुर तक ट्रेन में सफर किया। सफर के दौरान इल्लीगल वेंडिंग में एक्टिव गैंग और गैंग के सरगना के बारे में जो जानकारी मिली, वो कुछ इस तरह है।

- जम्मूतवी से संभलपुर जाने वाली 18102 मूरी एक्सप्रेस के जनरल कोच में रिपोर्टर सवार हुआ। ट्रेन इलाहाबाद जंक्शन से मिर्जापुर के लिए रवाना हुई।

- मूरी एक्सप्रेस नैनी तक पहुंची थी कि तभी जनरल कोच के डिब्बे में चना, मूंगफली व अन्य सामान बेचने वाले इल्लीगल वेंडर नजर आने लगे।

- जनरल कोच खचाखच भरा होने के बाद भी वेंडर लोगों को धक्का देते हुए अंदर घुसे और फिर सामान बेचने लगे।

- इलाहाबाद से मांडा स्टेशन तक पूरे जोर शोर से इल्लीगल वेंडिंग चलती रही।

इल्लीगल वेंडर्स ने खोली पोल

मूरी एक्सप्रेस जैसे ही मांडा स्टेशन पर रूकी, हाथ में एक बड़ी सी बाल्टी लिए हुए युवक जनरल कोच में चढ़ गया। चना घुघरी ले लो चना घुघरी की आवाज देते हुए चिल्लाने लगा। तभी जनरल कोच में पहले से मौजूद चना बेच रहा एक युवक आया और चना घुघरी बेच रहे युवक पर भड़क उठा। उसने कहा कि तुम इस ट्रेन में और इस डिब्बे में कैसे चढ़ आए। इसमें सामान बेचने का ठेका तो उसके पास है। संतलाल ने मूरी एक्सप्रेस उसे एलाट कर रखा है। जिसके लिए वह संतलाल को मोटी रकम देता है। वहीं चना बेच रहे दूसरे युवक ने भी संतलाल के जरिये ही सामान बेचने का हवाला दिया। विरोध कर रहे युवक ने मोबाइल पर कॉल कर संतलाल से उसकी बातचीत कराई। जिसके बाद दोनों ने एक-दूसरे को देख लेने की धमकी दी।

इल्लीगल वेंडर्स देते हैं पांच सौ से एक हजार रुपये पर-डे

दोनों वेंडरों के बीच हुए विवाद और कहा-सुनी के बाद रिपोर्टर ने जब चना बेच रहे एक वेंडर से संतलाल के बारे में पूछा तो उसने पूरी हकीकत बयां की।

चना बेचने वाले युवक ने बताया कि संतलाल ट्रेन में सामान बेचने वालों का सरगना है, जिसके अंडर में लोग सामान बेचते हैं। जीआरपी और आरपीएफ के जवान उन्हें कुछ भी नहीं बोलते हैं। जिसके बदले में वे पर-डे संतलाल को 500 से 1000 रुपये देते हैं। इलाहाबाद जंक्शन से रवाना होकर मिर्जापुर रुकते हुए पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन की ओर जाने वाली करीब-करीब सभी प्रमुख ट्रेनों के जनरल कोच में संतलाल के जरिये सामान बेचा जा रहा है।

आखिर कौन है ये संतलाल?

जनरल कोचों में इल्लीगल वेंडिंग का गैंग चलाने वाला संतलाल आखिर कौन है? रिपोर्टर ने ये जानने का प्रयास किया। रेल कर्मचारियों व वेंडरों से बातचीत में पता चला कि संतलाल कोई और नहीं, बल्कि इल्लीगल वेंडर है, जो पहले खुद इल्लीगल वेंडिंग करता था, अब सबसे सेटिंग कर पूरा गैंग चला रहा है।

ट्रेन में एक्टिव इल्लीगल वेंडरों के खिलाफ आए दिन कार्रवाई होती है। कॉमर्शियल टीम द्वारा अभियान चलाकर उन्हें पकड़ा भी जाता है। इस तरह का कोई गैंग यदि एक्टिव है, तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी। किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।

सुनील कुमार गुप्ता

पीआरओ, इलाहाबाद मंडल

इन ट्रेनों में होती है इल्लीगल वेंडिंग

- श्रीगंगा नगर उद्यान आभा एक्सप्रेस

- महानंदा एक्सप्रेस

- मूरी एक्सप्रेस

- त्रिवेणी एक्सप्रेस

- सीमांचल एक्सप्रेस

- पूरुषोत्तम एक्सप्रेस

- ब्रह्मापुत्र मेल

- मगध एक्सप्रेस

- जोधपुर हावड़ा एक्सप्रेस

- सुबेदारगंज-पं। दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन पैसेंजर