प्रयागराज (ब्‍यूरो)। तरुणेश अजारिया उर्फ गुरुजी। ये नाम है पेपर लीक गैंग के सरगना का। पुलिस भर्ती से लेकर आरओ, एआरओ पेपर लीक प्रकरण में सारा नेटवर्क तरुणेश अजारिया का चला है। गुरुजी वो शख्स है, जिसने पेपर राजीव को उपलब्ध कराया है। ये बात दीगर है कि चर्चा में आजकल राजीव नयन मिश्रा है। चंकि राजीव नयन रुपयों के लेनदेन में रहता है, इसलिए उसे पकड़ पाना एसटीएफ के लिए आसान हो गया। राजीव के अलावा भी जो पकड़े जा रहे हैं वह डाउन लाइन के प्यादे हैं। अप लाइन में राजीव के ऊपर गुुरुजी हैं। जिसके पकड़े जाने के बाद पेपर लीक गैंग पूरी तरह से ध्वस्त हो जाएगा। हालांकि गुरुजी को पकड़ पाना एसटीएफ के लिए टेढ़ीखीर हो जा रहा है। ऐसे में एसटीएफ प्यादों को ही पकड़ कर नेटवर्क कमजोर करने में लगी है।

कमीशन एजेंट बना राजीव
मेजा के रहने वाले राजीव नयन मिश्रा ने भोपाल में बीटेक करने के लिए टीआईटी कालेज में एडमीशन लिया। ये बात 2010 की है। कालेज में एडमीशन के दौरान राजीव की मुलाकात सुभाष प्रकाश और अतुल वत्स से हुई। दोनों बिहार मधुबनी के रहने वाले हैं। सुभाष और अतुल कालेजों में एडमीशन करके कमीशन लेते थे। राजीव ने दोनों के साथ काम करना शुरू किया। राजीव प्रयागराज का है। इसलिए उसे प्रयागराज से बहुत स्टूडेंट मिल जाते थे। एडमीशन के कमीशन एजेंट के तौर पर राजीव ने अच्छा खासा नेटवर्क तैयार कर लिया था।

गुरुजी ने चमका दिया कैरियर
तरुणेश अजारिया उर्फ गुरुजी पन्ना जिले का रहने वाला है। रहता वो भोपाल में है। तरुणेश अजारिया पेपर लीक गैंग चलाता है। 2019 में राजीव की मुलाकात गुरुजी से हुई। तरुणेश अजारिया राजीव से प्रभावित हुआ। इसके बाद उसे अपने गैंग में शामिल कर लिया। गुुरुजी ने एनएचएम के नर्सिंग स्टाफ भर्ती का पेपर लीक कराया। इस पेपर को राजीव ने अपने नेटवर्क पर फैलाया। जिससे करोड़ों की कमाई हुई। इस मामले में ग्वालियर क्राइम ब्रांच ने केस दर्ज किया।

2023 में पकड़ा गया गुरुजी
तरुणेश अजारिया कितना शातिर है, इसका अंदाजा ऐसे लगाया जा सकता है कि एनएचएम में गिरफ्तारी में गुरुजी का नंबर 13 वां था। यानि 12 लोग पहले गिरफ्तार हो चुके थे। क्राइम ब्रांच ने राजीव को भी गिरफ्तार किया था। इस मामले में गुरुजी ने पेपर लीक कराया था। गुरुजी टेक्निकल एक्सपर्ट है। एनएचएम का पेपर गुरुजी के ई मेल पर आया था। गुरुजी ने मुंबई की एमईएल कंपनी के सर्वर को हैक करके पेपर हासिल किया था।

टारगेट पर है गुरुजी
अब एसटीएफ के टारगेट पर गुरुजी है। हालांकि गुरुजी को पकड़ पाना बहुत ही मुश्किल काम है। एसटीएफ को अब तक जो जानकारी लगी है उसके मुताबिक पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले में गुरुजी का अहम रोल है। एसटीएफ मान कर चल रही है कि गुरुजी ने ही अहमदाबाद की पेपर छापने वाली कंपनी में सेंध लगाकर पेपर हासिल किया है।


राजीव के इर्द गिर्द घूम रही कहानी
हाल फिलहाल पेपर लीक प्रकरण की सारी कहानी राजीव के इर्द गिर्द ही घूम रही है। अप लाइन में गुरुजी के अलावा नोएडा का रवि अत्री है। राजीव के पकड़े जाने के बाद गुरुजी का कोई सुराग नहीं लगा। मगर रवि अत्री के पकड़े जाने के बाद गुरुजी का सुराग लग सकता है। चूंकि एनएचएम पेपर लीक प्रकरण में राजीव की गिरफ्तारी के बाद ही गुरुजी पकड़ा गया था। ऐसे में पुलिस भर्ती पेपर लीक प्रकरण में जब राजीव का नाम करीब एक महीना पहले आया तब से गुरुजी और रवि अत्री अंडरग्राउंड हो गए हैं।

बीच में हैं गुरुजी
अब तक की तफ्तीश में जो बात सामने आई है, उसमें गुरुजी का अहम किरदार पेपर छापने वाली कंपनी और राजीव नयन के बीच है। एसटीएफ को केस मजबूत करने के लिए गुरुजी की सरगर्मी से तलाश है। राजीव का काम तो लीक पेपर को आगे अभ्यर्थियों तक ले जाना था। मगर कंपनी से पेपर गुरुजी अपने नेटवर्क से लाया। ऐसे में गुरुजी की गिरफ्तारी जरुरी मानी जा रही है।