प्रयागराज (ब्‍यूरो)। माह-ए-रमजान व ईद के मद्देनजर शरहद पार तैयार टोपियों की मार्केट में भरमार है। नमाज पढ़ते समय लगाई जाने वाली विभिन्न वैरायटी की विदेशी टोपियां दुकानों में मौजूद हैं। बावजूद इसके लखनउवा पल्ला टोली का दबदबा कायम है। दरअसल मुस्लिम भाइयों द्वारा लगाई जाने वाली विशेष प्रकार की ज्यादातर टोपियां विदेशों में तैयार होती हैं। चौक मार्केट में इंडोनेशिया, चीन और बांग्लादेश में तैयार टोपियां भी मौजूद हैं।

मजबूरी में नहीं है टोपी तो नमाज कबूल
मुस्लिम समाज के लोगों की मानें तो टोपी पहनना इस्लाम में फर्ज यानी जरूरी नहीं बल्कि वाजिब सुन्नत है। नमाज तथा कुरान शरीफ की तिलावत करते समय टोपी पहनना अल्लाह की सान में एक शिष्टाचार है। नमाज पढ़ते वक्त यदि कोई मजबूरी में टोपी नहीं लगा रहा तो अल्लाह उसकी मजबूरी को देखते हुए नमाज कबूल करेंगे। वहीं, यदि कोई शख्स फैशन की वजह और गलत नीयत से नमाज में टोपी नहीं पहनता है तो उसकी नमाज मकरूह मानी जाएगी यानी नमाज कबूल नहीं होगी। बताया जाता है कि इबाबत के वक्त केवल मुस्लिम समाज ही नहीं दीगर मजाहिब यानी दूसरे धर्मों में भी सिर ढकने की प्रथा है। उदाहरण के लिए ईसाई धर्म में पोप सिर पर टोपी पहनते हैं। साथ ही यहूदी भी किप्पा नामक टोपी का धरण करते हैं। इतना ही नहीं, सिख समुदाय में पगड़ी पहनना एक पुण्य का काम माना जाता है।

जानिए क्या है दस्तारबंदी
इस्लाम धर्म में टोपी के साथ ही मौलाना और उलमा एक खास किस्म की पगड़ी पहनते हैं। जिसे अमामा या दस्तार के नाम से जाना जाता है। मुस्लिम धर्माववलंबी बताते हैं कि नमाज और कुरान शरीफ की तिलावत के वक्त टोपी तो पहनी ही जाती है, लेकिन तकरीर यानी धार्मिक सभाओं के दौरान भी लोग साफा पहने नजर आते हैं। अजमेर दरगाह में भी जियारत करने के बाद गुलाबी रंग का साफा पहनाते हैं, जिसे दस्तारबंदी के नाम से जाना जाता है।

युवाओं की पसंद 'लखनऊवा पल्ला'
शहर के चौक मार्केट में चाचा टोपी वाले के नाम से फेमस उज्ज्वल टण्डन बताते हैं कि युवा नमाजियों को इस बार लखनऊवा पल्ला नामक टोपी ज्यादा रास आ रही है। व्यापारियों शहाबुद्दीन मोंटू कहते हैं कि यह टोपियां अपने देश में गिने चुने स्थानों पर ही बनती है। इन स्थानों में लखनऊ और गया बिहार पल्ला व रामपुर की मखमल टोपी का लोगों में क्रेज है। इनमें भी लखनऊवा पल्ला टोपी युवा नमाजियों को खूब रास आती है। जबकि बड़े बुजुर्गों को गोल बुनी हुई जानीदार टोपियां पसंद आ रही हैं।